List of countries by electric energy consumption (GW·h/yr):
China: 7,806,000
USA: 3,979,000
India: 1,443,000
Russia: 996,000
Japan: 913,000
Brazil: 577,000
South Korea: 568,000
Canada: 555,000
Germany: 512,000
France: 447,000
Saudi Arabia: 329,000
Iran: 302,000
Mexico: 301,000
Italy: 300,000
UK: 287,000
Turkey: 284,000
Indonesia: 282,000
Australia: 237,000
Spain: 234,000
South Africa: 191,000
Egypt: 168,000
Ukraine: 134,000
Pakistan: 132,000
UAE: 129,000
Argentina: 127,000
Bangladesh: 78,000
Denmark: 38,000
Nigeria: 27,000
Cuba: 16,000
Lithuania: 12,000
Estonia: 8,800
Latvia: 6,900
Niger: 1,300
Seychelles: 600
Falkland Islands: 18
According to EAI, 2021
विद्युत ऊर्जा खपत के अनुसार देशों की सूची (GW·h/वर्ष):
Forum rules
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
Re: विद्युत ऊर्जा खपत के अनुसार देशों की सूची (GW·h/वर्ष):
इससे एक बात साबित होती है की उच्च विद्युत ऊर्जा खपत वाले देश आमतौर पर आर्थिक रूप से अधिक विकसित होते हैं। और दूसरी और कम विद्युत ऊर्जा खपत वाले देशों में आर्थिक विकास की गति धीमी हो सकती है। लेकिन लेकिन, ये पापुलेशन पर भी देपेंद करता है। इसीलिए कम विद्युत ऊर्जा खपत वाले देश विकसित न हो ये जरुरी नहीं है।
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- Joined: Mon Aug 05, 2024 10:21 am
Re: विद्युत ऊर्जा खपत के अनुसार देशों की सूची (GW·h/वर्ष):
विद्युत ऊर्जा को समझने के लिए मुझे लगता है आपको पहले टेस्ला प्रधान अध्ययन करने की भरपूर आवश्यकता है क्योंकि विद्युत ऊर्जा या अन्य कोई भी ऊर्जा उद्गम कैसे होता है इसे किस माध्यम से पहुंचाया जाता है यह जानना अति आवश्यक है।johny888 wrote: Fri Oct 25, 2024 7:31 pm इससे एक बात साबित होती है की उच्च विद्युत ऊर्जा खपत वाले देश आमतौर पर आर्थिक रूप से अधिक विकसित होते हैं। और दूसरी और कम विद्युत ऊर्जा खपत वाले देशों में आर्थिक विकास की गति धीमी हो सकती है। लेकिन लेकिन, ये पापुलेशन पर भी देपेंद करता है। इसीलिए कम विद्युत ऊर्जा खपत वाले देश विकसित न हो ये जरुरी नहीं है।
विद्युत ऊर्जा की इकाई क्या है इसका निकाय क्या है इसका उद्गम क्या है जैसे भारत में मुझे जहां तक याद है 60% कोयले से इसका उत्पादन होता है लेकिन क्या यह विकसित देशों में भी इसी माध्यम से प्राप्त होता है शायद नहीं।
लेकिन हमें यह जानना होगा विद्युत ऊर्जा होती क्या है उसको बनाएं किस किस तरीके से जाती है उसका सम प्रारूप क्या है क्योंकि अमेरिका या किसी भी में विकसित देशों में विद्युत ऊर्जा का मूल्य लगभग ना के बराबर है जो कि भारत में उच्च कोटि के मूल्य से इसका विसर्जन होता है तो हम भारत में भारतवासी थर्ड कंट्री या कीड़े मकोड़े का स्वरूप है विषय में सबसे पहले समझना होगा।।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
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- Joined: Sun Aug 11, 2024 12:07 pm
Re: विद्युत ऊर्जा खपत के अनुसार देशों की सूची (GW·h/वर्ष):
विधुत ऊर्जा खपत वाले देशो मे भारत नबर 3 पर हैँ इससे बिकसित देश की सूची मे नहीं आ जायेगा, जिन देशो की जनसंख्या बहुत ज्यादा हैँ जैसे भारत और चीन उनको बिधुत आपूर्ति ज्यादा लोगो को करना पड़ता हैँ जिसकी वजह से ये दोनों देशों की बिधुत उपयोग ज्यादा होता हैँ, यहाँ लोगो की आपूर्ति के लिए ज्यादा उपयोग होता हैँ जबकि अमेरिका जापान जैसे देशो मे जनसंख्या कम होने के बावजूद वहा ज्यादा उपयोग डेवलपमेंट मे और टेक्नोलॉजी मे होता हैँ | अतःविधुत उपयोग से विकसित और विकाससील का आकलन करना सही नहीं हैँ |johny888 wrote: Fri Oct 25, 2024 7:31 pm इससे एक बात साबित होती है की उच्च विद्युत ऊर्जा खपत वाले देश आमतौर पर आर्थिक रूप से अधिक विकसित होते हैं। और दूसरी और कम विद्युत ऊर्जा खपत वाले देशों में आर्थिक विकास की गति धीमी हो सकती है। लेकिन लेकिन, ये पापुलेशन पर भी देपेंद करता है। इसीलिए कम विद्युत ऊर्जा खपत वाले देश विकसित न हो ये जरुरी नहीं है।