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Post NO.- 58
इश्क़ और इबादत में करिए तो इतना करिए ,
साफ़ दिल और बेदाग सीरत रखिए,
खूबसूरत जिस्म यहां कुछ काम नहीं आता,
गर रखिए तो पाक नियत रखिए ।
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- Wed Mar 05, 2025 9:21 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
- Topic: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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- Wed Mar 05, 2025 8:57 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
- Topic: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 57
वो हम जैसे जो कभी खुद से नहीं कर पाते,
वो मोहब्बत है कि हम तुम से किए फिरते हैं,
और ये कि हम खुद से ख़ाली हैं और बहुत ही ख़ाली,
और हैरत ये है कि हम तुमसे भरे फिरते हैं ।
Post NO.- 57
वो हम जैसे जो कभी खुद से नहीं कर पाते,
वो मोहब्बत है कि हम तुम से किए फिरते हैं,
और ये कि हम खुद से ख़ाली हैं और बहुत ही ख़ाली,
और हैरत ये है कि हम तुमसे भरे फिरते हैं ।
- Wed Mar 05, 2025 8:56 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
- Topic: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 56
कुछ थोड़े से उसूल बना,
मैं भी उन पर चलता रहा,
मैं वक्त और वक्त मेरे साथ ढलता रहा,
चाहता तो मैं भी राख कर सकता था मगर,
फितरत रोशन करने की थी और मैं जलता रहा।
Post NO.- 56
कुछ थोड़े से उसूल बना,
मैं भी उन पर चलता रहा,
मैं वक्त और वक्त मेरे साथ ढलता रहा,
चाहता तो मैं भी राख कर सकता था मगर,
फितरत रोशन करने की थी और मैं जलता रहा।
- Wed Mar 05, 2025 8:53 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
- Topic: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 55
तेरी आवाज़ की सूरत में यूं अजां हो जाना,
अब तो लाज़िम है मेरी इबादत का क़जा हो जाना,
एक नज़र देख के तुझको को ये इल्म हुआ,
कैसे मुमकिन है मोहब्बत का बेवजह हो जाना ।
Post NO.- 55
तेरी आवाज़ की सूरत में यूं अजां हो जाना,
अब तो लाज़िम है मेरी इबादत का क़जा हो जाना,
एक नज़र देख के तुझको को ये इल्म हुआ,
कैसे मुमकिन है मोहब्बत का बेवजह हो जाना ।
- Wed Mar 05, 2025 8:28 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 54
मोहब्बत ही तो है,
मोहब्बत-ए-आजमाइश क्या होगी,
जान ही मांगोगे ना,
अब इससे बढ़ कर फरमाइश क्या होगी,
मेरे वजूद के हर हिस्से में अब,
तेरा ही अक्स नज़र आता है,
अब मेरी रूह से बढ़ कर,
तेरे लिए कोई रिहाइश क्या होगी ।
Post NO.- 54
मोहब्बत ही तो है,
मोहब्बत-ए-आजमाइश क्या होगी,
जान ही मांगोगे ना,
अब इससे बढ़ कर फरमाइश क्या होगी,
मेरे वजूद के हर हिस्से में अब,
तेरा ही अक्स नज़र आता है,
अब मेरी रूह से बढ़ कर,
तेरे लिए कोई रिहाइश क्या होगी ।
- Wed Mar 05, 2025 6:44 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 53
तेरी कातिल निगाहों ने
मुझको यूं मुतासिर कर दिया,
तेरे शहर,तेरी गालियों का
अब मुसाफ़िर कर दिया,
मदहोश हुआ फिरता हूं
इस इश्क़-ए-सुरूर में कुछ यूं,
कि तेरी इक झलक ने सारे जहां में
हमें काफ़िर कर दिया।
Post NO.- 53
तेरी कातिल निगाहों ने
मुझको यूं मुतासिर कर दिया,
तेरे शहर,तेरी गालियों का
अब मुसाफ़िर कर दिया,
मदहोश हुआ फिरता हूं
इस इश्क़-ए-सुरूर में कुछ यूं,
कि तेरी इक झलक ने सारे जहां में
हमें काफ़िर कर दिया।
- Wed Mar 05, 2025 6:40 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 52
तुझको दिल का हिस्सा नहीं,
पूरा दिल बना लिया,
खुद को तराश कर,
तेरी दोस्ती के काबिल बना लिया,
मैं वो कश्ती था कि,
जिसका कोई किनारा नही था,
फिर तू मिला तो तुझको,
अपना साहिल बना लिया।
Post NO.- 52
तुझको दिल का हिस्सा नहीं,
पूरा दिल बना लिया,
खुद को तराश कर,
तेरी दोस्ती के काबिल बना लिया,
मैं वो कश्ती था कि,
जिसका कोई किनारा नही था,
फिर तू मिला तो तुझको,
अपना साहिल बना लिया।
- Tue Mar 04, 2025 4:34 pm
- Forum: हिन्दी प्रतियोगिता : हिन्दी में - पदो, लिखो और कमाओ!
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Post NO.- 51
इश्क़-ए-गुनाह का कफ़फारा क्या होगा,
तुम तो हो गए गैर के अब हमारा क्या होगा,
तेरा हुआ तो फिर किसी और का ना हो पाया,
अब इससे ज्यादा बर्बाद दिल-ए-बेचारा क्या होगा
Post NO.- 51
इश्क़-ए-गुनाह का कफ़फारा क्या होगा,
तुम तो हो गए गैर के अब हमारा क्या होगा,
तेरा हुआ तो फिर किसी और का ना हो पाया,
अब इससे ज्यादा बर्बाद दिल-ए-बेचारा क्या होगा
- Tue Mar 04, 2025 4:33 pm
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 50
वो एक शख्स जो कभी,
मेरा ना हुआ ,
अब वो किसी और का हुआ भी,
तो क्या हुआ,
फिर यही सोच कर अब,
सब्र कर लिया मैंने,
कि चलो जो हुआ बस,
अच्छा ही हुआ ।
Post NO.- 50
वो एक शख्स जो कभी,
मेरा ना हुआ ,
अब वो किसी और का हुआ भी,
तो क्या हुआ,
फिर यही सोच कर अब,
सब्र कर लिया मैंने,
कि चलो जो हुआ बस,
अच्छा ही हुआ ।
- Tue Mar 04, 2025 4:31 pm
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Re: हिन्दी प्रतियोगिता - स्वच्छ भारत , स्वच्छ विचार ( 02.10.2024 से 02.10.2025 तक)
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Post NO.- 49
गहरी उदासियां थीं,
जिनको पी गए थे हम ,
हालात मरने के थे,
फिर भी जी गए थे हम,
जुबां बेताब थी मेरी,
सब कुछ बयां करने को,
रवैए देख फिर उनके,
लबों को सी गए थे हम ।
Post NO.- 49
गहरी उदासियां थीं,
जिनको पी गए थे हम ,
हालात मरने के थे,
फिर भी जी गए थे हम,
जुबां बेताब थी मेरी,
सब कुछ बयां करने को,
रवैए देख फिर उनके,
लबों को सी गए थे हम ।