भारत की विभिन्न भाषाओं में समृद्ध साहित्य की परंपरा है। यहाँ कुछ प्रमुख भाषाएँ हैं जिनका साहित्य विशेष रूप से समृद्ध है:
1. संस्कृत: प्राचीन ग्रंथों, वेदों, उपनिषदों, महाकाव्यों (महाभारत, रामायण) और नाटकों का साहित्य।
2. हिन्दी: कवि तुलसीदास, सूरदास, और modern लेखकों जैसे प्रेमचंद और निराला का साहित्य।
3. बंगाली: रवींद्रनाथ ठाकुर और बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जैसे लेखकों का योगदान।
4. उर्दू: ग़ालिब, इक़बाल और फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ जैसे कवियों की रचनाएँ।
5. तमिल: प्राचीन संगम साहित्य, तिरुक्कुरल और आधुनिक कवियों का योगदान।
6. तेलुगु: नंदूरि नरसिंह राव और देवी नारायण रेड्डी जैसे लेखकों का साहित्य।
7. कन्नड़: रवींद्रनाथ का काव्य और आधुनिक लेखकों का साहित्य।
8. मलयालम: ഒ. എൻ. വിഠലൻ, ഭാഗ്യലക്ഷ്മി, और ശ്രീNarayan Guru का योगदान।
9. पंजाबी: शहीद भगत सिंह और अमृता प्रीतम की रचनाएँ।