नौकरी साक्षात्कार में महारत हासिल करना: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका
शोध करें: कंपनी और पद के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
अभ्यास करें: सामान्य साक्षात्कार प्रश्नों के उत्तर का अभ्यास करें।
पेशेवर बनें: उपयुक्त और पेशेवर पोशाक पहनें।
समय प्रबंधन: समय पर पहुंचें और साक्षात्कार की शुरुआत से पहले आराम करें।
आत्मविश्वास: आत्मविश्वास बनाए रखें और सकारात्मक दृष्टिकोण रखें।
प्रभावी संप्रेषण: स्पष्ट और संक्षिप्त उत्तर दें, और बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें।
प्रश्न पूछें: साक्षात्कारकर्ता से कंपनी और भूमिका के बारे में प्रासंगिक प्रश्न पूछें।
सभी दस्तावेज़ साथ लाएं: रिज्यूमे, सर्टिफिकेट्स और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ साथ लाएं।
ध्यान से सुनें: साक्षात्कारकर्ता की बातों को ध्यान से सुनें और उत्तर देते समय विनम्र रहें।
फॉलो-अप: साक्षात्कार के बाद धन्यवाद नोट भेजें और स्थिति के बारे में फॉलो-अप करें।
नौकरी के लिए साक्षात्कार की कला में निपुणता: एक सम्पूर्ण मार्गदर्शिका
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- Joined: Fri Aug 16, 2024 1:45 pm
Re: नौकरी के लिए साक्षात्कार की कला में निपुणता: एक सम्पूर्ण मार्गदर्शिका
सभी दस्तावेज़ साथ लाएं रिज्यूमे, सर्टिफिकेट्स और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ साथ लाएं। जिस कंपनी में हम इंटरव्यू दे रहे हैं उसे कंपनी के बारे में अच्छे से पता करें | उचित पेशेवर पहने | साक्षत्कर्ता की बात ध्यान से सुने और उसके सवालों का अच्छे से जवाब दें | साक्षात्कार के बाद धन्यवाद नोट भेजें |
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Re: नौकरी के लिए साक्षात्कार की कला में निपुणता: एक सम्पूर्ण मार्गदर्शिका
साक्षात कर देने से पहले हमेशा ही याद रखें कि आपका रिज्यूम उनके हाथों में आपसे पहले होता है तो एक बढ़िया रिज्यूम तैयार करें और आप जहां भी नौकरी तलाश में जा रहे हैं वहां एक समय अवधि के लिए आप कार्यरत रहेंगे इसलिए अपने सारी उपयोगिता ज्ञान आदि को अच्छे से बेचने का प्रयास करें।
आपकी भाषा शैली आपका बोलने का तरीका और प्रश्नों के उत्तर देना सबसे प्रमुख बिंदु रहता है और हर के लिए या बहुत जरूरी हो जाता है कि वह इन सब चीजों को देखकर भारी-बूटी जानकर ही प्रवेश दे।
साक्षात्कार को भूलने का मौका दें, हमेशा याद रखें प्रश्न में ही उत्तर का जवाब होता है किसी प्रश्न के बाद साक्षात्कार कौन सा प्रश्न पूछ रहा है इस कड़ी को जोड़कर आप समझ सकते हैं कि वह क्या जानना चाह रहा है और जिन प्रश्नों का उत्तर आपको नहीं मालूम हो उसे मुस्कुराकर मन कर दीजिए जिससे वह जान सके की हां आप सर्व के ज्ञाता नहीं है आपको कुछ नहीं भी आता है जो आप यहां सीख सकते हैं क्योंकि जिसे सब कुछ आता है वह कहीं सीख नहीं पता है।
मैं पिछले डेढ़ साल में तीन कंपनियां बदल चुका हूं और मैं क्यों बदनाम इसका कारण भी आपको बता देता हूं पहले कंपनी में मेरी बात नहीं सुनी गई मुझे कुछ पूछा नहीं क्या दूसरी कंपनी में मुझे तनुमा पद्धति में निकलने का निकलने का चल भारत प्रोग्राम पहले से तय था मुझे रिक्वेस्ट बातें की गई अब शब्दों का मुझे सामना भी करना पड़ा और फिर तीसरी कंपनी में अभी मैं जहां काम कर रहा हूं वहां मैनेजर बोलते हैं इस पैटर्न पर लिखना है टल मेरा बोलना है मेरे पैटर्न पर चलो नहीं तो मैं नहीं लूंगा अब मैं उन दोनों की लड़ाई में समझ नहीं पा रहा हूं मैं किस पैटर्न पर काम करूं इसलिए मैंने अपना खुद का एक पैटर्न आजाद कर लिया क्योंकि मैं अब इस कारक भी हूं तो अब मुझे जॉब पर जीसस क्राइस्ट बनने का बढ़िया मौका मिलने वाला है जिसकी घोषणा हो सकती है।
मुझे बोला जा रहा है कीवर्ड स्टफिंग करने के लिए जब मैं जान रहा हूं कि कीवर्ड कुछ होता ही नहीं है मुझे एक आर्टिकल में 15-15 कीवर्ड करके 2000 में करीब 200 शब्द तो कीबोर्ड के रखना पड़ रहे हैं वह मेरे आर्टिकल का कचरा कर रहे हैं और उसे बंदे के अकाउंट जिससे मुझे सैलरी आने वाली है मैं उसका नुकसान नहीं कर सकता तो शायद मैं यहां से भी टाटा गुड बाय जल्द होने वाला हूं।
आपकी भाषा शैली आपका बोलने का तरीका और प्रश्नों के उत्तर देना सबसे प्रमुख बिंदु रहता है और हर के लिए या बहुत जरूरी हो जाता है कि वह इन सब चीजों को देखकर भारी-बूटी जानकर ही प्रवेश दे।
साक्षात्कार को भूलने का मौका दें, हमेशा याद रखें प्रश्न में ही उत्तर का जवाब होता है किसी प्रश्न के बाद साक्षात्कार कौन सा प्रश्न पूछ रहा है इस कड़ी को जोड़कर आप समझ सकते हैं कि वह क्या जानना चाह रहा है और जिन प्रश्नों का उत्तर आपको नहीं मालूम हो उसे मुस्कुराकर मन कर दीजिए जिससे वह जान सके की हां आप सर्व के ज्ञाता नहीं है आपको कुछ नहीं भी आता है जो आप यहां सीख सकते हैं क्योंकि जिसे सब कुछ आता है वह कहीं सीख नहीं पता है।
मैं पिछले डेढ़ साल में तीन कंपनियां बदल चुका हूं और मैं क्यों बदनाम इसका कारण भी आपको बता देता हूं पहले कंपनी में मेरी बात नहीं सुनी गई मुझे कुछ पूछा नहीं क्या दूसरी कंपनी में मुझे तनुमा पद्धति में निकलने का निकलने का चल भारत प्रोग्राम पहले से तय था मुझे रिक्वेस्ट बातें की गई अब शब्दों का मुझे सामना भी करना पड़ा और फिर तीसरी कंपनी में अभी मैं जहां काम कर रहा हूं वहां मैनेजर बोलते हैं इस पैटर्न पर लिखना है टल मेरा बोलना है मेरे पैटर्न पर चलो नहीं तो मैं नहीं लूंगा अब मैं उन दोनों की लड़ाई में समझ नहीं पा रहा हूं मैं किस पैटर्न पर काम करूं इसलिए मैंने अपना खुद का एक पैटर्न आजाद कर लिया क्योंकि मैं अब इस कारक भी हूं तो अब मुझे जॉब पर जीसस क्राइस्ट बनने का बढ़िया मौका मिलने वाला है जिसकी घोषणा हो सकती है।
मुझे बोला जा रहा है कीवर्ड स्टफिंग करने के लिए जब मैं जान रहा हूं कि कीवर्ड कुछ होता ही नहीं है मुझे एक आर्टिकल में 15-15 कीवर्ड करके 2000 में करीब 200 शब्द तो कीबोर्ड के रखना पड़ रहे हैं वह मेरे आर्टिकल का कचरा कर रहे हैं और उसे बंदे के अकाउंट जिससे मुझे सैलरी आने वाली है मैं उसका नुकसान नहीं कर सकता तो शायद मैं यहां से भी टाटा गुड बाय जल्द होने वाला हूं।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"