ना चाहूं कोई अपना औरWarrior wrote: Mon Aug 19, 2024 9:58 am **राखी का पवित्र बंधन**
राखी का ये त्यौहार है आया,
भाई-बहन का प्यार बढ़ाया।
स्नेह की डोर में बंधे हैं हम,
जीवन भर साथ निभाने का वचन।
रंग-बिरंगी राखी की माला,
हर कलाई पर सजती है निराला।
इस डोर में बंधा है विश्वास,
जो रखता है रिश्ते को खास।
बहन की दुआओं का ये त्यौहार,
भाई की रक्षा का ये अधिकार।
इस धागे में बसा है अपनापन,
जो लाता है जीवन में मधुरापन।
हर साल ये पर्व हमें याद दिलाए,
कैसे हमारा रिश्ता यूं ही बना रहे।
राखी के इस पवित्र पर्व पर,
दिल से निकले यही दुआ हर पल।
**शुभ रक्षा बंधन!**
ना करूं अब किसी का इंतजार,
बस तमन्ना यही है,
मिलता रहें यूंही बहना का प्यार और दुलार।