Source: https://www.indiatv.in/world/us/huge-pr ... 31-1064006दक्षिण अमेरिका के देश वेनेजुएला में प्रदर्शन और हिंसा का दौर शुरू हो चुका है। दरअसल, हाल ही में वेनेजुएला में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुए हैं जिसमें फिर से राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की जीत हुई है। हालांकि, इस चुनाव में धांधली के आरोप लगे हैं जिसके बाद प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, निकोलस मादुरो के खिलाफ इस प्रदर्शन में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। माना जा रहा है कि वेनेजुएला में ये प्रदर्शन गृह युद्ध का रूप भी ले सकते हैं।
क्या हैं विपक्ष के आरोप?
दरअसल, बीते 28 जुलाई को वेनेजुएला में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हुआ था। इस चुनाव से पहले ज्यादातर सर्वे में विपक्षी उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज को आसानी से जीतता हुआ बताया जा रहा था। हालांकि, जब परिणाम आए तो ये सर्व के ठीक उलट था। इसके बाद से वेनेजुएला के विभिन्न क्षेत्रों में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। विपक्ष ने राष्ट्रपति मादुरो की जीत को मानने से इनकार कर दिया है साथ ही आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग ने धांधली की है।
बाइडेन ने क्या कहा?
वेनेजुएला में बढ़ रहे असंतोष को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी एक्टिव हो गए हैं। जो बाइडेन और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने वेनेजुएला सरकार से राष्ट्रपति चुनाव का मतदान डेटा जारी करने की अपील की है। दोनों नेताओं ने कहा कि चुनावी अधिकारियों को विस्तृत मतदान डेटा को तत्काल जारी करना चाहिए।
तीसरी बार चुने गए मादुरो
वेनेजुएला में चुनावी अधिकारियों चुनाव परिणाम में निकोलस मादुरो को विजेता घोषित किए जाने के बाद से आलोचना हो रही है। आपको बता दें कि निकोलस मादुरौ लगातार तीसरी बार वेनेजुएला के राष्ट्रपति चुने गए हैं। हालांकि, विपक्षी दल ने चुनाव में धांधली के आरोप लगाते हुए नतीजों को खारिज कर दिया है।
अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
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अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
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Re: अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
साउथ सुपर स्टार चिरंजीवी ने अपने फैन को एरपोर्ट में उनके मिलते समय धका दिया। लोगों ने इस बात पर चिरंजीवी को इंसानियत का पाठ पढ़ाना शुरु कर दिया । हालाँकि इसके पीछे का सच किसी को नहीं पता फिर भी लोगो ने इस को गलत नज़रिए से देखा तथा वायरल कर दिया।
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Re: अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
यह सब एक खबर मंत्र ही होता है जिसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है फिलहाल बाय द सरकार जा चुकी है और डोनाल्ड जेट पंप वापस अमेरिका के बागडोर संभाल चुके हैं हालांकि अमेरिका में छुटपुट घटनाएं अनियंत्रित तौर से बढ़ती जा रही है जिस पर लगाम लगाने के लिए वहां की प्रशासन और पुलिस निकाय काफी समय से कम कर रहे हैं लेकिन कुछ मानसिक विकसित लोगों के द्वारा की जाने वाली हिंसा अमेरिका में आम चर्चा का विषय भी बना हुआ है।ritka.sharma wrote: Sat Oct 05, 2024 6:59 pm साउथ सुपर स्टार चिरंजीवी ने अपने फैन को एरपोर्ट में उनके मिलते समय धका दिया। लोगों ने इस बात पर चिरंजीवी को इंसानियत का पाठ पढ़ाना शुरु कर दिया । हालाँकि इसके पीछे का सच किसी को नहीं पता फिर भी लोगो ने इस को गलत नज़रिए से देखा तथा वायरल कर दिया।
मेक्सिको से होने वाले घुसपैठ को अभी तक रुक नहीं जा चुका है और अमेरिका में गैर वीजा के तौर पर रह रहे हैं इन लोगों से देश को काफी खतरा भी है हालांकि अमेरिकी खुफिया एजेंसी इन सब बातों पर भरपूर निगाह बनाए रखती है लेकिन फिर भी जो अवैध रूप से रह रहा है उसे पर कभी भी भरोसा नहीं किया जा सकता।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
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Re: अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
अक्सर ये देखा गया है की किसी भी चुनाव के बाद थोड़ी बहुत तो उठा पठक तो देखने को मिलती है मगर कभी किसी भी सिस्टम को ब्लेम करने से पहले जनता को सोचना चाइये और संयम से काम लेना चाहिए. ये सब जो होता है वो विपक्ष की वजह से होता है तो जनता को अपना दिमाग लगा कर कोई कदम उठाना चाहिए.
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Re: अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
अमेरिका चुनाव में जो भी देश उसके करीब है उसमें गृह युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं यह मैं मान सकता हूं लेकिन जो बिडेन एक्टिव हुए हैं या पिछले 5 साल से एक्टिव हुए नहीं थे जो अब हुए हैं क्योंकि चुनाव तो वह हार चुके हैं अब अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप होंगे जो बिडेन के एक्टिव होने से क्या फर्क पड़ेगा
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Re: अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
वेनेजुएला में राष्ट्रपति चुनावों के बाद मचे बवाल ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। निकोलस मादुरो की तीसरी बार जीत और विपक्षी उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज की पराजय ने देश को राजनीतिक अस्थिरता के गहरे दलदल में धकेल दिया है। चुनावी धांधली के आरोपों ने जनता में आक्रोश पैदा कर दिया है और हिंसक प्रदर्शन इस बात का प्रमाण हैं कि देश में लोकतंत्र की स्थिति कितनी कमजोर हो चुकी है।
विपक्ष का दावा है कि मादुरो प्रशासन ने चुनाव आयोग के माध्यम से नतीजों को अपने पक्ष में मोड़ा है। यह आरोप वेनेजुएला की लोकतांत्रिक साख पर एक गहरा धब्बा है। देश की जनता पहले ही आर्थिक तंगी, भ्रष्टाचार और दमनकारी नीतियों के कारण परेशान है, और अब यह नया विवाद उनके धैर्य की परीक्षा ले रहा है। 11 लोगों की मौत इस बात का संकेत है कि यह प्रदर्शन कितनी गंभीरता से गृह युद्ध का रूप ले सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का इस मामले में सक्रिय होना और मतदान डेटा जारी करने की मांग करना, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव को बढ़ाने का संकेत है। हालांकि, इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप से मादुरो सरकार पर दबाव बढ़ सकता है, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या इससे देश के राजनीतिक गतिरोध को सुलझाने में मदद मिलेगी या यह संकट को और बढ़ाएगा।
विपक्ष का दावा है कि मादुरो प्रशासन ने चुनाव आयोग के माध्यम से नतीजों को अपने पक्ष में मोड़ा है। यह आरोप वेनेजुएला की लोकतांत्रिक साख पर एक गहरा धब्बा है। देश की जनता पहले ही आर्थिक तंगी, भ्रष्टाचार और दमनकारी नीतियों के कारण परेशान है, और अब यह नया विवाद उनके धैर्य की परीक्षा ले रहा है। 11 लोगों की मौत इस बात का संकेत है कि यह प्रदर्शन कितनी गंभीरता से गृह युद्ध का रूप ले सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का इस मामले में सक्रिय होना और मतदान डेटा जारी करने की मांग करना, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव को बढ़ाने का संकेत है। हालांकि, इस प्रकार के अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप से मादुरो सरकार पर दबाव बढ़ सकता है, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या इससे देश के राजनीतिक गतिरोध को सुलझाने में मदद मिलेगी या यह संकट को और बढ़ाएगा।
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Re: अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
वेनेजुएला में हो रहे प्रदर्शनों ने देश को एक और गंभीर संकट की ओर धकेल दिया है। निकोलस मादुरो का लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुना जाना और चुनावी धांधली के आरोपों ने जनता के बीच गहरा असंतोष पैदा कर दिया है। विपक्षी दल के नेता एडमंडो गोंजालेज की हार और उसके बाद के हिंसक प्रदर्शन यह दिखाते हैं कि देश का लोकतांत्रिक ढांचा अब पूरी तरह से डगमगा चुका है।
चुनाव परिणामों को लेकर उठे सवाल केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं हैं, बल्कि यह देश की लोकतांत्रिक प्रणाली पर जनता के विश्वास को कमजोर करने वाला है। यह साफ है कि मादुरो प्रशासन ने अपने पक्ष में नतीजे लाने के लिए चुनावी प्रक्रिया को तोड़ा-मरोड़ा है। 11 लोगों की मौत और बढ़ती हिंसा इस बात का संकेत है कि यह प्रदर्शन गृह युद्ध में तब्दील हो सकते हैं।
जो बाइडेन और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा का चुनावी डेटा सार्वजनिक करने की मांग करना एक सकारात्मक कदम हो सकता है, लेकिन यह मादुरो प्रशासन पर निर्भर करेगा कि वह इसे किस तरह से लेता है। यदि इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से नहीं सुलझाया गया, तो वेनेजुएला केवल अपने ही देश में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी एक बड़े संकट का कारण बन सकता है।
चुनाव परिणामों को लेकर उठे सवाल केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं हैं, बल्कि यह देश की लोकतांत्रिक प्रणाली पर जनता के विश्वास को कमजोर करने वाला है। यह साफ है कि मादुरो प्रशासन ने अपने पक्ष में नतीजे लाने के लिए चुनावी प्रक्रिया को तोड़ा-मरोड़ा है। 11 लोगों की मौत और बढ़ती हिंसा इस बात का संकेत है कि यह प्रदर्शन गृह युद्ध में तब्दील हो सकते हैं।
जो बाइडेन और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा का चुनावी डेटा सार्वजनिक करने की मांग करना एक सकारात्मक कदम हो सकता है, लेकिन यह मादुरो प्रशासन पर निर्भर करेगा कि वह इसे किस तरह से लेता है। यदि इस विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से नहीं सुलझाया गया, तो वेनेजुएला केवल अपने ही देश में नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी एक बड़े संकट का कारण बन सकता है।
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Re: अमेरिका के करीब इस देश में गृह युद्ध का खतरा, राष्ट्रपति चुनाव धांधली का आरोप, बाइडेन हुए एक्टिव
वेनेजुएला में हालिया चुनावों के बाद उत्पन्न स्थिति देश के राजनीतिक और सामाजिक ढांचे पर एक बड़ा संकट बनकर उभरी है। निकोलस मादुरो का लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुना जाना और उसके बाद चुनावों में धांधली के आरोपों ने देश को एक गहरे असंतोष की ओर धकेल दिया है। विपक्षी दलों के समर्थकों और नागरिकों का सड़कों पर उतरना यह दर्शाता है कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में उनकी आस्था को गहरी चोट पहुंची है।
वेनेजुएला पहले से ही आर्थिक संकट और अस्थिरता से जूझ रहा है। ऐसे में इस चुनाव के बाद पैदा हुआ विवाद देश को गृह युद्ध के कगार पर ले जा सकता है। इतिहास ने बार-बार दिखाया है कि जब भी जनता का विश्वास चुनावी प्रक्रिया से उठता है, तो न केवल राजनीतिक व्यवस्था, बल्कि सामाजिक ताना-बाना भी बिखर जाता है। निकोलस मादुरो का शासन पहले ही अपने नीतिगत विफलताओं और भ्रष्टाचार के लिए आलोचनाओं के घेरे में था। अब यह नया विवाद उनके नेतृत्व की वैधता पर और भी गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
अमेरिका और ब्राजील जैसे अंतरराष्ट्रीय नेताओं की इस मामले में दिलचस्पी दिखाना स्वाभाविक है, क्योंकि वेनेजुएला का संकट सिर्फ देश तक सीमित नहीं है। यह पूरे क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है। जो बाइडेन और लूला दा सिल्वा का चुनावी डेटा सार्वजनिक करने का आह्वान सही दिशा में एक कदम हो सकता है, लेकिन यह तभी प्रभावी होगा जब मादुरो प्रशासन इसे सकारात्मक दृष्टिकोण से देखे।
वेनेजुएला पहले से ही आर्थिक संकट और अस्थिरता से जूझ रहा है। ऐसे में इस चुनाव के बाद पैदा हुआ विवाद देश को गृह युद्ध के कगार पर ले जा सकता है। इतिहास ने बार-बार दिखाया है कि जब भी जनता का विश्वास चुनावी प्रक्रिया से उठता है, तो न केवल राजनीतिक व्यवस्था, बल्कि सामाजिक ताना-बाना भी बिखर जाता है। निकोलस मादुरो का शासन पहले ही अपने नीतिगत विफलताओं और भ्रष्टाचार के लिए आलोचनाओं के घेरे में था। अब यह नया विवाद उनके नेतृत्व की वैधता पर और भी गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
अमेरिका और ब्राजील जैसे अंतरराष्ट्रीय नेताओं की इस मामले में दिलचस्पी दिखाना स्वाभाविक है, क्योंकि वेनेजुएला का संकट सिर्फ देश तक सीमित नहीं है। यह पूरे क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है। जो बाइडेन और लूला दा सिल्वा का चुनावी डेटा सार्वजनिक करने का आह्वान सही दिशा में एक कदम हो सकता है, लेकिन यह तभी प्रभावी होगा जब मादुरो प्रशासन इसे सकारात्मक दृष्टिकोण से देखे।