Source: https://www.indiatv.in/maharashtra/maha ... 20-1069038आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर आज INDI गठबंधन के नेताओं ने अहम रैली की है। मुंबई कांग्रेस की रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, उद्धव ठाकरे और शरद पवार समेत कई अन्य बड़े नेताओं ने भाग लिया है। इस सभा में विपक्षी गठबंधन ने पीएम मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर भी जमकर निशाना साधा है। आइए जानते हैं कि रैली में किस नेता ने क्या कहा है।
कांग्रेस के खिलाफ द्वेष नहीं था- उद्धव
शिवसेना यूबीटी के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सभा में कहा कि आज मैंने खुद को चुटकी काटकर देखा कि मैं सही में कांग्रेस के कार्यक्रम में शामिल हुआ क्या? फिर मैंने वह कांग्रेस का स्कार्फ पहनकर सम्मान किया। इसे जानबूझकर पहना ताकि कल इसकी फोटो आए। उद्धव ने आगे कहा कि मैं पहले कांग्रेस का विरोध करता था पर बदले की भावना या द्वेष मन में नहीं था। उद्धव ने कहा कि बालासाहब राजीव गांधी पर टीका टिप्पणी करते थे पर तब कभी हमारे घर ED CBI नहीं आयी। राजीव गांधी सभ्य सुशील व्यक्ति थे। उदेधव ने आगे कहा कि राजीव गांधी ने भी वैक्सीन लाई पर उसपर अपना फ़ोटो नहीं लगाया। राहुल गांधी को 15 अगस्त के दिन पीछे की सीट दी। इनका दिल बड़ा नहीं। दिलदार, बड़े मन से राजनीति अब नहीं होती।
हमारी बेटियों की सुरक्षा चाहिए- अलका लांबा
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कहा कि महाराष्ट्र के बदलापुर में एक छोटी बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ। ये स्कूल में हुआ जो सबसे सुरक्षित स्थान होता है। पश्चिम बंगाल में अस्पताल में डॉक्टर से बलात्कार हुआ। इतनी हिम्मत कहां से आती है? बीजेपी के सरकार में हिम्मत बढ़ती है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ नारा बीजेपी देती है। महिला पहलवानों के साथ क्या हुआ? चुनाव है तो योजनाएं घोषित हो रही हैं। हमें नहीं चाहिए आपके हजार-पंद्रह सौ रुपये। हमारी बेटियों की सुरक्षा चाहिए।
नेहरू परिवार से नफरत क्यों है?- शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने भी रैली में भाषण दिया। उन्होंने कहा कि जिनके हाथ में आज सत्ता है उनको नेहरू परिवार से नफरत क्यों है? पार्लियामेंट में हम देखते हैं। शरद पवार ने कहा कि राजीव गांधी का मुंबई के साथ नाता था। उनकी हत्या के एक दिन पहले वह मेरे घर मुंबई में रुके थे ।
महाराष्ट्र में MVA की सरकार जरूरी- खरगे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बीजेपी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, मणिपुर, गोवा, उत्तराखण्ड सब जगह सरकारें गिराईं। बाहर ये लोग बात करते हैं कि हम संविधान के रक्षक हैं लेकिन विधायक सांसदो को तोड़ते हैं। फिर भी इंडी अलायंस ने उनको मुंहतोड़ जवाब दिया और 240 सीटों पर रोका। खरगे ने कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाडी की सरकार लाना जरूरी है। महाराष्ट्र की सरकार यहां महाराष्ट्र से चलनी चाहिए न कि दिल्ली के इशारे पर। खरगे ने कहा कि आज इंडिया गठबंधन मजबूत है इसलिए पीएम मोदी मनमाने कानून नहीं ला सकते। वक़्फ का कानून वापस लेना पड़ा। हम जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं।
महाराष्ट्र में जुटे INDI अलायंस के नेता, उद्धव बोले- मैंने कभी कांग्रेस के लिए मन में द्वेष नहीं रखा
महाराष्ट्र में जुटे INDI अलायंस के नेता, उद्धव बोले- मैंने कभी कांग्रेस के लिए मन में द्वेष नहीं रखा
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Re: महाराष्ट्र में जुटे INDI अलायंस के नेता, उद्धव बोले- मैंने कभी कांग्रेस के लिए मन में द्वेष नहीं रखा
महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर काट ली है और सबसे अधिक उद्धव ठाकरे के ऊपर सब की नजर है कि वह चुनावी समीकरण को किस तरह से महाराष्ट्र में बिठाकर अपने माथे सिरमौर तक को पहनने की कवायत में लगे हुए हैं।
रोज बदलते उथल-पुथल और चुनावी कर गर्मियों के बीच पार्टी के नेताओं का पाला बदलने चालू है सभी पार्टी के नेताओं अपनी-अपनी निजी स्वार्थ को साधते हुए अपने विचारों को रखकर परियों में शामिल हो रहे हैं और तेजी से प्रचार प्रसार के कार्य में लग रहे हैं।
उद्धव ठाकरे जो की पूर्व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं यह देखना काफी दिलचस्प होगा की महाराज के चुनाव में किस पार्टी को जीत मिलती है और कौन सी पार्टी चुनावी समीकरण बनाकर अपनी सरकार बनाने में सफल होती है।
रोज बदलते उथल-पुथल और चुनावी कर गर्मियों के बीच पार्टी के नेताओं का पाला बदलने चालू है सभी पार्टी के नेताओं अपनी-अपनी निजी स्वार्थ को साधते हुए अपने विचारों को रखकर परियों में शामिल हो रहे हैं और तेजी से प्रचार प्रसार के कार्य में लग रहे हैं।
उद्धव ठाकरे जो की पूर्व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं यह देखना काफी दिलचस्प होगा की महाराज के चुनाव में किस पार्टी को जीत मिलती है और कौन सी पार्टी चुनावी समीकरण बनाकर अपनी सरकार बनाने में सफल होती है।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"