Evergreen Memories!!

मौज, मस्ती, चिल मारो (मर्यादित)
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Warrior
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Evergreen Memories!!

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manish.bryan
यारा एक हजारा , देख मैं आरा!!!
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Re: Evergreen Memories!!

Post by manish.bryan »

🤣🤣🤣🤣🤣🤣

मैं समझ गया कि रावण जलने के बाद जो पटाखे नहीं जल पाएंगे जो चटाई में से लड़कियां अधीगजली रह जाएगी या किसी कारणवश नहीं जल पाएंगे उन्हें निकाल कर लिया जाएगा और दिवाली के दिन उसे घर पर जलाया जाएगा।

दिवाली के दिन भी बहुत सारे बच्चे हैं काम करते हैं कि जो पटाखे नहीं जलती उन्हें किनारे धकेल देते हैं फिर अगले दिन उन्हें पटाखों पर रंड करके फिर से जलाकर एक और दिवाली मनाते हैं वह खुद को गौर मानवी महसूस करते हैं
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
Bhaskar.Rajni
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Re: Evergreen Memories!!

Post by Bhaskar.Rajni »

manish.bryan wrote: Sun Oct 20, 2024 12:30 am 🤣🤣🤣🤣🤣🤣

मैं समझ गया कि रावण जलने के बाद जो पटाखे नहीं जल पाएंगे जो चटाई में से लड़कियां अधीगजली रह जाएगी या किसी कारणवश नहीं जल पाएंगे उन्हें निकाल कर लिया जाएगा और दिवाली के दिन उसे घर पर जलाया जाएगा।

दिवाली के दिन भी बहुत सारे बच्चे हैं काम करते हैं कि जो पटाखे नहीं जलती उन्हें किनारे धकेल देते हैं फिर अगले दिन उन्हें पटाखों पर रंड करके फिर से जलाकर एक और दिवाली मनाते हैं वह खुद को गौर मानवी महसूस करते हैं
हां छोटे बच्चे ऐसा ही करते हैं जो पटाखे आते चले रह जाते हैं उन्हें दोबारा जलाने की कोशिश करते हैं क्योंकि पहले दिन तो उनके पास को पटाखे होते हैं जलने के लिए लेकिन बाद में दूसरे दिन जब ना पटाखे होते हैं और ना पटाखे खरीदने के लिए पैसे तब वह इन आधे जले पटाखों और जो पटाखे जल नहीं पाते उन्हें से काम चला कर खुश हो जाते हैं।
Bhaskar.Rajni
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Re: Evergreen Memories!!

Post by Bhaskar.Rajni »

यही तो है तीज त्योहारों का मजा और सबसे ज्यादा इसका आनंद बच्चे उठाते हैं खास करके दिवाली के त्यौहार का एक हफ्ता क्या एक महीना पहले शुरू हो जाते हैं पटाखे चलाने और हफ्ता भर बाद तक चलाते रहते हैं। घर से पैसे मांगते हैं तो वह उन्हें मिलते नहीं क्योंकि मम्मी पापा भी इस शोर शराबी से परेशान हो जाते हैं और जो गंदगी पड़ती है वह अलग तो यह बच्चे किसी तरह से जुगाड़ करते हैं और आधे जले पटाखे और यहां वहां से पटाखे का इंतजाम करके अपना शौक पूरा कर लेते हैं।
Kunwar ripudaman
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Re: Evergreen Memories!!

Post by Kunwar ripudaman »

manish.bryan wrote: Sun Oct 20, 2024 12:30 am 🤣🤣🤣🤣🤣🤣

मैं समझ गया कि रावण जलने के बाद जो पटाखे नहीं जल पाएंगे जो चटाई में से लड़कियां अधीगजली रह जाएगी या किसी कारणवश नहीं जल पाएंगे उन्हें निकाल कर लिया जाएगा और दिवाली के दिन उसे घर पर जलाया जाएगा।

दिवाली के दिन भी बहुत सारे बच्चे हैं काम करते हैं कि जो पटाखे नहीं जलती उन्हें किनारे धकेल देते हैं फिर अगले दिन उन्हें पटाखों पर रंड करके फिर से जलाकर एक और दिवाली मनाते हैं वह खुद को गौर मानवी महसूस करते हैं
हम दिन याद नहीं रखते; हम क्षण याद रखते हैं।
Kunwar ripudaman
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Re: Evergreen Memories!!

Post by Kunwar ripudaman »

कुछ यादें वास्तविकता होती हैं और किसी के साथ फिर कभी घटित होने वाली किसी भी चीज़ से बेहतर होती हैं
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