चीन अब दुनिया के सबसे शक्तिशाली प्रतिरोधक चुंबक का घर है, जिसने एक चुंबकीय क्षेत्र का उत्पादन किया जो पृथ्वी की तुलना में 800,000 गुना अधिक शक्तिशाली था।
प्रतिरोधी चुंबक - जो अंतरराष्ट्रीय उपयोगकर्ताओं के लिए खुला है - वैश्विक खोज में लगातार उच्च चुंबकीय क्षेत्र का उत्पादन करने के लिए देश का दूसरा प्रमुख योगदान है। 2022 में, SHMFF का हाइब्रिड चुंबक, जो एक प्रतिरोधक चुंबक को एक सुपरकंडक्टिंग चुंबक के साथ जोड़ता है, ने 45.22 टेस्ला का क्षेत्र बनाया, जिससे यह दुनिया का सबसे शक्तिशाली कार्यशील स्थिर-अवस्था चुंबक बन गया।
अधिक जानकारी के लिए, यहां जाएं: https://www.nature.com/articles/d41586-024-03382-6
चीन ने रिकॉर्ड तोड़ने वाला चुंबक बनाया
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- यारा एक हजारा , देख मैं आरा!!!
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Re: चीन ने रिकॉर्ड तोड़ने वाला चुंबक बनाया
चीन का नया रिकॉर्ड अविश्वसनीय है और उसकी सबसे अच्छी बात जो मुझे लगी कि विश्व भर के वैज्ञानिकों के लिए इसे खुला मंच दिया गया है जिससे वॉइस की विशेषताओं क्षमताओं आदि का सुचारू रूप से अध्ययन कर पाएंगे और चुंबक के बहुत सारे शोध करने में भी इसमें मदद मिलेगी।
इतने उच्च स्तरीय और शक्तिशाली चुंबक को चीन को बनाने के बाद और इसका जिस तरह से तुलनात्मक अध्ययन पृथ्वी के कई लाख गुना से किया गया है उसे समझ में आ सकता है कि वास्तव में इसकी क्षमता कितनी शक्तिशाली होगी। अभी तक विश्व में चुंबकीय ऊर्जा का कोई सापेक्ष प्रयोग अभी तक साबित नहीं हुआ है इसलिए विश्व भर के वैज्ञानिकों के लिए है शोध का एक अच्छा विषय होगा जहां चुंबकीय ऊर्जा से भी कुछ ना कुछ आविष्कार उत्पन्न हो सकते हैं जो मानव विकास श्रृंखला के लिए बेहद लाभप्रद भी हो सकते हैं।
इतने उच्च स्तरीय और शक्तिशाली चुंबक को चीन को बनाने के बाद और इसका जिस तरह से तुलनात्मक अध्ययन पृथ्वी के कई लाख गुना से किया गया है उसे समझ में आ सकता है कि वास्तव में इसकी क्षमता कितनी शक्तिशाली होगी। अभी तक विश्व में चुंबकीय ऊर्जा का कोई सापेक्ष प्रयोग अभी तक साबित नहीं हुआ है इसलिए विश्व भर के वैज्ञानिकों के लिए है शोध का एक अच्छा विषय होगा जहां चुंबकीय ऊर्जा से भी कुछ ना कुछ आविष्कार उत्पन्न हो सकते हैं जो मानव विकास श्रृंखला के लिए बेहद लाभप्रद भी हो सकते हैं।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"