महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति तेज हो गई है। अब शरद पवार ने एक ऐसा बयान दे दिया है जिसपर जमकर हंगामा शुरू हो गया है। दरअसल, शरद पवार ने महाराष्ट्र के भविष्य की तुलना मणिपुर से कर दी है। शरद पवार ने केंद्र की सरकार पर निशाना साधते हुए चिंता जताई है कि मणिपुर जैसे हालात महाराष्ट्र में भी ही सकते हैं। पवार के बयान के बाद भाजपा उनपर हमलावर हो गई है। आइए जानते हैं इस पूरे मामले को।
क्या बोले शरद पवार?
नवी मुंबई शहर के एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान शरद पवार ने कहा कि मणिपुर में इतना कुछ हुआ पर प्रधानमंत्री को एक बार भी यह महसूस नही हुआ कि मणिपुर के हालात मणिपुर में जाकर देख आये। वहां के लोगो को दिलासा दे। यह सब कुछ मणिपुर में हुआ आस-पास के राज्य में भी ऐसे हालात बने, कर्नाटक में भी ऐसा ही हुआ। पवार ने आगे कहा कि अब मुझे फिक्र होने लगी है कि वैसे ही कुछ महाराष्ट्र में भी हो सकता है।
राजनीति के लिए ऐसे बयान न दें- बावनकुले
एनसीपी नेता शरद पवार पर टिप्पणी करते हुए महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहां की शरद पवार जैसे नेता यह कहते हैं कि महाराष्ट्र में वायलेंस होगा, जातीय दंगे होंगे। शरद पवार को राजनीति के लिए इस प्रकार का वक्तव्य नहीं देना चाहिए की महाराष्ट्र में दंगे होगे, वायलेंस होगा।
हिंसा रोकने में गृह मंत्री सक्षम हैं- बावनकुले
बावनकुले ने कहा कि शरद पवार इस प्रकार की भविष्यवाणी करके महाराष्ट्र और महाराष्ट्र की जनता को बदनाम ना करें। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में यदि कोई हिंसा के संबंध में सोचेगा तो महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस उसे कंट्रोल करने के लिए सक्षम हैं। बावनकुले ने कहा कि महाराष्ट्र में कुछ लोग, कुछ विपक्ष के लोग समाज और समाज के बीच में जाति तनाव के निर्माण करके राजनीति करना चाहते हैं। दो चार समाज के आमने-सामने आने से उनकी राजनीति पूरी हो जाएगी। कांग्रेस पार्टी कन्फ्यूजन का निर्माण कर रही है।