Funny Conversation Between Politicians on Republic Day
Politician A: (Adjusting his shawl) भाई साहब, झंडा फहराने के बाद क्या भाषण की लंबाई पर कोई सीमा है?
Politician B: (हंसते हुए) सीमा तो संविधान में भी नहीं है, लेकिन जनता की सहनशक्ति की सीमा का ध्यान रखना पड़ता है।
Politician C: (माइक पकड़ते हुए) अरे, भाषण लंबा हो या छोटा, तालियां तो अपने कार्यकर्ता ही बजाएंगे।
Politician A: (मजाक में) सही कहा! जनता के पास तो टीवी चैनल बदलने का ऑप्शन रहता है।
Politician B: वैसे, भाषण में क्या-क्या डालें?
Politician C: कुछ तारीफ अपने-आप की, थोड़ा दोषारोपण विपक्ष पर, और अंत में "जय हिंद"!
Politician A: (हंसते हुए) और "भारत माता की जय" दो बार बोलो, लोग खुद मान लेंगे कि देशभक्ति चरम पर है।
Politician C: (गंभीर होकर) लेकिन आजकल सोशल मीडिया पर भाषण के बाद मीम्स बन जाते हैं।
Politician B: (मुस्कुराते हुए) यही तो लोकतंत्र की असली ताकत है—जवाबदेही, मीम्स के जरिए।
Politician A: अच्छा, परेड में सब से ज्यादा ध्यान किस पर जाता है?
Politician C: (मजाक में) मिठाई के डिब्बों पर! परेड बाद में, पहले पूछते हैं, "खाने में क्या है?"
Politician B: (हंसते हुए) तो गणतंत्र दिवस पर संदेश यही है—देश की रक्षा करें, मिठाई का सम्मान करें, और भाषण थोड़ा छोटा रखें!
JUN FOR FUN!!!!!!!!!!!!!!! 🤣🤣🤣
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- या खुदा ! एक हज R !!! पोस्टर महा लपक के वाले !!!
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- Joined: Sun Oct 13, 2024 12:32 am
Re: JUN FOR FUN!!!!!!!!!!!!!!! 🤣🤣🤣
ज्यादातर नेताओ के भाषणों में कभी-कभी नेताओं की जोरदार बातें सुनकर लगता है कि देश अगले दिन ही स्वर्ग बन जाएगा! भाषणों में "सबका साथ, सबका विकास" सुनते-सुनते जनता सोचती है, "हमारा साथ तो बिजली कटने में भी नहीं मिलता!" और अगर माइक काम न करे तो नेता के चेहरे के एक्सप्रेशन कॉमेडी शो जैसा लगने लगता है।
Re: JUN FOR FUN!!!!!!!!!!!!!!! 🤣🤣🤣
नेता 1: अरे भाई, आज Republic Day पर इतना भारी-भरकम बंड बजा रहे हो, लगता है तुम्हारे पेट में ड्रम्स बज रहे हैं!
नेता 2: हा हा हा! ये तो मेरा "गरिमामयी" पेट है, जो देशभक्ति के साथ फूला हुआ है। वैसे तुम्हारी टोपी देखकर लगता है तुमने तिरंगे को ही अपने सिर पर चढ़ा लिया!
नेता 1: अरे यार, ये टोपी मेरी "विजन" को दर्शाती है। लाल हरा केसरिया, तीनों रंग मेरे दिमाग में घूम रहे हैं। पर तुम्हारी स्पीच तो हमेशा सफेद झंडे की तरह होती है, बिल्कुल खाली!
नेता 2: ओये, मेरी स्पीच "सादगी" की मिसाल है। तुम्हारी तरह नहीं, जो हर बात में "चाय" घुसा देते हो। अरे, Republic Day है, चाय दिवस नहीं!
नेता 2: हा हा हा! ये तो मेरा "गरिमामयी" पेट है, जो देशभक्ति के साथ फूला हुआ है। वैसे तुम्हारी टोपी देखकर लगता है तुमने तिरंगे को ही अपने सिर पर चढ़ा लिया!
नेता 1: अरे यार, ये टोपी मेरी "विजन" को दर्शाती है। लाल हरा केसरिया, तीनों रंग मेरे दिमाग में घूम रहे हैं। पर तुम्हारी स्पीच तो हमेशा सफेद झंडे की तरह होती है, बिल्कुल खाली!
नेता 2: ओये, मेरी स्पीच "सादगी" की मिसाल है। तुम्हारी तरह नहीं, जो हर बात में "चाय" घुसा देते हो। अरे, Republic Day है, चाय दिवस नहीं!