The graceful mudras of classical dance

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Forum rules
हिन्दी डिस्कशन फोरम में पोस्टिंग एवं पेमेंट के लिए नियम with effect from 18.12.2024

1. यह कोई paid to post forum नहीं है। हम हिंदी को प्रोत्साहन देने के लिये कुछ आयोजन करते हैं और पुरस्कार भी उसी के अंतर्गत दिए जाते हैं। अभी निम्न आयोजन चल रहा है
https://hindidiscussionforum.com/viewto ... t=10#p4972

2. अधिकतम पेमेंट प्रति सदस्य -रुपये 1000 (एक हजार मात्र) पाक्षिक (हर 15 दिन में)।

3. अगर कोई सदस्य एक हजार से ज्यादा रुपये की पोस्टिग करता है, तो बचे हुए रुपये का बैलन्स forward हो जाएगा और उनके account में जुड़ता चला जाएआ।

4. सदस्यों द्वारा करी गई प्रत्येक पोस्टिंग का मौलिक एवं अर्थपूर्ण होना अपेक्षित है।

5. पेमेंट के पहले प्रत्येक सदस्य की postings की random checking होती है। इस दौरान यदि उनकी postings में copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उन्हें एक रुपये प्रति पोस्ट के हिसाब से पेमेंट किया जाएगा।

6. अगर किसी सदस्य की postings में नियमित रूप से copy /paste अथवा अनर्थपूर्ण content की मात्रा अधिक/अनुचित पाई जाती है, तो उसका account deactivate होने की प्रबल संभावना है।

7. किसी भी विवादित स्थिति में हिन्दी डिस्कशन फोरम संयुक्त परिवार के management द्वारा लिया गया निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा।

8. यह फोरम एवं इसमे आयोजित सारी प्रतियोगिताएं हिन्दी प्रेमियों द्वारा, हिन्दी प्रेमियों के लिए, सुभावना लिए, प्रेम से किया गया प्रयास मात्र है। यदि इसे इसी भावना से लिया जाए, तो हमारा विश्वास है की कोई विशेष समस्या नहीं आएगी।

यदि फिर भी .. तो कृपया हमसे संपर्क साधें। आपकी समस्या का उचित निवारण करने का यथासंभव प्रयास करने हेतु हम कटिबद्ध है।
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Warrior
मेरकू लगी साढ़े साती, पोस्टिंग बिना नींद नहीं आती!
Posts: 750
Joined: Mon Jul 29, 2024 8:39 pm

The graceful mudras of classical dance

Post by Warrior »

शास्त्रीय नृत्य की सुंदर मुद्राएँ (मुद्राएँ) भारतीय नृत्य कला का अभिन्न हिस्सा हैं, जो प्रत्येक भावनात्मक और कथात्मक तत्व को अभिव्यक्त करने में सहायक होती हैं। ये मुद्राएँ, जो अक्सर हाथों और शरीर की विशेष अवस्थाओं में होती हैं, कथाओं और भावनाओं को गहराई से प्रकट करती हैं। जैसे भरतनाट्यम में अंगिका मुद्राएँ और अहंगारी मुद्राएँ नृत्य की सूक्ष्मताओं और भावनाओं को दर्शाती हैं, वहीं कथक में अहिंसा मुद्राएँ और शिव मुद्रा देवताओं की पूजा और ध्यान को स्पष्ट करती हैं। कुचिपुड़ी में भी मुद्राएँ नृत्य की भावनात्मक गहराई को प्रकट करती हैं, जैसे लक्ष्मी मुद्रा और वीर मुद्रा, जो कथा और भक्ति को विशेष रूप से व्यक्त करती हैं। इन मुद्राओं के माध्यम से नर्तकियां और नर्तक कथा, भावनाएँ और आध्यात्मिकता को दर्शक तक प्रभावी ढंग से पहुंचाते हैं, जिससे शास्त्रीय नृत्य का अभिव्यक्तिपूर्ण और अनुभवात्मक पहलू समृद्ध होता है।
johny888
सात सो के बाद , देखो आठ सौ के ठाट!!!
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Joined: Sun Oct 13, 2024 12:32 am

Re: The graceful mudras of classical dance

Post by johny888 »

नृत्य में जो मुद्राएँ होती हैं, वे बहुत खास होती हैं। ये मुद्राएँ नर्तक को अपनी भावनाओं को दिखाने और कहानी बताने में मदद करती हैं। जब नर्तक कोई मुद्रा बनाता है, तो वह अपनी उंगलियों, कलाई और शरीर के दूसरे हिस्सों को बहुत ही खास तरीके से रखता है। ऐसा करके वह अपनी भावनाओं को बहुत ही अच्छे तरीके से दर्शाता है। ये मुद्राएँ न केवल देखने में बहुत सुंदर होती हैं, बल्कि इनके बहुत गहरे मतलब भी होते हैं।
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