सोशल मीडिया पर एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद जिम वाले भी एक पल के लिए सोच में पड़ जाएंगे।
इस स्त्री की ताकत देखकर आप हो जाएंगे भौचक्के, Video हो रहा है वायरल
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- Joined: Mon Aug 05, 2024 10:21 am
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Re: इस स्त्री की ताकत देखकर आप हो जाएंगे भौचक्के, Video हो रहा है वायरल
यह वायरल वीडियो देखने में जितना साधारण लग रहा है उतना है नहीं क्योंकि इसमें महिला अपने पीठ के दम पर सपाट मारते हुए एक पूरे टेंपो को बड़े आराम से उठा ले रही है जिसमें उसकी अपार शक्ति या कोई देवी शक्ति जैसा प्रतीत हो रहा है।
मेरे ख्याल से इस वीडियो को मैंने कई बार आगे पीछे करके देखा है और मैंने पाया है कि यह टेंपो को पीछे से नहीं दिखाया जा रहा है तो क्या पता पीछे रस्सी लगाकर कुछ लोग हो या कोई मशीन हो जिससे टेंपो को पीछे किया जा रहा हो।
जैसे-जैसे पहिया ऊपर उठ रहा हो महिला वर्जिश करते हुए ऊपर उठती हो फिर उसके बाद टेंपो को जब नीचे गिराया जाता हो तो महिला वह जी करते हुए नीचे आती हो मुझे जान पड़ता है यही एक साधारण तरीका करके इस कार्य को किया गया है।
इस वीडियो में महिला किसी भी तरह से असाधारण शक्ति वाली या कोई पर अलौकिक शक्ति का परिचय दे रही है ऐसा कुछ भी नहीं है। आपको स्पष्ट बता दूं महिला को अगर आप ध्यान से देखें तो यह तिरंगे में बहुत अच्छे से सजी सवारी और सुंदर बनकर यह अद्भुत उनके माथे पर जरा से भी सीकन नहीं है की वह इतना बड़ा कार्य अकेले अपने दम पर करने वाली है।
मेरे ख्याल से इस वीडियो को मैंने कई बार आगे पीछे करके देखा है और मैंने पाया है कि यह टेंपो को पीछे से नहीं दिखाया जा रहा है तो क्या पता पीछे रस्सी लगाकर कुछ लोग हो या कोई मशीन हो जिससे टेंपो को पीछे किया जा रहा हो।
जैसे-जैसे पहिया ऊपर उठ रहा हो महिला वर्जिश करते हुए ऊपर उठती हो फिर उसके बाद टेंपो को जब नीचे गिराया जाता हो तो महिला वह जी करते हुए नीचे आती हो मुझे जान पड़ता है यही एक साधारण तरीका करके इस कार्य को किया गया है।
इस वीडियो में महिला किसी भी तरह से असाधारण शक्ति वाली या कोई पर अलौकिक शक्ति का परिचय दे रही है ऐसा कुछ भी नहीं है। आपको स्पष्ट बता दूं महिला को अगर आप ध्यान से देखें तो यह तिरंगे में बहुत अच्छे से सजी सवारी और सुंदर बनकर यह अद्भुत उनके माथे पर जरा से भी सीकन नहीं है की वह इतना बड़ा कार्य अकेले अपने दम पर करने वाली है।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"