भारत के पहले आधुनिक कवि के रूप में कवीर की शैली और विचारधारा को आधुनिकता की दिशा में महत्वपूर्ण मानते हुए, विशेष रूप से "रामधारी सिंह 'दिनकर'" को माना जाता है। रामधारी सिंह 'दिनकर' ने हिंदी साहित्य में आधुनिक काव्य प्रवृत्तियों को स्थापित किया और उन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से समाज, राजनीति, और स्वतंत्रता संग्राम के मुद्दों को व्यक्त किया।
'दिनकर' की कविताएँ वीर रस और समाजिक चेतना से ओतप्रोत हैं। उनकी प्रमुख रचनाओं में "रश्मिरथी," "कुरुक्षेत्र," और "परशुराम की प्रतीक्षा" शामिल हैं। इन कविताओं में उन्होंने आधुनिक भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं को उठाया और एक नई दृष्टि प्रदान की।
रामधारी सिंह 'दिनकर' की कविताएँ न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की भावना को व्यक्त करती हैं, बल्कि उन्होंने आधुनिक हिंदी कविता की दिशा को भी नया मोड़ दिया। उनकी कविताओं में साहित्यिक शिल्प, विषयवस्तु और भावनात्मक गहराई की आधुनिक दृष्टि देखने को मिलती है, जो उन्हें भारतीय साहित्य के पहले आधुनिक कवि के रूप में मान्यता दिलाती है।
भारत के प्रथम आधुनिक कवि कौन हैं?
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- सात सो!!!! पोस्टिंग के साथ !!! लाहौल विला कुव्वत!!!
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Re: भारत के प्रथम आधुनिक कवि कौन हैं?
रामधारी सिंह 'दिनकर' को भारत का पहला आधुनिक कवि कहना पूरी तरह सही नहीं होगा, लेकिन वे निश्चित रूप से हिंदी साहित्य के प्रमुख आधुनिक कवियों में से एक थे। दिनकर को उनकी ओजस्वी और प्रगतिशील कविताओं के लिए जाना जाता है। हालांकि, हिंदी साहित्य में पहले आधुनिक कवि के रूप में भारतेंदु हरिश्चंद्र को स्वीकार किया जाता है, जिन्होंने 19वीं शताब्दी में आधुनिक हिंदी कविता और गद्य लेखन की शुरुआत की।
Re: भारत के प्रथम आधुनिक कवि कौन हैं?
आधुनिक हिंदी कविता में, एक सबसे लोकप्रिय और प्रिय कवि Kumar Vishwas हैं। वह अपनी भावनात्मक रूप से शक्तिशाली और भावुक कविताओं के लिए व्यापक रूप से जाने जाते हैं। उनके काम में सार्वभौमिक अपील है, जो अक्सर प्रेम, दिल टूटने, देशभक्ति और सामाजिक मुद्दों जैसे विषयों को छूते हैं। उनकी कविताएँ अक्सर सार्वजनिक समारोहों में सुनाई जाती हैं, और वह अपनी प्रभावशाली लाइव प्रस्तुतियों के लिए प्रसिद्ध हैं।
उनकी एक सबसे प्रसिद्ध और व्यापक रूप से सराही जाने वाली कविता है:
“Agar Tum Na Hote"
अगर तुम न होते
तो ये जो ग़म थे
तो ये जो तुमसे दूर जाने का डर था
तुमसे कुछ कहने का डर था
ये सारे डर अब कहीं गायब होते।
अगर तुम न होते
तो ये जो यादें थीं
यहाँ एक दीवार की तरह
अब ये सभी मेरे साथ होतीं।
यह कविता तड़प, प्रेम, और अलगाव के डर की भावनाओं को व्यक्त करती है। इसकी सादगी और भावनात्मक गहराई के कारण यह लाखों लोगों द्वारा पसंद की गई है।
Kumar Vishwas की कविता गहरे प्रभाव की होती है और यह जीवन के सभी पहलुओं से जुड़े लोगों के साथ आसानी से जुड़ती है, जो उन्हें आधुनिक हिंदी कविता के सबसे बेहतरीन और सबसे लोकप्रिय कवियों में से एक बनाती है।
उनकी एक सबसे प्रसिद्ध और व्यापक रूप से सराही जाने वाली कविता है:
“Agar Tum Na Hote"
अगर तुम न होते
तो ये जो ग़म थे
तो ये जो तुमसे दूर जाने का डर था
तुमसे कुछ कहने का डर था
ये सारे डर अब कहीं गायब होते।
अगर तुम न होते
तो ये जो यादें थीं
यहाँ एक दीवार की तरह
अब ये सभी मेरे साथ होतीं।
यह कविता तड़प, प्रेम, और अलगाव के डर की भावनाओं को व्यक्त करती है। इसकी सादगी और भावनात्मक गहराई के कारण यह लाखों लोगों द्वारा पसंद की गई है।
Kumar Vishwas की कविता गहरे प्रभाव की होती है और यह जीवन के सभी पहलुओं से जुड़े लोगों के साथ आसानी से जुड़ती है, जो उन्हें आधुनिक हिंदी कविता के सबसे बेहतरीन और सबसे लोकप्रिय कवियों में से एक बनाती है।
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- या खुदा ! एक हज R !!! पोस्टर महा लपक के वाले !!!
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Re: भारत के प्रथम आधुनिक कवि कौन हैं?
आधुनिक भारत के राष्ट्रकवि रामधारीसिंह दिनकर जी को कहा गया है। 'दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गये। वे छायावादोत्तर कवियों की पहली पीढ़ी के कवि थे।