संयुक्त राष्ट्रः संयुक्त राष्ट्र की उप महासचिव अमीना जे. मोहम्मद ने भारत के मशहूर कथावाचक मोरारी बापू से मुलाकात की है। अमीना मोहम्मद ने न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु और कथाकार मोरारीबापू से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनका हालचाल पूछा। बता दें कि मोरारीबापू 27 जुलाई से 4 अगस्त तक संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में ऐतिहासिक राम कथा कर रहे हैं। यह पहली बार है जब किसी आध्यात्मिक गुरु द्वारा संयुक्त राष्ट्र में इस तरह का आयोजन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि भगवान राम और रामचरितमानस की शिक्षाओं के प्रसार के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले मोरारीबापू ने इस कथा का नाम मानस वसुधैव कुटुंबकम रखा है। “वसुधैव कुटुंबकम” पारंपरिक भारतीय विचारधारा को दर्शाता है और इसका अर्थ है कि विश्व एक परिवार है। मोरारीबापू ने यूक्रेन और रूस तथा इजरायल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने की कई बार अपील की है और शांति के लिए प्रार्थना की है।
संयुक्त राष्ट्र के बाद रूस-यूक्रेन की सीमा पर कथा कहने की इच्छा
मोरारी बापू विश्व शांति और विश्वबंधुत्व की भावना जगाने के लिए यूक्रेन-रूस सीमा पर राम कथा आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा है। बापू ने कहा है कि युद्ध से दुनिया का भला नहीं हो सकता। वह बार-बार रूस और यूक्रेन के बीच 2 वर्षों से अधिक समय से चल रहे युद्ध को खत्म करने की अपील करते रहे हैं। मगर यह अनवरत जारी है। ऐसे में मानवता के लिए और युद्ध में शांति लाने के लिए बापू की इच्छा बॉर्डर पर कथा कहने की है।