Source: https://www.hindwi.org/kavita/gudiya-ku ... arity-descमेले से लाया हूँ इसको
छोटी सी प्यारी गुड़िया,
बेच रही थी इसे भीड़ में
बैठी नुक्कड़ पर बुढ़िया।
मोल-भाव करके लाया हूँ
ठोक-बजाकर देख लिया,
आँखें खोल मूँद सकती है
वह कहती है पिया-पिया।
जड़ी सितारों से है इसकी
चुनरी लाल रंग वाली,
बड़ी भली हैं इसकी आँखें
मतवाली काली-काली।
ऊपर से है बड़ी सलोनी
अंदर गुदड़ी है तो क्या?
ओ गुड़िया तू इस पल मेरे
शिशुमन पर विजयी माया।
रखूँगा मैं तुझे खिलौनों की
अपनी अलमारी में,
काग़ज़ के फूलों की नन्हीं
रंगारंग फ्रुलवारी में।
नए-नए कपड़े-गहनों से
तुझको रोज़ सजाऊँगा,
खेल-खिलौनों की दुनिया में
तुझको परी बनाऊँगा।
- कुँवर नारायण
गुड़िया
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गुड़िया
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- सात सो!!!! पोस्टिंग के साथ !!! लाहौल विला कुव्वत!!!
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Re: गुड़िया
मिट्टी की बनी, नन्ही सी गुड़िया,
मेरी प्यारी संगिनी है।
काले बाल, गुलाबी गाल,
मन मोह लेती है मेरी।
कच्ची कूची से सजाई है,
रंग-बिरंगे कपड़े पहनाए हैं।
खिलौनों से खेलती रहती,
घर का सारा काम करती।
बारिश में भीग जाती है,
धूप में सूख जाती है।
फिर भी मुस्कुराती रहती,
मेरी प्यारी संगिनी है।
मेरी प्यारी संगिनी है।
काले बाल, गुलाबी गाल,
मन मोह लेती है मेरी।
कच्ची कूची से सजाई है,
रंग-बिरंगे कपड़े पहनाए हैं।
खिलौनों से खेलती रहती,
घर का सारा काम करती।
बारिश में भीग जाती है,
धूप में सूख जाती है।
फिर भी मुस्कुराती रहती,
मेरी प्यारी संगिनी है।
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Re: गुड़िया
मेरी प्यारी सी गुड़िया
सुंदर-सुंदर मेरी गुड़िया
हंसती खिलखिलाती रहती
कभी रोती भी मेरी गुड़िया
उसका हर ढंग निराला
उसका हर रंग निराला
खेल कूद कर जब तक जाती
मेरी गोद में सोती मेरी गुड़िया
सुंदर-सुंदर मेरी गुड़िया
हंसती खिलखिलाती रहती
कभी रोती भी मेरी गुड़िया
उसका हर ढंग निराला
उसका हर रंग निराला
खेल कूद कर जब तक जाती
मेरी गोद में सोती मेरी गुड़िया
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Re: गुड़िया
मेरी चिड़िया
मेरी गुड़िया
तुझे अपने
सपना सा
सजाया है मैंने
आसमां में उड़े तू
यह ख्वाब सजाए है मैंने।
मेरी गुड़िया
तुझे अपने
सपना सा
सजाया है मैंने
आसमां में उड़े तू
यह ख्वाब सजाए है मैंने।
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Re: गुड़िया
मेरी बेटी मेरी गुड़िया
मेरा खिलौना है तू
रौनक घर में तुझसे है
खुशियां घर में तुझसे है
फूलों से तू महकती रहती
चिड़िया सी चहकती रहती
सूना आंगन खिल खिल जाता
खेलती आंगन में जब मेरी गुड़िया।
मेरी बेटी मेरी गुड़िया
मेरा खिलौना है तू
रौनक घर में तुझसे है
खुशियां घर में तुझसे है
फूलों से तू महकती रहती
चिड़िया सी चहकती रहती
सूना आंगन खिल खिल जाता
खेलती आंगन में जब मेरी गुड़िया।
मेरी बेटी मेरी गुड़िया
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Re: गुड़िया
आ गुड़िया तुझे मैं गुड़िया दिला दूं
दुनिया की तुझे सैर करा दूं
आंखों में कोई ख्वाब सजा दूं
फिर उसे ख्वाब को सच करने को
मैं अपना आप मिटा दूं
ऊंची उड़ान भरे तू
आ तेरे मैं पंख लगा दूं
दुनिया की तुझे सैर करा दूं
आंखों में कोई ख्वाब सजा दूं
फिर उसे ख्वाब को सच करने को
मैं अपना आप मिटा दूं
ऊंची उड़ान भरे तू
आ तेरे मैं पंख लगा दूं
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Re: गुड़िया
गुड़िया को गुड़िया ना जानों
इसे एक खिलौना ना मानो
खुशियों का प्रतीक है गुड़िया
बेटी का एक रूप है गुड़िया
गुड़िया को जैसे संभाला
बेटी को भी यूं ही संभालों
गुड़िया को गुड़िया ना जानों
इसे एक खिलौना ना मानो
खुशियों का प्रतीक है गुड़िया
बेटी का एक रूप है गुड़िया
गुड़िया को जैसे संभाला
बेटी को भी यूं ही संभालों
गुड़िया को गुड़िया ना जानों
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Re: गुड़िया
अच्छी ही लगती है गुड़िया
चाहे हो प्लास्टिक की
या मिट्टी की गुड़िया
चाहे बेजान खिलौना है
फिर भी बेटी की
जान है गुड़िया।
गुड़िया का घर
गुड़िया के बर्तन
गुड्डा गुड्डी खेले गुड़िया
चाहे हो प्लास्टिक की
या मिट्टी की गुड़िया
चाहे बेजान खिलौना है
फिर भी बेटी की
जान है गुड़िया।
गुड़िया का घर
गुड़िया के बर्तन
गुड्डा गुड्डी खेले गुड़िया
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Re: गुड़िया
मेरी दादी ने बनाई थी
कपड़े की एक गुड़िया
मेरे बचपन में, मेरे लिए
बाजार में मिलने वाली
प्लास्टिक की गुड़िया से भी सुंदर
दादी का प्यार भरा था
उस कपड़े की गुड़िया के अंदर।
कपड़े की एक गुड़िया
मेरे बचपन में, मेरे लिए
बाजार में मिलने वाली
प्लास्टिक की गुड़िया से भी सुंदर
दादी का प्यार भरा था
उस कपड़े की गुड़िया के अंदर।
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Re: गुड़िया
गुड़िया से खेलती अपनी
बेटी को
देखा जब जब मैंने
उसके साथ-साथ
एक बार फिर से
अपने बचपन को
जिया मैंने
बेटी को
देखा जब जब मैंने
उसके साथ-साथ
एक बार फिर से
अपने बचपन को
जिया मैंने