इस ग्रुप में मैं आज पहले दिन जुड़ा हूँ| सबसे पहले मैं अपना परिचय देता हूँ|
मेरा नाम मनीष मिश्रा है, मैंने विक्रम विश्वविद्यालय से MCA किया हुवा है| मुझे हिंदी लेखन, कविता, संगीत आदि का बहुत शौक रहा है| मुझे शायरी आदि लिखने में बहुत अच्छा लगता है| मुझे बहुत सारी भाषाएँ आती हैं| मैं सॉफ्टवेर कंपनी में टेक्निकल राइटिंग का काम करता हूँ लेकिन फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी
मैंने अपने ३ मित्रो के साथ मिलकर 2016 में हमारी आवाज नाम से अपनी वेबसाइट शुरू की जिसके फेसबुक पेज पर हम देश के बहुत सारे लोगों से जुड़ पाए जो हमारी तरह देश के लिए कुछ करना चाहते है| कुछ कारणवश मुझे यह काम रोकना पड़ा लेकिन आज मुझे ख़ुशी है की हिंदी का मुझे एक अत्यंत बढ़िया प्लेटफार्म मिल गया|
इस ग्रुप में मैं आज से जुड़ा हूँ क्युकी मुझे हिंदी बेहद पसंद है|
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इस ग्रुप में मैं आज से जुड़ा हूँ क्युकी मुझे हिंदी बेहद पसंद है|
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
Re: इस ग्रुप में मैं आज से जुड़ा हूँ क्युकी मुझे हिंदी बेहद पसंद है|
स्वागत है मनीष जी।manish.bryan wrote: Mon Aug 05, 2024 10:16 pm इस ग्रुप में मैं आज पहले दिन जुड़ा हूँ| सबसे पहले मैं अपना परिचय देता हूँ|
मेरा नाम मनीष मिश्रा है, मैंने विक्रम विश्वविद्यालय से MCA किया हुवा है| मुझे हिंदी लेखन, कविता, संगीत आदि का बहुत शौक रहा है| मुझे शायरी आदि लिखने में बहुत अच्छा लगता है| मुझे बहुत सारी भाषाएँ आती हैं| मैं सॉफ्टवेर कंपनी में टेक्निकल राइटिंग का काम करता हूँ लेकिन फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी
मैंने अपने ३ मित्रो के साथ मिलकर 2016 में हमारी आवाज नाम से अपनी वेबसाइट शुरू की जिसके फेसबुक पेज पर हम देश के बहुत सारे लोगों से जुड़ पाए जो हमारी तरह देश के लिए कुछ करना चाहते है| कुछ कारणवश मुझे यह काम रोकना पड़ा लेकिन आज मुझे ख़ुशी है की हिंदी का मुझे एक अत्यंत बढ़िया प्लेटफार्म मिल गया|
बाकी दो दोस्तो को भी यहां का पता बता दे तो कोई दिक्कत नहीं ।
जारी रखिए।
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Re: इस ग्रुप में मैं आज से जुड़ा हूँ क्युकी मुझे हिंदी बेहद पसंद है|
सहयोग और विकास के लिए उपजाऊ जमीन के लिए समान विचारधारा वाले लोगों के साथ रहना अच्छा है, इससे नवीन विचार, उत्पादकता में वृद्धि और त्वरित सीखने की ओर अग्रसर होता है। इससे नवीन विचार, उत्पादकता में वृद्धि और त्वरित सीखने की ओर अग्रसर होगा...
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Re: इस ग्रुप में मैं आज से जुड़ा हूँ क्युकी मुझे हिंदी बेहद पसंद है|
मनीष जी! आपके बारे में पढ़ कर बहुत अच्छा लगा आपकी बातों में वैसे भी विद्धता झलकती है तो आप अच्छी शिक्षा प्राप्त की हैं और हिंदी की आपका लगाव देखते ही बनता है। आपने लिखा कि आपको कई भाषाएं आती हैं।AdminV wrote: Mon Aug 05, 2024 11:51 pmस्वागत है मनीष जी।manish.bryan wrote: Mon Aug 05, 2024 10:16 pm इस ग्रुप में मैं आज पहले दिन जुड़ा हूँ| सबसे पहले मैं अपना परिचय देता हूँ|
मेरा नाम मनीष मिश्रा है, मैंने विक्रम विश्वविद्यालय से MCA किया हुवा है| मुझे हिंदी लेखन, कविता, संगीत आदि का बहुत शौक रहा है| मुझे शायरी आदि लिखने में बहुत अच्छा लगता है| मुझे बहुत सारी भाषाएँ आती हैं| मैं सॉफ्टवेर कंपनी में टेक्निकल राइटिंग का काम करता हूँ लेकिन फिर भी दिल है हिन्दुस्तानी
मैंने अपने ३ मित्रो के साथ मिलकर 2016 में हमारी आवाज नाम से अपनी वेबसाइट शुरू की जिसके फेसबुक पेज पर हम देश के बहुत सारे लोगों से जुड़ पाए जो हमारी तरह देश के लिए कुछ करना चाहते है| कुछ कारणवश मुझे यह काम रोकना पड़ा लेकिन आज मुझे ख़ुशी है की हिंदी का मुझे एक अत्यंत बढ़िया प्लेटफार्म मिल गया|
बाकी दो दोस्तो को भी यहां का पता बता दे तो कोई दिक्कत नहीं ।
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बहु भाषाविद होने के कई फायदे हैं कई भाषाएं जानने से सांस्कृतिक समझदारी बढ़ती है।अलग-अलग संस्कृतियों के लोगों से संवाद करने में आसानी होती है।संवाद कौशल में सुधार होता है और सामाजिक और व्यापारिक संचार मज़बूत होता है। बहुभाषी होना अपने आप में ही एक गुण है जिसके अंदर उपरोक्त सभी गुण निहित होते हैं। आशा करती हूं आपके सानिध्य में हमें भी बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। मुझे इस पटल से जोड़ने के लिए मैं आपकी हार्दिक आभारी हूं।
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Re: इस ग्रुप में मैं आज से जुड़ा हूँ क्युकी मुझे हिंदी बेहद पसंद है|
हिंदी मेरी मातृभाषा है और हिंदी से मुझे बहुत लगा भी है हिंदी साहित्य पढ़ा है। और स्नातकोत्तर तक पढ़ाई का माध्यम हिंदी ही रहा। हिंदी का गढ़ माने जाने वाला उत्तर प्रदेश में रहने का अवसर प्राप्त हुआ जिससे हिंदी को सिखाने में मदद मिली। सीखना एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।
हिंदी में लिखना अच्छा लगता है और फिर जो विचार अभिव्यक्ति होती है भाव अभिव्यक्ति होती है वह अपनी मातृभाषा में व्यक्ति बहुत अच्छी तरह से कर पता है यह ग्रुप हिंदी को बढ़ावा देने का एक अच्छा माध्यम है।
मेरा प्रयास रहेगा कि अधिक से अधिक लोगों को इस ग्रुप के साथ जोड़ा जाए और मां हिंदी की सेवा की जाए।
हिंदी में लिखना अच्छा लगता है और फिर जो विचार अभिव्यक्ति होती है भाव अभिव्यक्ति होती है वह अपनी मातृभाषा में व्यक्ति बहुत अच्छी तरह से कर पता है यह ग्रुप हिंदी को बढ़ावा देने का एक अच्छा माध्यम है।
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Re: इस ग्रुप में मैं आज से जुड़ा हूँ क्युकी मुझे हिंदी बेहद पसंद है|
इस ग्रुप में मुझे इसलिए अच्छा लगा क्योंकि इस मातृभाषा हिंदी है मुझे हिंदी बहुत पसंद है इसलिए मैं इस ग्रुप में जुड़ी हूं मुझे हिंदी बोलने में पढ़ने में सुनने में बहुत अच्छा लगता है इसी कारण में इस ग्रुप से जोड़कर मैं बहुत खुश हूं