राजा रवि वर्मा की पेंटिंग्स का मालिक कौन है?

कला एवं साहित्य से संबंधित चर्चा के लिए मंच ।

Moderators: हिंदी, janus, aakanksha24

Forum rules
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024

1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972

2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।

3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।

4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।

5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।

6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।

7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।

8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।

यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
Post Reply
Warrior
या खुदा ! एक हज R !!! पोस्टर महा लपक के वाले !!!
Posts: 1053
Joined: Mon Jul 29, 2024 8:39 pm

राजा रवि वर्मा की पेंटिंग्स का मालिक कौन है?

Post by Warrior »

राजा रवि वर्मा की पेंटिंग्स के स्वामित्व का अधिकार कई संस्थाओं, संग्रहालयों, और निजी संग्रहकर्ताओं के पास है। उनकी कई महत्वपूर्ण कृतियाँ भारत के विभिन्न संग्रहालयों में प्रदर्शित की गई हैं, जैसे कि मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्राहलय, केरल का श्री चित्रा आर्ट गैलरी, और बड़ौदा का महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय।

इसके अलावा, उनकी कुछ पेंटिंग्स को निजी संग्रहकर्ताओं और कला प्रेमियों द्वारा भी संजोया गया है। राजा रवि वर्मा की कलाकृतियाँ नीलामियों में भी बेची जाती हैं, जहाँ वे उच्च मूल्य पर खरीदी जाती हैं। इस प्रकार, उनकी पेंटिंग्स का स्वामित्व एकल व्यक्ति या संस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विभिन्न संग्रहों में फैला हुआ है।

राजा रवि वर्मा की कला की महत्ता और लोकप्रियता को देखते हुए, उनकी पेंटिंग्स का संरक्षण और प्रदर्शनी अनेक कला प्रेमियों और संस्थानों के लिए गर्व की बात है।
ritka.sharma
400 पार !! ये बाबा!!! ...मतलब की ऐसे ...!!!!
Posts: 401
Joined: Fri Aug 16, 2024 1:45 pm

Re: राजा रवि वर्मा की पेंटिंग्स का मालिक कौन है?

Post by ritka.sharma »

राजा रवि वर्मा की कला का स्वामित्व एकल व्यक्ति या संस्था तक सीमित नहीं है। राजा रवि वर्मा की कृतियों को कई संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है। कई निजी संस्थानों में उनके कला प्रेमियों ने भी उनकी कला को संजोए रखा है। उनकी कलाकृतियां नीलामियों में भी भेजी जाती है। राजा रवि वर्मा की कला की महत्ता और लोकप्रियता को देखते हुए उनकी पेंटिंग को संस्थानों में सुरक्षित रखना एक गर्व की बात है।
johny888
पार 2 हज R आखिरकार ... phew !!!!
Posts: 2034
Joined: Sun Oct 13, 2024 12:32 am

Re: राजा रवि वर्मा की पेंटिंग्स का मालिक कौन है?

Post by johny888 »

ritka.sharma wrote: Tue Aug 20, 2024 12:52 am राजा रवि वर्मा की कला का स्वामित्व एकल व्यक्ति या संस्था तक सीमित नहीं है। राजा रवि वर्मा की कृतियों को कई संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है। कई निजी संस्थानों में उनके कला प्रेमियों ने भी उनकी कला को संजोए रखा है। उनकी कलाकृतियां नीलामियों में भी भेजी जाती है। राजा रवि वर्मा की कला की महत्ता और लोकप्रियता को देखते हुए उनकी पेंटिंग को संस्थानों में सुरक्षित रखना एक गर्व की बात है।
राजा रवि वर्मा की पेंटिंग्स कई जगहों पर रखी गई हैं, जैसे कुछ म्यूज़ियम में, कुछ संस्थाओं के पास और कुछ निजी लोगों के पास। ये दिखाता है कि उनकी कला कितनी पसंद की जाती है। उनकी पेंटिंग्स को संभाल कर रखना और लोगों को दिखाना हमारे देश की कला और संस्कृति को सम्मान देने जैसा है। इससे नई पीढ़ी भी जान पाती है कि हमारे पास कितनी शानदार कला है।
Post Reply

Return to “कला एवं साहित्य”