या वाकई एक अच्छा पोस्ट है जिसे जीवन की संगति को लेकर दर्शाया जा रहा है कि कैसे जीवन काल धीमे-धीमे छिड़ होते हुए अपने अंत समय की ओर गति कर रही है।
हम समय काल में जीते हैं जो वास्तव रूप से होता ही नहीं है तो ऐसे में हर एक पल हर एक क्षण या इस पोस्ट को जो कोई भी पढ़ रहा होगा वह अपने कुछ सेकंड मेरे नाम करने वाला है उसके लिए मैं उसे बहुत आभार भी देता हूं।
इस पोस्ट से हमें अच्छी सबक मिलती है साथ ही साथ अगर आपके बाल झड़ रहे हैं तो निश्चित रूप से आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी है इसे अन्यथा ना लें और जीवन को आनंद से जिए।
जय बाबा रामदेव
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
manish.bryan wrote: Sat Oct 19, 2024 10:50 pm
या वाकई एक अच्छा पोस्ट है जिसे जीवन की संगति को लेकर दर्शाया जा रहा है कि कैसे जीवन काल धीमे-धीमे छिड़ होते हुए अपने अंत समय की ओर गति कर रही है।
हम समय काल में जीते हैं जो वास्तव रूप से होता ही नहीं है तो ऐसे में हर एक पल हर एक क्षण या इस पोस्ट को जो कोई भी पढ़ रहा होगा वह अपने कुछ सेकंड मेरे नाम करने वाला है उसके लिए मैं उसे बहुत आभार भी देता हूं।
इस पोस्ट से हमें अच्छी सबक मिलती है साथ ही साथ अगर आपके बाल झड़ रहे हैं तो निश्चित रूप से आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी है इसे अन्यथा ना लें और जीवन को आनंद से जिए।
जय बाबा रामदेव
मुझे वह तस्वीर देखकर अधिक कुछ समझ में नहीं आया था लेकिन आपकी यह नीचे दर्शन भरी बातें पढ़कर तस्वीर भी सामने आई और एक सबक भी मिला बिल्कुल सही कहा आपने कि जो क्षण बीतता जा रहा है और यह क्षण कभी वापस लौटने वाला नहीं है।
बाल झड़ना पोषक तत्वों की कमी ही तो होता है। कहते हैं बी कांप्लेक्स खाना चाहिए यदि बाल झड़ रहे हो तो बाल झड़ना बंद हो जाते हैं साथ ही फोलिक एसिड की गोली।
जीवन निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है जो अपनी गति से चलती रहती है और धीरे-धीरे अपनी समाप्ति की ओर बढ़ती रहती है मनुष्य अपनी व्यस्तता में इतना व्यस्त हो जाता है कि उसे ध्यान ही नहीं रहता एक वक्त कब खत्म हो गया यह अच्छी बात है कि ईश्वर ने इस रहस्य को सिर्फ अपने तक ही रखा है उसने इस बात की जानकारी किसी को नहीं दी कि कब किसका वक्त समाप्त हो जाएगा शायद इसलिए भी रब ने ऐसा किया है कि इंसान अपने वक्त का सही ढंग से प्रयोग करें क्योंकि वक्त सीमित है इसी में सब कुछ करना है महत्वाकांक्षाएं भी पूरी करनी है जीवन का आनंद भी लेना है।
Bhaskar.Rajni wrote: Fri Nov 22, 2024 10:13 pm
जीवन निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है जो अपनी गति से चलती रहती है और धीरे-धीरे अपनी समाप्ति की ओर बढ़ती रहती है मनुष्य अपनी व्यस्तता में इतना व्यस्त हो जाता है कि उसे ध्यान ही नहीं रहता एक वक्त कब खत्म हो गया यह अच्छी बात है कि ईश्वर ने इस रहस्य को सिर्फ अपने तक ही रखा है उसने इस बात की जानकारी किसी को नहीं दी कि कब किसका वक्त समाप्त हो जाएगा शायद इसलिए भी रब ने ऐसा किया है कि इंसान अपने वक्त का सही ढंग से प्रयोग करें क्योंकि वक्त सीमित है इसी में सब कुछ करना है महत्वाकांक्षाएं भी पूरी करनी है जीवन का आनंद भी लेना है।
सच कहा जाए तो ईश्वर ने टाइम की जानकारी अगर पहले दे दी होती, तो आधे लोग टाइमपास में और बाकी “कल से शुरू करूंगा” में ही ज़िंदगी निकाल देते। अब देखिए न, वक्त सीमित है लेकिन सपने अनलिमिटेड! काम भी करना है, मस्ती भी करनी है और इंस्टाग्राम पर लाइक्स भी चाहिए। ऊपर से बॉस का भी टाइम से काम चाहिए और घर पर टाइम देना भी ज़रूरी है। ऐसे में ज़िंदगी एक मल्टीटास्किंग एप बन जाती है जो बिना ब्रेकडाउन के चलती रहे, यही दुआ करनी चाहिए।