Source: https://www.indiatv.in/india/politics/u ... 18-1060857लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लगा था। भाजपा को राज्य में केवल 33 सीटें मिली जबकि बीते चुनाव में पार्टी ने 60 से ज्यादा सीटें जीती थीं। इसके बाद से ही पार्टी हार के कारणों पर मंथन कर रही है। अब बुधवार को उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है और हार के कारणों पर विस्तृत रिपोर्ट दी है। आइए जानते हैं।
भूपेंद्र चौधरी ने पीएम मोदी को दी रिपोर्ट
पीएम से मुलाकात में यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने यूपी के नतीजों पर विस्तार से रिपोर्ट दी। दोनों के बीच तकरीबन 45 मिनट की बातचीत हुई है। जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी ने पूछा- आपके रिपोर्ट में नतीजों की वजह क्या रही? इसके बाद भूपेंद्र चौधरी ने उत्तर प्रदेश में खराब प्रदर्शन के कारणों की विस्तार से जानकारी दी। आपको बता दें कि तकरीबन 40 हज़ार कार्यकर्ताओं से बात करके भूपेंद्र चौधरी ने 15 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की थी।
अधिकारियों पर आरोप कार्यकर्ता भी निष्क्रिय
भूपेंद्र चौधरी की रिपोर्ट में नाराज कार्यकर्ताओं और प्रशासन को चुनाव में खराब प्रदर्शन की सबसे बड़ी वजह बताया गया है। बीजेपी मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से गायब होना भी एक कारण था। रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रशासन के रवैये से कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी के चलते कार्यकर्ता चुनाव में निष्क्रिय रहे थे। इसके साथ ही कई जगहों के अधिकारी पर विपक्षी उम्मीदवारों की मदद करने का भी मामला रिपोर्ट में सामने आया है।
सरकारी नौकरी और जातियों की गोलबंदी
पीएम मोदी को दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कई सालों से सरकारी नौकरी में भर्ती न होने के कारण भी पार्टी को नुकसान हुआ है। इसके अलवा कहा गया है कि जातियों की विचित्र गोलबंदी रही, सीट विशेष पर अलग अलग ट्रेंड रहा। कई सीटों पर बीजेपी समर्थक जातियों ने भी बीजेपी उम्मीदवार को वोट नहीं दिया, जिसका सीधा मतलब कार्यकर्ताओं की उदासीनता या भीतरघात है।
अधिकारियों का पक्षपात, जातियों की गोलबंदी और..., पीएम मोदी को मिली यूपी में खराब प्रदर्शन की रिपोर्ट
अधिकारियों का पक्षपात, जातियों की गोलबंदी और..., पीएम मोदी को मिली यूपी में खराब प्रदर्शन की रिपोर्ट
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Re: अधिकारियों का पक्षपात, जातियों की गोलबंदी और..., पीएम मोदी को मिली यूपी में खराब प्रदर्शन की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव में भाजपा को यह जो झटका लगा हां जरूरी भी था, क्योंकि अगर कोई भी पार्टी बिना बिपक्ष के कार्य करती है तो उसका रवाया तानाशाही जैसा हो जाता है, तो एक मजबूत विपक्ष भी जरूरी होता है, इसका मुख्य कारण यह भी था कि भारतीय जनता पार्टी ने विकास तो बहुत किया लेकिन उनका ध्यान बेरोजगारी के पीछे ना के बराबर था, जहां भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में बहुत कम रिक्तियां निकाली इससे बेरोजगार युवकों और दो युवक रोजगार की तैयारी कर रहे हैं फोन में काफी असंतोष बना, क्योंकि तैयारी करके फायदा है क्या जब कोई वैकेंसी ही नहीं निकलेगी तो|
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Re: अधिकारियों का पक्षपात, जातियों की गोलबंदी और..., पीएम मोदी को मिली यूपी में खराब प्रदर्शन की रिपोर्ट
यूपी का चुनाव भाजपा अपने अति आत्मविश्वास के चलते नुकसान उसे सहना पड़ा है जहां पिछली बार बीजेपी 60 से भी अच्छा कर रही थी इस बार आधे सीटों में ही सिमट कर रह गई है और विपक्षी पार्टियों को इससे उठने का मौका भी मिल गया है अब इसे विधानसभा चुनाव में एक प्रश्न चिन्ह सा भी लग गया है जहां हम जनता के बीच अभी योगी की लोकप्रियता धीमी धीमी काम भी होती दिख रही है।Sunilupadhyay250 wrote: ↑Wed Nov 06, 2024 11:31 am लोकसभा चुनाव में भाजपा को यह जो झटका लगा हां जरूरी भी था, क्योंकि अगर कोई भी पार्टी बिना बिपक्ष के कार्य करती है तो उसका रवाया तानाशाही जैसा हो जाता है, तो एक मजबूत विपक्ष भी जरूरी होता है, इसका मुख्य कारण यह भी था कि भारतीय जनता पार्टी ने विकास तो बहुत किया लेकिन उनका ध्यान बेरोजगारी के पीछे ना के बराबर था, जहां भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में बहुत कम रिक्तियां निकाली इससे बेरोजगार युवकों और दो युवक रोजगार की तैयारी कर रहे हैं फोन में काफी असंतोष बना, क्योंकि तैयारी करके फायदा है क्या जब कोई वैकेंसी ही नहीं निकलेगी तो|
एक बड़ा तब का रोजगार का मुद्दा वाकई किसी भी चुनाव की प्रदेश को बदलने में सक्षम होता है और ऐसे में यूपी में बीजेपी को गोंडा एक्ट लाडली योजना और बुलडोजर जैसे कार्यों से हटकर कुछ ऐसे भी काम करने होंगे जिसे जनमानस का भी लाभ हो खास तौर से रोजगार के क्षेत्र में और सरकारी नौकरियों में उचित माध्यम से भारती और नई विज्ञप्ति आनी चाहिए।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"