Source: https://www.indiatv.in/sports/cricket/b ... 20-1069065जसप्रीत बुमराह की पिछले साल अगस्त में करीब 12 महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में बतौर कप्तान मैदान पर वापसी हुई थी। बुमराह को आयरलैंड दौरे पर टीम इंडिया का कप्तान नियुक्त किया गया था। उस सीरीज में बुमराह ने शानदार कप्तानी करते हुए प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम कर सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमाया था। इस सीरीज के बाद बुमराह को कप्तानी का ऐसा स्वाद लगा कि उन्होंने खुद को ही अपना फेवरेट कप्तान बता दिया।
बुमराह को मिली पूर्व क्रिकेटर से नसीहत
दरअसल, कुछ दिन पहले जब बुमराह से उनका फेवरेट कप्तान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने खुद का नाम लिया था। अब एक बार फिर बुमराह ने कप्तानी को लेकर बड़ा बयान दिया है। बुमराह ने सुझाव दिया कि गेंदबाज कप्तान की भूमिका में असरदार साबित हो सकते हैं। साथ ही उन्होंने कपिल देव और इमरान खान की सफलता का भी जिक्र किया। इन सब बयानों से एक बात तो साफ है क बुमराह भविष्य में खुद को टीम इंडिया के कप्तान के प्रबल दावेदार रुप में देख रहे हैं।
बुमराह के बयान पर अब पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने अपनी राय रखी है। बासित अली ने कहा कि कपिल और इमरान जैसे खिलाड़ी अपनी हरफनमौला काबिलियत के कारण सफल हुए। इसके अलावा उन्होंने कहा बुमराह को सिर्फ अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देने की नसीहत भी दे डाली।
बुमराह टॉप क्लास गेंदबाज
बासित ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि जसप्रीत बुमराह का बयान ऐसा ही है जैसे कि बाबर आजम को कप्तानी का शौक पसंद है। बासित का मानना है कि बुमराह को कप्तानी के पीछे नहीं भागना चाहिए। उन्होंने कहा कि बुमराह एक टॉप क्लास गेंदबाज हैं और उन्हें सिर्फ उसी पर फोकस करना चाहिए। उन्होंने कपिल देव और इमरान खान की कप्तानी का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि दोनों ऑलराउंडर थे और यही वजह है कि वे कप्तान के रूप में सफल हुए। उन्होंने कहा कि जब वे गेंदबाज के रूप में अपनी टीमों में आए तो उन्हें कप्तान नहीं बनाया गया था। गेंदबाज और ऑलराउंडर के बीच यही अंतर है।
बता दें, बुमराह T20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीतने के बाद से ब्रेक पर हैं। वह भारत की टेस्ट टीम के उप-कप्तान हैं, लेकिन संभावना है कि उन्हें 19 सितंबर से बांग्लादेश के खिलाफ शुरू होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए आराम दिया जा सकता है।
'कप्तानी के पीछे भागने के बजाय गेंदबाजी पर करें फोकस', बुमराह को पूर्व पाक क्रिकेटर ने दे डाली नसीहत
'कप्तानी के पीछे भागने के बजाय गेंदबाजी पर करें फोकस', बुमराह को पूर्व पाक क्रिकेटर ने दे डाली नसीहत
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Re: 'कप्तानी के पीछे भागने के बजाय गेंदबाजी पर करें फोकस', बुमराह को पूर्व पाक क्रिकेटर ने दे डाली नसीहत
गुमराह को वाकई गेंदबाजी पर ध्यान देने की आवश्यकता है हालांकि वह काफी अच्छे बोलर हैं और उन्होंने हाल ही में कोई ऐसा बुरा प्रदर्शन नहीं किया है जिस पर उन पर किसी भी तरह का आक्षेप लगाया जाए।
लेकिन बुमराह अगर कप्तानी करने लगेंगे तो जाहिर सी बात है सभी खिलाड़ियों में उनको कभी भी आप देखें सबसे ज्यादा सिरप वह करते रहते हैं और सभी खिलाड़ियों के साथ घुलमिल कर रहते हैं और बुमराह मैदान में भी सभी का गर्मजोशी से और अपनी फील्डिंग से भी बीच-बीच में अपनी उपस्थिति दर्ज करते रहते हैं।
बुमराह का करियर वाकई बहुत ही अब तक शानदार रहा है ऑन संडे आगे भी रहेगा लेकिन बुमराह को अपनी बोलिंग में और चतुराई और और पहले पान पर काम करने की आवश्यकता है क्योंकि उनके एक ही तरह से लगातार बॉलिंग करने के कारण सभी बैट्समैन उनको समझ चुके हैं कि वह किस-किस तरह की बाल डाल सकते हैं इसलिए बुमराह को कुछ अपने क्रिया या किसी राउंड से बोलिंग करते हैं उसमें भी थोड़ा बहुत परिवर्तन के बारे में सोचना चाहिए।
मुझे वसीम अकरम का दाएं छोड़ से बॉलिंग करना और इन स्विंग बाल करना बहुत अच्छा लगता था क्योंकि उसे बल्लेबाज हमेशा सोचेगा कि जो बंदा दाएं से आएगा वह डेन फेंकेगा लेकिन इस बोलिंग में बॉल इन स्विंग होने के कारण यह बाहर से अंदर की तरफ आती है जिसका खिलाड़ी को कोई अंदेशा नहीं रहता है।
लेकिन बुमराह अगर कप्तानी करने लगेंगे तो जाहिर सी बात है सभी खिलाड़ियों में उनको कभी भी आप देखें सबसे ज्यादा सिरप वह करते रहते हैं और सभी खिलाड़ियों के साथ घुलमिल कर रहते हैं और बुमराह मैदान में भी सभी का गर्मजोशी से और अपनी फील्डिंग से भी बीच-बीच में अपनी उपस्थिति दर्ज करते रहते हैं।
बुमराह का करियर वाकई बहुत ही अब तक शानदार रहा है ऑन संडे आगे भी रहेगा लेकिन बुमराह को अपनी बोलिंग में और चतुराई और और पहले पान पर काम करने की आवश्यकता है क्योंकि उनके एक ही तरह से लगातार बॉलिंग करने के कारण सभी बैट्समैन उनको समझ चुके हैं कि वह किस-किस तरह की बाल डाल सकते हैं इसलिए बुमराह को कुछ अपने क्रिया या किसी राउंड से बोलिंग करते हैं उसमें भी थोड़ा बहुत परिवर्तन के बारे में सोचना चाहिए।
मुझे वसीम अकरम का दाएं छोड़ से बॉलिंग करना और इन स्विंग बाल करना बहुत अच्छा लगता था क्योंकि उसे बल्लेबाज हमेशा सोचेगा कि जो बंदा दाएं से आएगा वह डेन फेंकेगा लेकिन इस बोलिंग में बॉल इन स्विंग होने के कारण यह बाहर से अंदर की तरफ आती है जिसका खिलाड़ी को कोई अंदेशा नहीं रहता है।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"