छम-छम बारिश की रुत आई,
धरती ने फिर चादर बिछाई।
छुट्टी का दिन, मन मस्ताना,
घर बैठे बना बहाना।
गर्म चाय का प्याला हाथ में,
संग पकौड़े और बातें साथ में।
खिड़की से झांकें बूंदों का खेल,
मिट्टी की खुशबू, दिल को झमेले।
किताबों की दुनिया, सपनों की बात,
बारिश के संग उड़ते ख्यालात।
भीगी हवाओं का मीठा एहसास,
छुट्टी का दिन बन गया खास।
बारिश के मौसम में स्कूल के दिनों को याद करना
बारिश का दिन... छुट्टी है...
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- 500 पार, लपक के पोस्टिंग !!
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Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
हमारे स्कूल के दिनों में जब बारिश होती थी तो हमारे स्कूल के सामने जो सड़क थी उसमें बड़ा पानी भर जाता था घुटनों घुटनों तक अपनी बड़ी मुश्किल से अपने साइकिल को निकाल कर लाते।अंदर से ही साइकिल पर चढ़ जाते और पूरी कोशिश रहती के उतरना ना पड़े ताकि कम से कम गीले हो।
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- सात सो!!!! पोस्टिंग के साथ !!! लाहौल विला कुव्वत!!!
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Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
धरती को नहाती देख, मन प्रफुल्लित हो रहा
बूंदें नाच रही हैं, जैसे कोई त्यौहार मना रहा
खिड़की से झांकूं, तो मन मोह ले दृश्य
हरियाली सब तरफ, प्रकृति का ऐसा प्यारा व्यंजन
बूंदें नाच रही हैं, जैसे कोई त्यौहार मना रहा
खिड़की से झांकूं, तो मन मोह ले दृश्य
हरियाली सब तरफ, प्रकृति का ऐसा प्यारा व्यंजन
Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
बारिश की छुट्टी
चमचम बूंदों का आया संदेश,
आज स्कूल की छुट्टी है विशेष।
खुशियों का बादल छा गया मन में,
नाचने लगे हम आँगन-आँगन में।
किताबें रखीं किनारे एक ओर,
बरसात का संग है दिल का जोर।
कागज़ की नावें बनाने लगे,
पानी की धारा में दौड़ाने लगे।
मिट्टी की खुशबू, ठंडी-सी हवा,
कहानी सुनाने लगीं बूँदें नया।
माँ के पकोड़े, गरम-गरम चाय,
बचपन की ये खुशी कहाँ और पाएँ?
थोड़ी मस्ती, थोड़ी धमा-चौकड़ी,
बारिश की ये छुट्टी है बड़ी प्यारी।
मन ही मन सोचें, फिर कब आए,
बारिश का ऐसा प्यारा उपहार।
चमचम बूंदों का आया संदेश,
आज स्कूल की छुट्टी है विशेष।
खुशियों का बादल छा गया मन में,
नाचने लगे हम आँगन-आँगन में।
किताबें रखीं किनारे एक ओर,
बरसात का संग है दिल का जोर।
कागज़ की नावें बनाने लगे,
पानी की धारा में दौड़ाने लगे।
मिट्टी की खुशबू, ठंडी-सी हवा,
कहानी सुनाने लगीं बूँदें नया।
माँ के पकोड़े, गरम-गरम चाय,
बचपन की ये खुशी कहाँ और पाएँ?
थोड़ी मस्ती, थोड़ी धमा-चौकड़ी,
बारिश की ये छुट्टी है बड़ी प्यारी।
मन ही मन सोचें, फिर कब आए,
बारिश का ऐसा प्यारा उपहार।
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Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
इस समय दक्षिण भारतीय स्कूल जाने वाले बच्चे भारी बारिश के कारण पूरे राज्य में छुट्टी मिलने की उम्मीद में अपनी उंगलियां क्रॉस कर रहे हैं।
Warrior wrote: Sun Nov 17, 2024 5:55 pm बारिश की छुट्टी
चमचम बूंदों का आया संदेश,
आज स्कूल की छुट्टी है विशेष।
खुशियों का बादल छा गया मन में,
नाचने लगे हम आँगन-आँगन में।
किताबें रखीं किनारे एक ओर,
बरसात का संग है दिल का जोर।
कागज़ की नावें बनाने लगे,
पानी की धारा में दौड़ाने लगे।
मिट्टी की खुशबू, ठंडी-सी हवा,
कहानी सुनाने लगीं बूँदें नया।
माँ के पकोड़े, गरम-गरम चाय,
बचपन की ये खुशी कहाँ और पाएँ?
थोड़ी मस्ती, थोड़ी धमा-चौकड़ी,
बारिश की ये छुट्टी है बड़ी प्यारी।
मन ही मन सोचें, फिर कब आए,
बारिश का ऐसा प्यारा उपहार।
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- शतकवीर ..….. संपूर्ण!!!
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Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
Realrider wrote: Sun Nov 17, 2024 6:00 pm इस समय दक्षिण भारतीय स्कूल जाने वाले बच्चे भारी बारिश के कारण पूरे राज्य में छुट्टी मिलने की उम्मीद में अपनी उंगलियां क्रॉस कर रहे हैं।
बारिश का तो मजा ही कुछ और है। वह स्कूल की छुट्टी के बाद पानी में भीगते बहुए घर आना और दामाचौकड़ी मचाते हुए पानी में नाव चलाना। जगह-जगह पर भरे हुए पानी में साइकिल चलाना वह दिन ही कुछ और थे बारिश के। गरमा गरम चाय का प्याला और पकोड़े और बारिश का क्या कहना। बारिश में सावन के महीने में झूलों पर झूलना आम की डाली के टपके खाना अद्भुत आनंद की अनुभूति थी।Warrior wrote: Sun Nov 17, 2024 5:55 pm बारिश की छुट्टी
चमचम बूंदों का आया संदेश,
आज स्कूल की छुट्टी है विशेष।
खुशियों का बादल छा गया मन में,
नाचने लगे हम आँगन-आँगन में।
किताबें रखीं किनारे एक ओर,
बरसात का संग है दिल का जोर।
कागज़ की नावें बनाने लगे,
पानी की धारा में दौड़ाने लगे।
मिट्टी की खुशबू, ठंडी-सी हवा,
कहानी सुनाने लगीं बूँदें नया।
माँ के पकोड़े, गरम-गरम चाय,
बचपन की ये खुशी कहाँ और पाएँ?
थोड़ी मस्ती, थोड़ी धमा-चौकड़ी,
बारिश की ये छुट्टी है बड़ी प्यारी।
मन ही मन सोचें, फिर कब आए,
बारिश का ऐसा प्यारा उपहार।
Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
बरसात के दिन और स्कूल की बात,
बचपन के वो लम्हे हैं कितने खास।
छतरी के नीचे दोस्तों का मज़ा,
भीगते रास्ते, मस्ती का अंदाज़ा।
कागज़ की नाव और पानी के खेल,
टीचर की डांट और दोस्तों का मेल।
वो घंटी की आवाज़, क्लास से भाग जाना,
बारिश में भीगते हुए, सपनों का उड़ जाना।
यादें वो बारिश की, अब भी संग रहती हैं,
स्कूल के दिन, दिल में बसती हैं।
काश वो पल फिर से लौट आएं,
बारिश में स्कूल और वो मस्ती छाए।
बचपन के वो लम्हे हैं कितने खास।
छतरी के नीचे दोस्तों का मज़ा,
भीगते रास्ते, मस्ती का अंदाज़ा।
कागज़ की नाव और पानी के खेल,
टीचर की डांट और दोस्तों का मेल।
वो घंटी की आवाज़, क्लास से भाग जाना,
बारिश में भीगते हुए, सपनों का उड़ जाना।
यादें वो बारिश की, अब भी संग रहती हैं,
स्कूल के दिन, दिल में बसती हैं।
काश वो पल फिर से लौट आएं,
बारिश में स्कूल और वो मस्ती छाए।
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Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
Sonal singh wrote: Wed Nov 20, 2024 2:29 pmआम टपक पड़े तो उनको खाने का मजा आता है लेकिन जब झूले से टपक पड़े फिर कितना मजा आता है?? झूला झूलते झूलते कितनी बार रस्सी टूटी और कितनी बार गिरे,Realrider wrote: Sun Nov 17, 2024 6:00 pm इस समय दक्षिण भारतीय स्कूल जाने वाले बच्चे भारी बारिश के कारण पूरे राज्य में छुट्टी मिलने की उम्मीद में अपनी उंगलियां क्रॉस कर रहे हैं।
बारिश का तो मजा ही कुछ और है। वह स्कूल की छुट्टी के बाद पानी में भीगते बहुए घर आना और दामाचौकड़ी मचाते हुए पानी में नाव चलाना। जगह-जगह पर भरे हुए पानी में साइकिल चलाना वह दिन ही कुछ और थे बारिश के। गरमा गरम चाय का प्याला और पकोड़े और बारिश का क्या कहना। बारिश में सावन के महीने में झूलों पर झूलना आम की डाली के टपके खाना अद्भुत आनंद की अनुभूति थी।Warrior wrote: Sun Nov 17, 2024 5:55 pm बारिश की छुट्टी
चमचम बूंदों का आया संदेश,
आज स्कूल की छुट्टी है विशेष।
खुशियों का बादल छा गया मन में,
नाचने लगे हम आँगन-आँगन में।
किताबें रखीं किनारे एक ओर,
बरसात का संग है दिल का जोर।
कागज़ की नावें बनाने लगे,
पानी की धारा में दौड़ाने लगे।
मिट्टी की खुशबू, ठंडी-सी हवा,
कहानी सुनाने लगीं बूँदें नया।
माँ के पकोड़े, गरम-गरम चाय,
बचपन की ये खुशी कहाँ और पाएँ?
थोड़ी मस्ती, थोड़ी धमा-चौकड़ी,
बारिश की ये छुट्टी है बड़ी प्यारी।
मन ही मन सोचें, फिर कब आए,
बारिश का ऐसा प्यारा उपहार।
रस्सी बांधकर जब झूले झूले जाते थे तब यही डर लगा रहता था कब रस्सी टूटी और कब हम टपके।, लेकिन फिर भी खूब झूले झूले।
-
- नाबालिक से बालिक ...!
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- Joined: Sat Sep 07, 2024 1:10 pm
सर्दी की बारिश
User ID aakanksha24
विषय -- सर्दी की वो बारिश
सर्दी की वो पहली बारिश
और वो पहली मुलाकात।
एक अनजाना सा एहसास
एक प्यारा सा ख्वाब जो ,जिसे
में सच होते हुए महसूस कर रही थी ।
हां अपने पहले प्यार से ,पहली मुलाकात
उन सर्द हवाओं में,
बारिश की हल्की बूंदों में
उसका वो प्यारा सा चेहरा
आज भी याद आ ही जाता है जब
अनायास ही सर्दी के मौसम में
जब बारिश हो जाया करती है ।
और बारिश की बूंदे जैसे ही मुझ पर गिरती है
वैसे ही उसकी यादें जाग जाती है ।
बारिश की बूंदों का मुझे स्पर्श कर लेना
उसका मेरे अंतर्मन को छू लेना एक जैसा ही
तो है
उसका चेहरा बार बार आंखो के सामने आ ही जाता है चाहे पलको को कितना भी बंद कर लूं।
ये सर्द मौसम की बारिश जब भी आती है
उसकी अनगिनत यादें साथ ले ही आती है ।
हां ये बारिश उसकी तरह ही मेरे लिए
मेरा सुकून है ।
आकांंक्षा रैकवार
विषय -- सर्दी की वो बारिश
सर्दी की वो पहली बारिश
और वो पहली मुलाकात।
एक अनजाना सा एहसास
एक प्यारा सा ख्वाब जो ,जिसे
में सच होते हुए महसूस कर रही थी ।
हां अपने पहले प्यार से ,पहली मुलाकात
उन सर्द हवाओं में,
बारिश की हल्की बूंदों में
उसका वो प्यारा सा चेहरा
आज भी याद आ ही जाता है जब
अनायास ही सर्दी के मौसम में
जब बारिश हो जाया करती है ।
और बारिश की बूंदे जैसे ही मुझ पर गिरती है
वैसे ही उसकी यादें जाग जाती है ।
बारिश की बूंदों का मुझे स्पर्श कर लेना
उसका मेरे अंतर्मन को छू लेना एक जैसा ही
तो है
उसका चेहरा बार बार आंखो के सामने आ ही जाता है चाहे पलको को कितना भी बंद कर लूं।
ये सर्द मौसम की बारिश जब भी आती है
उसकी अनगिनत यादें साथ ले ही आती है ।
हां ये बारिश उसकी तरह ही मेरे लिए
मेरा सुकून है ।
आकांंक्षा रैकवार
Re: बारिश का दिन... छुट्टी है...
बारिश का मौसम मुझे बहुत पसंद है बारिश में पकोड़े चाय और अच्छे लगते हैं मुझे बहुत पसंद है बारिश सुकून बहुत मिलता है बारिश की आवाज से बहुत अच्छा लगता है सुनने में बारिश