अंतरराष्ट्रीय हिन्दी पखवाड़ा उत्सव (१ सितंबर - १४ सितंबर २०२४ ) के अंतर्गत हिन्दी एवं हिन्दी साहित्य को उसके मूल देव-नागरी लिपि में प्रोत्साहन देने हेतु विभिन्न प्रतियोगिताओं की विस्तृत जानकारी यहाँ पाएं ।
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कोई विशेष नियम नहीं है।
यह सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
प्रतियोगिता में सम्मिलित होने की आरंभ तिथि (Starting Date of Entering into this competition ) : कभी भी !!! प्रतियोगिता में सम्मिलित होने की अंतिम तिथि (Deadline/ Last Date of Entering into this competition:02.10.2025
प्रतियोगिता के नियम :
१. www.HindiDiscussionForum.com में रजिस्टर करें और अपने username के साथ विभिन्न बाल प्रतियोगिताओं में शामिल हो।
२. इस फोरम में search करें और अपनी पसंद के विषयों (posts/threads) पर हिन्दी (देव-नागरी लिपि) में reply करके अपने विचार प्रस्तुत करें: index.php
* आपकी हर पोस्टिंग की शब्द सीमा - तकरीबन ५० के आस पास होनी चाहिए। हालाकि आपके द्वारा reply करे गए विषय के अनुसार ये सीमा कुछ कम या ज्यादा भी हो सकती है।
शब्द सीमा के नियम का पालन करने की कोई विशेष आवश्यकता नहीं है। बस जो भी लिखे और जितना भी लिखे, मन से लिखने का प्रयास करें।
प्रतियोगिता के परिणाम पाक्षिक एवं मासिक (1 st and 15 th date of every month) रूप से नियमित रूप से इसी थ्रेड में प्रकाशित किए जाएंगे!
प्रोत्साहन पुरस्कार:
11 पोस्टिंगस पूरी करने पर - Gift worth Rs. 100/-
21 पोस्टिंगस पूरी करने पर - Gift worth Rs. 200/-
51 पोस्टिंगस पूरी करने पर - Gift worth Rs. 500/-
101 पोस्टिंगस पूरी करने पर - Gift worth Rs.1000/-
नकद पुरस्कार :
501 पोस्टिंगस पूरी करने पर - CASH prize Rs. 5001/- (पाँच हज़ार एक रुपये मात्र)
1001 पोस्टिंगस पूरी करने पर - Cash prize Rs. 10,001/- (दस हज़ार एक रुपये मात्र)
Mega prize :
5001 पोस्टिंगस पूरी करने पर - Cash prize Rs. 10,001/- (दस हजार एक रुपये मात्र) + Branded Laptop with 1 year warrantee.
REMINDER : प्रतियोगिता के परिणाम पाक्षिक एवं मासिक (1 st and 15 th date of every month) तारीख़ को नियमित रूप से इसी थ्रेड में प्रकाशित किए जाएंगे!
* Those Hindi lovers, who, for some reason or the other, are not able to write in Dev-Nagari (most probably because they are not well versed with the script) can also participate in this competition by writing Hindi in Roman like this - ' Main bhi es competition me participate karna chahta hoon par main Hindi ko isi tarah pad aur likh sakta hoon...... !!!'
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User ID - aakanksha24
शीर्षक - स्वच्छ भारत अभियान पर मेरे विचार
स्वच्छ भारत अभियान सरकार द्वारा संचालित
किए जाने वाला एक स्वच्छता अभियान है ,
पर ये कामयाब कब होगा ,जब इसे हम अपने
में ,अपने कार्यों में शामिल करेगे ।
मन में सार्वजनिक स्थलों को अपने
घर की तरह साफ रखेगे ।
किसी भी सार्वजनिक स्थल पर गंदगी करने से
पहले मन में ये विचार आना जरूरी है की ,
वो सार्वजनिक स्थल आखिर हमारे देश का ही तो हिस्सा उसे
गंदा करके छोड़ देना ,मतलब अपने ही देश को गंदा करना है ।
स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए
मन में भी उसे स्वच्छ बनाए रखने के विचारो का होना आवश्यक है ।
और ये स्वच्छता के विचार बचपन से ही मां बाप को अपने बच्चे के मन में डालने की
जरूरत है ।
तभी तो जब मन में स्वच्छता को लेकर साफ और स्पष्ट विचार होगे तो
देश अपने आप स्वच्छ हो जायेगा ।
आकांक्षा रैकवार
सागर मध्यप्रदेश ।
aakanksha24 wrote: ↑Sun Sep 29, 2024 8:08 am
User ID - aakanksha24
शीर्षक - स्वच्छ भारत अभियान पर मेरे विचार
स्वच्छ भारत अभियान सरकार द्वारा संचालित
किए जाने वाला एक स्वच्छता अभियान है ,
पर ये कामयाब कब होगा ,जब इसे हम अपने
में ,अपने कार्यों में शामिल करेगे ।
मन में सार्वजनिक स्थलों को अपने
घर की तरह साफ रखेगे ।
किसी भी सार्वजनिक स्थल पर गंदगी करने से
पहले मन में ये विचार आना जरूरी है की ,
वो सार्वजनिक स्थल आखिर हमारे देश का ही तो हिस्सा उसे
गंदा करके छोड़ देना ,मतलब अपने ही देश को गंदा करना है ।
स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए
मन में भी उसे स्वच्छ बनाए रखने के विचारो का होना आवश्यक है ।
और ये स्वच्छता के विचार बचपन से ही मां बाप को अपने बच्चे के मन में डालने की
जरूरत है ।
तभी तो जब मन में स्वच्छता को लेकर साफ और स्पष्ट विचार होगे तो
देश अपने आप स्वच्छ हो जायेगा ।
आकांक्षा रैकवार
सागर मध्यप्रदेश ।
आभार,
आप ठीक इसी तरह इस फोरम में मौजूद कोई भी विषय पर post reply पर click कर उस विषय पर अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं।
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User ID - aakanksha24
विधा - लघु कथा
शीर्षक - स्वच्छता बनाएं रखने की तरकीब
बात हमारी कालोनी की हमारी बिल्डिग में एक शर्मा परिवार रहता था और
उनके ऊपर वाले माले में , मेहता जी ।
शर्मा परिवार में 4 लोग रहते थे माता पिता उनकी 2 संताने एक बेटा और एक बेटी ,बेटी कक्षा छ : और बेटा कक्षा 10 में थे ।
शर्मा जी को पेड़ पौधों से अधिक लगाव था लेकिन शहर की कॉलोनियों में इतनी जगह नहीं थी की वे बड़े पेड़ लगा सके लेकिन उन्होंने अपने फ्लैट के बाहर दरवाजे के दोनो ओर पौधो को गमले रखे हुए थे जिन्हे वो नियमित पानी देते थे ।
वही ऊपर मेहता जी रहते थे जो की अपनी पत्नी के साथ रहते थे और स्वभाव से खडूस थे उन्हे किसी के अच्छे बुरे से कोई नाता नहीं था ।
मेहता जब भी ऑफिस से आते तो पान खा कर आते और पान की पीक रोज शर्मा जी गमलो में छोड़ते जिस की वजह से गमलो के साथ - साथ दीवार भी लाल हो गई , शर्मा जी चूंकि काम की वजह से शहर से बाहर जाते थे और देर रात आते थे , उनके पास इतना समय नही रहता था की वो मेहता से सीधे मुंह बात करते ,इसलिए उन्होंने उस दीवार पर लिखवा भी दिया की यहां थूकना मना है लेकिन मेहता फिर भी नही माने ।
फिर एक शर्मा जी के बेटे के दिमाग में एक तरकीब सूझी उसने स्कूल आते जाते की जहां भगवान की तस्वीर या मूर्तियां होती है वहां साफ सफाई भी होती है
। उसने ये बात अपने पापा को बताई शर्मा जी ने रविवार के लिए पूरे दरवाजे की दीवार साफ की फर्श धुलवाया और गमले बदलवाएं । फिर उसी दीवार पर भगवान जी के पोस्टर लगा दिए ।
अब मेहता जी जब भी उनके दरवाजे से निकलते तो सिर झुका कर जाते और गंदगी भी नही करते ।
हम कितने भी साफ सुथरे क्यूं ना हो
कितने ही साफ कपड़े क्यूं ना पहन ले
अपने चेहरे को कितने भी सौन्दर्य सामग्री लगा कर
चमका ले ।
हम बस बाहर से ही सुंदर लग सकते हैं ।
लेकिन अंदर से भी तो स्वच्छ और सुंदर होना ज़रूरी है
क्युकी काया तो बुढ़ापे के शुरू होते ही नष्ट होने लगती हैं
परंतु हमारे विचार ,हमारा मन हमारा व्यवहार अगर
अच्छा है ,मन में कोई गलत विचार , घृणा जलन नही है तो
हम आंतरिक रूप से भी स्वच्छ है ।
हमारे सौंदर्य से ज्यादा ,लोग हमारे व्यवहार और अच्छे विचारों की वजह से हमे याद रखते है ,हम से जुड़ना चाहते हैं ।
जिनके विचार और व्यवहार गलत होता है लोग उनकी पीठ पीछे बिल्कुल भी इज्जत नहीं करते है ,उनकी हर जगह निंदा होती है ।
User ID - Stayalive
Article Title- Clean India, Clean Thought!
स्वच्छ भारत, स्वच्छ विचार
स्वच्छता केवल एक शारीरिक आवश्यकता नहीं है, बल्कि यह हमारे विचारों और जीवनशैली का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है। "स्वच्छ भारत, स्वच्छ विचार" का नारा हमें यह याद दिलाता है कि एक साफ-सुथरा देश ही एक स्वस्थ और खुशहाल समाज का निर्माण कर सकता है।
स्वच्छता का महत्व
स्वच्छता हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। गंदगी और प्रदूषण कई प्रकार की बीमारियों का कारण बनते हैं। अगर हमारे आस-पास का वातावरण साफ होगा, तो हम शारीरिक और मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहेंगे। स्वच्छता के प्रति जागरूकता हमें न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि सामूहिक स्तर पर भी जिम्मेदार बनाती है।
स्वच्छ भारत अभियान
भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया "स्वच्छ भारत अभियान" इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अभियान का उद्देश्य देशभर में स्वच्छता को बढ़ावा देना और लोगों को जागरूक करना है। यह न केवल शहरों, बल्कि गांवों में भी स्वच्छता की दिशा में काम कर रहा है। स्वच्छता के साथ-साथ, यह अभियान जनसंख्या को यह भी सिखाता है कि हमें कचरे का प्रबंधन कैसे करना चाहिए और पुनर्चक्रण के महत्व को समझना चाहिए।
स्वच्छ विचार
स्वच्छता केवल बाहरी सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे विचारों की भी सफाई का प्रतीक है। स्वच्छ विचारों का मतलब है नकारात्मकता, द्वेष और गलतफहमी को दूर करना। जब हमारे विचार साफ होंगे, तब हम समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकेंगे। हमें अपनी सोच को सकारात्मक दिशा में मोड़ने की आवश्यकता है, ताकि हम न केवल अपने लिए, बल्कि अपने समाज और देश के लिए भी एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकें।
निष्कर्ष
"स्वच्छ भारत, स्वच्छ विचार" का संकल्प हमें प्रेरित करता है कि हम न केवल अपने आस-पास के वातावरण को साफ रखें, बल्कि अपने विचारों को भी सकारात्मक और स्वच्छ बनाएं। अगर हम सभी मिलकर इस दिशा में कदम बढ़ाएंगे, तो निश्चित रूप से हम एक स्वस्थ, खुशहाल और विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं। स्वच्छता हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है, और इसके प्रति हमारी जिम्मेदारी हमें एक जिम्मेदार नागरिक बनाती है। चलिए, हम सभी मिलकर एक स्वच्छ और सुखद भविष्य की ओर बढ़ें।
कृपया note करें - Forum में मनोरंजन, गप शप, कला साहित्य, राजनीति, ताजा खबर, student's corner etc. जैसे कई विषय है। उन पर click करके आपको हर एक विषय के बहुत सारे posts और threads मिल जाएंगे।
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User ID - aakanksha24
शीर्षक - स्वच्छता एक अच्छी आदत
कहते है न बच्चो का मन बिल्कुल गीली मिट्टी की तरह होता है
जिसे हम जैसे चाहे वैसे आकार में ढाल सकते है ।
वैसे ही बच्चो को हम बचपन में जो भी सिखाते है,वो उसे अच्छे से
सीख लेते हैं ।
बच्चों को क्या सिखाया जाए और क्या नहीं ये
परिवारजनों पर निर्भर करता है ।
अगर माता पिता और परिवार के सदस्य बच्चों को
जो भी सिखाएगे वो वही सीखेगे क्युकी
परिवार ही बच्चे का पहला विद्यालय होता है जहां
वो शुरुआती चीजे सीखता है, अपनी भाषा बोलना सीखता है ।
बच्चा हमेशा अपने मां बाप की नकल करके ही बहुत सारी क्रिया
सीखता है । मां बाप बच्चे के सामने जैसे व्यवहार करेगे बच्चे भी वैसा ही
व्यवहार करने लगते है ।
बच्चों में अच्छी आदत डालने की शुरूआत बचपन से ही मां बाप को कर देनी चाहिए ताकि आगे उसे मार पीट का न समझाना पड़े ।
अगर बच्चे को शुरुआत से ही हम सिखाए की खाना खा कर हाथ धोने चाहिए ,
फर्श और दीवारों को गंदा नही करना चाहिए।
तो आप देखेंगे कि बच्चा खुद से ही अगर गंदगी करता है तो खुद ही साफ भी करेगा।
बचपन से ही हमे धीरे धीरे बच्चो को स्वच्छता, अनुशासन,अपना कार्य स्वयं करने की आदत डालनी चाहिए।
User ID aakanksha24
शीर्षक - शारीरिक स्वच्छता का महत्व
हमारे जीवन में स्वच्छता का अति महत्वपूर्ण स्थान है
यदि हम अपने शरीर को स्वच्छ नही रखेगे तो शरीर में गंदगी उत्पन्न होती जाती है
जिस से कई कीटाणु होते है , कीटाणु से संक्रामक बिमारिया फैलती है और हम अस्वस्थ होकर अस्पताल में भर्ती हो जाते हैं जिसके कारण हमें
न जाने कितने इलाज कराने पड़ते है और दवाईयों का खर्च और अस्पताल का खर्च
उठाना पड़ता है ।
हमे आर्थिक रूप से क्षति पहुंचती हैं और हमारे स्वास्थ को भी कई बीमारियों को झेलना पड़ता है।
इसलिए जरूरी है की हम नियमित रूप से अपने शरीर की सफाई करे , नाखून काटे,खाना खाने से पहले हाथों को साबुन से अच्छे से धोए ।
फर्श पर डली हुई चीजे उठा कर न खाएं ।
फलों सब्जियों को धो कर ही उपयोग करे घर में साफ सफाई रखे ।