सचेत उपभोक्तावाद का उदय: खरीदारी की आदतों में बदलाव
सचेत उपभोक्तावाद में लोग अपने खरीदारी के निर्णयों को पर्यावरण, समाज और नैतिकता के आधार पर करते हैं। इससे स्थायी और नैतिक उत्पादों की मांग बढ़ी है। लोग अब जैविक, पुनर्नवीनीकरण और स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देते हैं। यह ट्रेंड कंपनियों को भी अधिक जिम्मेदार बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है, जिससे पर्यावरण और समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।