हिंदू धर्म में कई त्योहारों का होना इसके समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का हिस्सा है। इसके कुछ मुख्य कारण हैं:
1. विभिन्न देवताओं की पूजा: हिंदू धर्म में अनेक देवता और देवी हैं, और प्रत्येक देवता का अपना विशेष त्योहार होता है। जैसे, दुर्गा पूजा, गणेश चतुर्थी, शिवरात्रि, आदि।
2. ऋतुओं का चक्र: भारतीय संस्कृति में ऋतुओं के परिवर्तन के साथ विभिन्न त्योहार मनाए जाते हैं, जैसे मकर संक्रांति, होली, और दिवाली। ये त्योहार प्राकृतिक चक्र का सम्मान करते हैं।
3. सामाजिक एकता: त्योहार समाज को एकजुट करने का काम करते हैं। लोग एक साथ मिलकर इन त्योहारों को मनाते हैं, जिससे भाईचारा और सामुदायिक भावना बढ़ती है।
4. संस्कृति और परंपरा: त्योहारों के माध्यम से संस्कृति और परंपराओं को संजोया जाता है। ये पीढ़ी दर पीढ़ी चलती हैं और हमारी पहचान को मजबूत करती हैं।
5. आध्यात्मिक जागरूकता: त्योहार न केवल आनंद का अवसर होते हैं, बल्कि वे आत्मिक विकास और ध्यान का भी माध्यम होते हैं। पूजा और अनुष्ठान से व्यक्ति को अपने आध्यात्मिक पक्ष से जोड़ने का मौका मिलता है।
क्या आप सोच रहे हैं कि हिंदुओं के पास लगभग हर महीने त्योहार क्यों होते हैं? आपको यह पढ़ना चाहिए।
Moderators: janus, हिंदी, aakanksha24
Forum rules
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024
1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972
2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।
3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।
4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।
5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।
6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।
7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।
8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।
यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
-
- यारा एक हजारा , देख मैं आरा!!!
- Posts: 942
- Joined: Mon Aug 05, 2024 10:21 am
Re: क्या आप सोच रहे हैं कि हिंदुओं के पास लगभग हर महीने त्योहार क्यों होते हैं? आपको यह पढ़ना चाहिए।
यह आपका पोस्ट काफी उल्लेखनीय है जो दर्शाता है कि हां वाकई भारतीय परंपरा में त्योहार अलग-अलग रितु अलग-अलग परंपरा के आधार पर बैठे हुए हैं। हम भर्ती होने के नाते सभी त्योहारों का सम्मान भी करते हैं।
कुछ त्योहारों का पारिवारिक रूप से बहुत महत्व है जैसे रक्षाबंधन तीज करवा चौथ आदि पारिवारिक मजबूती के लिए बहुत आवश्यक हैं। वही मकर संक्रांति होली और दिवाली हमारे देश के संप्रभुता को बनाए रखने में सहायक हैं।
भारत में मौसम के आधार पर त्योहारों का बना हिंदी कैलेंडर के हिसाब से वाकई आश्चर्यजनक है क्योंकि दशहरे के बाद से ठंडी आ जाती है कुछ वर्षों पहले दिवाली जो मध्य नवंबर में था और इस बार अक्टूबर में रहा तो ठंडी का आगमन इस समय से शुरू हो गया जो बहुत ही रोचक विषय है।
आज दिनांक 17 अक्टूबर को बाल्मीकि जयंती की फोरम के सभी सदस्य गणों एवं माननीय एडमिन को बधाई।

कुछ त्योहारों का पारिवारिक रूप से बहुत महत्व है जैसे रक्षाबंधन तीज करवा चौथ आदि पारिवारिक मजबूती के लिए बहुत आवश्यक हैं। वही मकर संक्रांति होली और दिवाली हमारे देश के संप्रभुता को बनाए रखने में सहायक हैं।
भारत में मौसम के आधार पर त्योहारों का बना हिंदी कैलेंडर के हिसाब से वाकई आश्चर्यजनक है क्योंकि दशहरे के बाद से ठंडी आ जाती है कुछ वर्षों पहले दिवाली जो मध्य नवंबर में था और इस बार अक्टूबर में रहा तो ठंडी का आगमन इस समय से शुरू हो गया जो बहुत ही रोचक विषय है।
आज दिनांक 17 अक्टूबर को बाल्मीकि जयंती की फोरम के सभी सदस्य गणों एवं माननीय एडमिन को बधाई।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
-
- जीयो मेरे लाल, दोहरा शतक पूर्ण ....!!!
- Posts: 212
- Joined: Sun Aug 11, 2024 12:07 pm
Re: क्या आप सोच रहे हैं कि हिंदुओं के पास लगभग हर महीने त्योहार क्यों होते हैं? आपको यह पढ़ना चाहिए।
इन्हीं त्योहारों के वजह से हिंदू धर्म और संस्कृति मैं प्रेम और सौहार्द बना हुआ है, त्योहारों की वजह से ही सामाजिक दूरियां बढ़ती नहीं है, लोग त्योहार में एक दूसरे से मिलते जुलते हैं जिससे आपसी प्रेम भी बढ़ता है, और प्राकृतिक के हर चीजों को हिंदू भगवान के रूप में और देव के रूप में पूछते हैं जिससे उनका प्रकृति के प्रति भी जुड़ाव बढ़ता है, और यह सब त्यौहार आज के बने हुए नहीं यह बहुत प्राचीन समय से चले आ रहे हैं, हिंदू के हर त्यौहार का अलग-अलग ही महत्व होता है |
Re: क्या आप सोच रहे हैं कि हिंदुओं के पास लगभग हर महीने त्योहार क्यों होते हैं? आपको यह पढ़ना चाहिए।
दीवाली, होली, रक्षाबंधन, दशहरा, दुर्गा पूजा, नवरात्रि जैसी बड़े त्योहारों के अलावा, भारत में विभिन्न राज्यों में विशेष जनजातियों और समुदायों द्वारा भी कई उत्सव मनाए जाते हैं। इस प्रकार, लगभग हर महीने भारत के किसी न किसी हिस्से में हिंदू समुदाय द्वारा एक न एक त्योहार मनाया जाता है।
हिंदू त्योहार प्राकृतिक जीवन के चक्रीय स्वरूप से जुड़े होते हैं, और ये जीवन को स्थिर होने से रोकने का कार्य करते हैं। ये चक्रीय उत्सव—जो कई दिनों तक चलते हैं—भारत भर में मनाए जाते हैं।
हिंदू त्योहार प्राकृतिक जीवन के चक्रीय स्वरूप से जुड़े होते हैं, और ये जीवन को स्थिर होने से रोकने का कार्य करते हैं। ये चक्रीय उत्सव—जो कई दिनों तक चलते हैं—भारत भर में मनाए जाते हैं।