1980 के दशक में technology का वो दौर था जब न तो internet आम था और न ही CDs-DVDs का चलन। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उस समय लोग radio के ज़रिए video games डाउनलोड किया करते थे? यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच्चाई है।
उस समय cassette tapes ही primary storage medium हुआ करती थीं, खासकर home computers जैसे ZX Spectrum, Commodore 64 और BBC Micro के लिए। इन tapes में data को audio signals के रूप में स्टोर किया जाता था। Radio stations ने इसी concept का इस्तेमाल किया।
कुछ देशों – जैसे Britain, Netherlands, Yugoslavia और Soviet Union – में radio programs broadcast किए जाते थे जिनमें game data को audio tones के रूप में play किया जाता था। Listeners को बस करना ये होता था कि वे अपने cassette recorder को radio के साथ connect करें और उस broadcast को tape पर रिकॉर्ड कर लें। इसके बाद tape को computer में डालकर game को load किया जा सकता था।
British radio station "BBC Radio" और Dutch station "Hobbyscoop" जैसे platforms ने इस तकनीक को लोकप्रिय बनाया। Soviet Union में तो एक magazine के साथ flexi discs (प्लास्टिक रिकॉर्ड्स) दिए जाते थे, जिन्हें radio पर भी play किया जा सकता था और games उसमें store होते थे।
हालाँकि यह तरीका बहुत ही sensitive था – एक छोटी सी audio disturbance या static से पूरा game corrupt हो सकता था। फिर भी, उस समय के tech enthusiasts के लिए यह एक क्रांतिकारी अनुभव था।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे creativity और technology मिलकर सीमित resources में भी innovation कर सकती है। आज जहां high-speed internet से games कुछ ही मिनटों में डाउनलोड हो जाते हैं, वहीं 80s की यह radio-based game delivery system अपने आप में एक अनोखा और inspiring chapter है।
जब 80s में Radio के ज़रिए डाउनलोड होते थे Video Games – एक अनोखा दौर
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- या खुदा ! एक हज R !!! पोस्टर महा लपक के वाले !!!
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- Joined: Mon Jul 29, 2024 8:39 pm
Re: जब 80s में Radio के ज़रिए डाउनलोड होते थे Video Games – एक अनोखा दौर
Audio फॉर्मेटेड radio waves के माध्यम से डेटा ट्रांसमिट करना बस कुछ encoding और modulation techniques का उपयोग करने जैसा है। डेटा के प्रकार पर निर्भर करते हुए इसमें sampling, quantization, और अंत में encoding की प्रक्रिया भी शामिल हो सकती है।
Digital data को ट्रांसमिट करने के लिए उसे अलग-अलग तकनीकों जैसे ASK – Amplitude Shift Keying, PSK – Phase Shift Keying, या QAM – Quadrature Amplitude Modulation का उपयोग करके मॉड्युलेट करना होता है। हम इन तकनीकों की गहराई में नहीं जाएंगे, लेकिन इन प्रक्रियाओं को समझने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि ये बस एक फॉर्मेट में मौजूद डेटा को लेकर उसे ऐसे फॉर्मेट में बदलती हैं जिसे public radio के ज़रिए प्रसारित किया जा सके।
Digital data को ट्रांसमिट करने के लिए उसे अलग-अलग तकनीकों जैसे ASK – Amplitude Shift Keying, PSK – Phase Shift Keying, या QAM – Quadrature Amplitude Modulation का उपयोग करके मॉड्युलेट करना होता है। हम इन तकनीकों की गहराई में नहीं जाएंगे, लेकिन इन प्रक्रियाओं को समझने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि ये बस एक फॉर्मेट में मौजूद डेटा को लेकर उसे ऐसे फॉर्मेट में बदलती हैं जिसे public radio के ज़रिए प्रसारित किया जा सके।
Re: जब 80s में Radio के ज़रिए डाउनलोड होते थे Video Games – एक अनोखा दौर
1980 के दशक में रेडियो से गेम डाउनलोड करना वाकई एक कमाल की और अनोखी बात थी। उस समय न इंटरनेट था और न ही पेन ड्राइव जैसी चीज़ें, फिर भी लोगों ने अपने दिमाग से नया तरीका निकाल लिया। यह दिखाता है कि जब इंसान कुछ करने की ठान ले, तो मुश्किल चीजें भी आसान बन जाती हैं।