युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

जो भी मन में आए, वो...
बस भाषा मर्यादित रखें।
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Realrider
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युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

Post by Realrider »

Youth unemployment rate 2024

🇿🇦 South Africa: 60.8%
🇪🇸 Spain: 26.5%
🇮🇹 Italy: 18.3%
🇫🇷 France: 17.7%
🇨🇳 China: 17.6%
🇹🇷 Turkey: 16.5%
🇨🇦 Canada: 13.5%
🇬🇧 UK: 12.8%
🇺🇸 United States: 9.5%
🇦🇺 Australia: 9.1%
🇳🇱 Netherlands: 9%
🇩🇪 Germany: 6.8%
🇰🇷 South Korea: 5.1%
🇯🇵 Japan: 4%

Source: https://tradingeconomics.com/country-li ... yment-rate

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manish.bryan
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Re: युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

Post by manish.bryan »

यह आंकड़े काफी चौंकाने वाले हैं क्योंकि साउथ अफ्रीका जैसे देश में बेरोजगारी दर अन्य देशों के मुकाबले बहुत ही अधिक है और भारत की बात की जाए तो भारत में बेरोजगारी दर गत वर्ष 2024 में 10.2 एक रही है जो फिर भी भारत जैसे देश के लिए एक अच्छा स्कोर है।

जापान और कोरिया की सूची में इंडेक्स काफी अच्छा है जिसे पता चलता है कि वहां रोजगार पूरक अवसर भरपूर मात्रा में है।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
Ambrishmishra
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Re: युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

Post by Ambrishmishra »

भारत में युवा बेरोजगारी दर दिन प्रतिदिन बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है इसे लेकर सरकार को थोड़ा चिंतन करना चाहिए और केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर नए रोजगार परख उद्योग एवं कल कारखाने लगाने चाहिए और मिलकर काम करना चाहिए जिससे साउथ अफ्रीका जैसी स्थिति अपने भारत देश की ना आए भारत एक बहुत बड़ा युवाओं का देश है और हर युवा की प्रमुख समस्या बेरोजगारी बहुत ज्यादा होने की वजह से है
Bhaskar.Rajni
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Re: युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

Post by Bhaskar.Rajni »

भारत में बेरोजगारी शुरू से ही बहुत बड़ी समस्या है जब से की खेती का काम और हाथ का काम करने से लोग कतरने लगे हैं पहले मुट्ठी भर लोग ही नौकरी किया करते थे या नौकरी की तलाश में रहते थे लेकिन आज प्रत्येक को नौकरी चाहिए और जनसंख्या भी इतनी बढ़ रही है तो प्रत्येक को नौकरी दे पाना सरकार के लिए संभव नहीं है तो खुद ही प्रयास करने होंगे सरकार घरेलू उद्योगों के लिए काफी मदद करती है जो कि बेरोजगारी को दूर करने में सहायक हो सकता है।
manish.bryan
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Re: युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

Post by manish.bryan »

Ambrishmishra wrote: Fri Nov 15, 2024 1:13 pm भारत में युवा बेरोजगारी दर दिन प्रतिदिन बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है इसे लेकर सरकार को थोड़ा चिंतन करना चाहिए और केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर नए रोजगार परख उद्योग एवं कल कारखाने लगाने चाहिए और मिलकर काम करना चाहिए जिससे साउथ अफ्रीका जैसी स्थिति अपने भारत देश की ना आए भारत एक बहुत बड़ा युवाओं का देश है और हर युवा की प्रमुख समस्या बेरोजगारी बहुत ज्यादा होने की वजह से है
भारत में युवा बेरोजगारी डर इसलिए भी कुछ हद तक ढकी हुई है क्योंकि यूपी बिहार राजस्थान दिल्ली झारखंड इन क्षेत्रों के ज्यादातर बच्चे सरकारी नौकरियों में अपने अवसर तलाशते हैं और जब नहीं होता है तो थक हार कर साथ में पाठ्यक्रम जो चल रहा होता है उससे जुड़े निजी कंपनियों में नौकरी आदि करना अच्छा महसूस करते हैं।

मैं आपकी बात से बिल्कुल सहमत हूं कि केंद्र सरकार राज सरकार को मिलकर रोजगारपूरक पूरक अवसर बेरोजगार नवयुवक जन को पहुंचना चाहिए।
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manish.bryan
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Re: युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

Post by manish.bryan »

Bhaskar.Rajni wrote: Fri Nov 15, 2024 2:11 pm भारत में बेरोजगारी शुरू से ही बहुत बड़ी समस्या है जब से की खेती का काम और हाथ का काम करने से लोग कतरने लगे हैं पहले मुट्ठी भर लोग ही नौकरी किया करते थे या नौकरी की तलाश में रहते थे लेकिन आज प्रत्येक को नौकरी चाहिए और जनसंख्या भी इतनी बढ़ रही है तो प्रत्येक को नौकरी दे पाना सरकार के लिए संभव नहीं है तो खुद ही प्रयास करने होंगे सरकार घरेलू उद्योगों के लिए काफी मदद करती है जो कि बेरोजगारी को दूर करने में सहायक हो सकता है।
मैं आपकी बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं क्योंकि भारत में जनसंख्या घनत्व इतना ज्यादा हो गया है ऐसे में हर वर्ष कितने करोड़ डिप्लोमा धारी डिग्री धारी नवयुवक एवं नवयुतियां निकाल कर आ रहे हैं जिन्हें रोजगार पूरक सुविधा देने का पूरा काम राज्य सरकार और केंद्र सरकार का है।

और रही बात खेती किसानी की तो आज के जमाने में विज्ञान और आधुनिकी पद्धति की पढ़ाई किया हुआ इंसान गांव में हल चलाना खेती बुवाई करना बिल्कुल भी नहीं कर पाएगा और खेती में इतने झंझट हैं और सरकार द्वारा भी उचित मूल्य नहीं मिलता है जिससे इसे सिर्फ दो समय का भजन ही किया जा सकता है बच्चों को अच्छी शिक्षा देना कक्षा घर मकान गाड़ी आदि संभव नहीं है।
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Bhaskar.Rajni
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Re: युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

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manish.bryan wrote: Fri Nov 15, 2024 2:40 pm
Bhaskar.Rajni wrote: Fri Nov 15, 2024 2:11 pm भारत में बेरोजगारी शुरू से ही बहुत बड़ी समस्या है जब से की खेती का काम और हाथ का काम करने से लोग कतरने लगे हैं पहले मुट्ठी भर लोग ही नौकरी किया करते थे या नौकरी की तलाश में रहते थे लेकिन आज प्रत्येक को नौकरी चाहिए और जनसंख्या भी इतनी बढ़ रही है तो प्रत्येक को नौकरी दे पाना सरकार के लिए संभव नहीं है तो खुद ही प्रयास करने होंगे सरकार घरेलू उद्योगों के लिए काफी मदद करती है जो कि बेरोजगारी को दूर करने में सहायक हो सकता है।
मैं आपकी बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं क्योंकि भारत में जनसंख्या घनत्व इतना ज्यादा हो गया है ऐसे में हर वर्ष कितने करोड़ डिप्लोमा धारी डिग्री धारी नवयुवक एवं नवयुतियां निकाल कर आ रहे हैं जिन्हें रोजगार पूरक सुविधा देने का पूरा काम राज्य सरकार और केंद्र सरकार का है।

और रही बात खेती किसानी की तो आज के जमाने में विज्ञान और आधुनिकी पद्धति की पढ़ाई किया हुआ इंसान गांव में हल चलाना खेती बुवाई करना बिल्कुल भी नहीं कर पाएगा और खेती में इतने झंझट हैं और सरकार द्वारा भी उचित मूल्य नहीं मिलता है जिससे इसे सिर्फ दो समय का भजन ही किया जा सकता है बच्चों को अच्छी शिक्षा देना कक्षा घर मकान गाड़ी आदि संभव नहीं है।
अरे क्या बात कर रहे हैं अब इस हाईटेक जमाने में सब कुछ तो आधुनिक हो गया है जैसा कि विदेशों में सब कुछ मशीनों से किया जाता है इतने बड़े-बड़े खेत सब आधुनिक मशीनों से काम काया जाता हैं वैसा ही भारत में भी वही तकनीक लाई जा सकती है कौन आपको कह रहा है कि आप बैल को जोतो और हल चलाओ और और कुएं से पानी भरो और खेतों को सींचों ।तकनीक बहुत विकसित हो गई है बस बात यह है कि सबको रेडीमेड चाहिए ।मेहनत करके कोई खाना नहीं चाहता।
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Bhaskar.Rajni wrote: Fri Nov 15, 2024 3:10 pm
manish.bryan wrote: Fri Nov 15, 2024 2:40 pm
Bhaskar.Rajni wrote: Fri Nov 15, 2024 2:11 pm भारत में बेरोजगारी शुरू से ही बहुत बड़ी समस्या है जब से की खेती का काम और हाथ का काम करने से लोग कतरने लगे हैं पहले मुट्ठी भर लोग ही नौकरी किया करते थे या नौकरी की तलाश में रहते थे लेकिन आज प्रत्येक को नौकरी चाहिए और जनसंख्या भी इतनी बढ़ रही है तो प्रत्येक को नौकरी दे पाना सरकार के लिए संभव नहीं है तो खुद ही प्रयास करने होंगे सरकार घरेलू उद्योगों के लिए काफी मदद करती है जो कि बेरोजगारी को दूर करने में सहायक हो सकता है।
मैं आपकी बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं क्योंकि भारत में जनसंख्या घनत्व इतना ज्यादा हो गया है ऐसे में हर वर्ष कितने करोड़ डिप्लोमा धारी डिग्री धारी नवयुवक एवं नवयुतियां निकाल कर आ रहे हैं जिन्हें रोजगार पूरक सुविधा देने का पूरा काम राज्य सरकार और केंद्र सरकार का है।

और रही बात खेती किसानी की तो आज के जमाने में विज्ञान और आधुनिकी पद्धति की पढ़ाई किया हुआ इंसान गांव में हल चलाना खेती बुवाई करना बिल्कुल भी नहीं कर पाएगा और खेती में इतने झंझट हैं और सरकार द्वारा भी उचित मूल्य नहीं मिलता है जिससे इसे सिर्फ दो समय का भजन ही किया जा सकता है बच्चों को अच्छी शिक्षा देना कक्षा घर मकान गाड़ी आदि संभव नहीं है।
अरे क्या बात कर रहे हैं अब इस हाईटेक जमाने में सब कुछ तो आधुनिक हो गया है जैसा कि विदेशों में सब कुछ मशीनों से किया जाता है इतने बड़े-बड़े खेत सब आधुनिक मशीनों से काम काया जाता हैं वैसा ही भारत में भी वही तकनीक लाई जा सकती है कौन आपको कह रहा है कि आप बैल को जोतो और हल चलाओ और और कुएं से पानी भरो और खेतों को सींचों ।तकनीक बहुत विकसित हो गई है बस बात यह है कि सबको रेडीमेड चाहिए ।मेहनत करके कोई खाना नहीं चाहता।
जमाना हाईटेक शहरों में रहने वाले लोगों के लिए हुआ है गांव के लोग अभी भी अशिक्षित और कम पूंजी में ही जीवन व्यतीत कर पाते हैं जहां तक इन हाइटेक मशीनों की आप बात कर रही हैं जैसे धान के कुटाई की मशीन हो तो 8 से 10 लाख में आती है ऐसे में किस को अपनी दो बीघा जमीन तक बेचने पड़ सकती है तो फसल उगाई कहीं कितना।

हमारे छोटे भाई धन और गेहूं काटने वाली मशीन गांव में जाकर किराए पर देकर इससे अच्छा खासा पैसा बना रहे हैं तो गांव के लोगों का गांव को लोगों को ही लूटने का एक अच्छा रोजगार पूरक मौका भी एक तरह से मिल गया है जो आधुनिकता की ही देन है।

धरातल पर किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता है मेरे गांव पर खुद भी खेती होती है तो यह बात में अच्छे से जानता हूं की पूरी खेती से साल भर में लख रुपए भी नहीं कमाया जा सकते हैं फसलों से पेट जरूर भरा जा सकता है और इस ट्रेडिंग दुनिया में बच्चों के फीस कितनी महंगी हो गई है कि शायद एक बीघा खेत में जितनी फसल होगी वह शायद 2 महीने की फीस के बराबर ही हो।
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manish.bryan wrote: Fri Nov 15, 2024 3:20 pm
Bhaskar.Rajni wrote: Fri Nov 15, 2024 3:10 pm
manish.bryan wrote: Fri Nov 15, 2024 2:40 pm

मैं आपकी बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं क्योंकि भारत में जनसंख्या घनत्व इतना ज्यादा हो गया है ऐसे में हर वर्ष कितने करोड़ डिप्लोमा धारी डिग्री धारी नवयुवक एवं नवयुतियां निकाल कर आ रहे हैं जिन्हें रोजगार पूरक सुविधा देने का पूरा काम राज्य सरकार और केंद्र सरकार का है।

और रही बात खेती किसानी की तो आज के जमाने में विज्ञान और आधुनिकी पद्धति की पढ़ाई किया हुआ इंसान गांव में हल चलाना खेती बुवाई करना बिल्कुल भी नहीं कर पाएगा और खेती में इतने झंझट हैं और सरकार द्वारा भी उचित मूल्य नहीं मिलता है जिससे इसे सिर्फ दो समय का भजन ही किया जा सकता है बच्चों को अच्छी शिक्षा देना कक्षा घर मकान गाड़ी आदि संभव नहीं है।
अरे क्या बात कर रहे हैं अब इस हाईटेक जमाने में सब कुछ तो आधुनिक हो गया है जैसा कि विदेशों में सब कुछ मशीनों से किया जाता है इतने बड़े-बड़े खेत सब आधुनिक मशीनों से काम काया जाता हैं वैसा ही भारत में भी वही तकनीक लाई जा सकती है कौन आपको कह रहा है कि आप बैल को जोतो और हल चलाओ और और कुएं से पानी भरो और खेतों को सींचों ।तकनीक बहुत विकसित हो गई है बस बात यह है कि सबको रेडीमेड चाहिए ।मेहनत करके कोई खाना नहीं चाहता।
जमाना हाईटेक शहरों में रहने वाले लोगों के लिए हुआ है गांव के लोग अभी भी अशिक्षित और कम पूंजी में ही जीवन व्यतीत कर पाते हैं जहां तक इन हाइटेक मशीनों की आप बात कर रही हैं जैसे धान के कुटाई की मशीन हो तो 8 से 10 लाख में आती है ऐसे में किस को अपनी दो बीघा जमीन तक बेचने पड़ सकती है तो फसल उगाई कहीं कितना।

हमारे छोटे भाई धन और गेहूं काटने वाली मशीन गांव में जाकर किराए पर देकर इससे अच्छा खासा पैसा बना रहे हैं तो गांव के लोगों का गांव को लोगों को ही लूटने का एक अच्छा रोजगार पूरक मौका भी एक तरह से मिल गया है जो आधुनिकता की ही देन है।

धरातल पर किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिलता है मेरे गांव पर खुद भी खेती होती है तो यह बात में अच्छे से जानता हूं की पूरी खेती से साल भर में लख रुपए भी नहीं कमाया जा सकते हैं फसलों से पेट जरूर भरा जा सकता है और इस ट्रेडिंग दुनिया में बच्चों के फीस कितनी महंगी हो गई है कि शायद एक बीघा खेत में जितनी फसल होगी वह शायद 2 महीने की फीस के बराबर ही हो।
हां यह बात सही है की मशीन महंगी आती है लेकिन बड़े किसानों के लिए यह कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन जिनके पास सिर्फ बीघा दो भीगा जमीन है उनके लिए थोड़ा मुश्किल है और शिक्षा अब तो गांव में भी पहुंच रही है गांव का किसान भी तकनीक को इस्तेमाल कर रहा है। सरकार भी मदद कर रही है। किसान यूनियन किसानों को बहुत सपोर्ट कर रही हैं।
Ambrishmishra
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Re: युवा बेरोजगारी दर देशों के अनुसार डेटा 2024

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मैं आपकी इस बात से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं कि किसान यूनियन किसने की मदद कर रही है या सरकार किसानों की मदद कर रही है जो भी है चाहे वह की सरकार हो व्यापारी हो या कोई भी हो हर कोई किस को लूटने ही जा रहा है कोई उसकी मदद करना नहीं चाह रहा है सरकार के द्वारा जितने भी किसान के लिए परियोजनाएं चली आई जाती हैं वह सिर्फ प्रचार प्रसार और कागज में ही रह जाता है किसान तक नहीं पहुंच पाता है
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