बरसात की रिमझिम

महफिल यहां जमाएं....
Anil
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Re: बरसात की रिमझिम

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बरसात के मौसम में जब हम स्कूल से आते थे रास्ते में और काफी मौज मस्ती करते थे घर आने पर सारे कपड़े उन दिनों की तो बात ही अलग है

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Anil
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Re: बरसात की रिमझिम

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बरसात के मौसम में बहुत अच्छा लगता है चाय के साथ पकौड़े खाने की तो बात ही अलग है
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Re: बरसात की रिमझिम

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बरसात खत्म होने के बाद तो प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है स्पष्ट दिखाई देती हैं हरियाली भी स्पष्ट दिखती है और सुंदरता बढ़ जाती है
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Re: बरसात की रिमझिम

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बरसात के दिनों में कागज की नाप चलाने का मजा ही कुछ और था स्कूल से आने के बाद कागज की नाव बनाकर कर पानी में चलते थे वह काफी अच्छा लगता था
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Re: बरसात की रिमझिम

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बरसात के दिनों में पॉपकॉर्न बनाना और सभी परिवार वालों के साथ आनंद के साथ खाना उन दिनों की तो बात ही अलग है
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Re: बरसात की रिमझिम

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जब भी बारिश होती है, मन में नयी उमंगें जागती हैं, जैसे कवि की कलम को नया जीवन मिल जाता है।”
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Re: बरसात की रिमझिम

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Anil wrote: Tue Dec 03, 2024 3:54 pm बरसात के दिनों में पॉपकॉर्न बनाना और सभी परिवार वालों के साथ आनंद के साथ खाना उन दिनों की तो बात ही अलग है
अब भी बरसात की रातों में बदन टूटता है जाग उठती हैं अजब ख़्वाहिशें अंगड़ाई की !
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Re: बरसात की रिमझिम

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Anil wrote: Tue Dec 03, 2024 3:49 pm बरसात के मौसम में बहुत अच्छा लगता है चाय के साथ पकौड़े खाने की तो बात ही अलग है
दूर तक छाए थे बादल और कहीं साया न था
इस तरह बरसात का मौसम कभी आया न था !
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