Source: https://www.indiatv.in/jammu-and-kashmi ... 20-1068839श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में मंगलवार सुबह बैक टू बैक भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। जानकारी के अनुसार, बारामूला और कुपवाड़ा में एक के बाद एक भूकंप के झटके लगे हैं। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.9 मापी गई। भूकंप के झटके से किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है।
दो बार दर्ज किए गए भूकंप के झटके
जानकारी के अनुसार, बारामूबला में आज सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र बारामूला से 74 किमी दूर जमीन के पांच किलोमीटर अंदर था। इसकी तीव्रता 4.9 आंकी गई। वहीं दूसरी बार भूकंप 6.52 मिनट पर आया। इसका केंद्र बारामूला से 74 किमी दूर जमीन के अंदर 10 किमी दूर था। इसकी तीव्रता 4.8 दर्ज की गई।
पूंछ में भी लगे भूकंप के झटके
भूकंप के झटके पूंछ समेत बारामूला और कुपवाड़ा के आस-पास के इलाकों में भी लगे। इसकी वजह से डर के नाते कई लोग घरों से बाहर आ गए। हालांकि इस भूकंप के किसी प्रकार के नुकसान की सूचना नहीं है।
बारामूला में जुलाई में लगे थे भूकंप के झटके
इससे पहले जुलाई में कश्मीर के बारामूला में 4.2 तीव्रता का भूकंप आया था। उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में दोपहर 12 बजकर 26 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गये थे। अधिकारियों के अनुसार भूकंप का केंद्र 34.32 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 74.41 डिग्री पूर्वी देशांतर पर पांच किमी की गहराई पर था।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भी जुलाई को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के अनुसार, पहाड़ी जिले में शाम 5.34 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। एनसीएस के अनुसार, भूकंप का केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि भूकंप से नुकसान होने की कोई सूचना नहीं मिली।
जम्मू-कश्मीर में बैक टू बैक भूकंप के झटके, जानें रिक्टर पैमाने पर कितनी रही तीव्रता
जम्मू-कश्मीर में बैक टू बैक भूकंप के झटके, जानें रिक्टर पैमाने पर कितनी रही तीव्रता
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Re: जम्मू-कश्मीर में बैक टू बैक भूकंप के झटके, जानें रिक्टर पैमाने पर कितनी रही तीव्रता
जम्मू-कश्मीर क्षेत्र भारतीय प्लेट और एशियाई प्लेट के संवेदनशील सीमा क्षेत्र में स्थित है। इस इलाके में भारत और एशिया की भू-तकनीकी प्लेटों का टकराव हो रहा है। भारतीय प्लेट लगातार उत्तर की ओर बढ़ रही है और एशियाई प्लेट से टकरा रही है, जिससे तनाव और दबाव उत्पन्न होता है। समय-समय पर ये प्लेटें अपने स्थान पर हलचल करती हैं और इसके कारण ही भूकंप के झटके आते हैं।