कहने को तो, ज़िन्दगी में मेरी कोई गम नहींmanish.bryan wrote: Fri Oct 11, 2024 8:40 am @Stayalive
सर आप एक बहुत ही अच्छे कविता कर दिख रहे हैं और इससे पहले भी आपकी एक दो कविताएं मैंने पढ़ी जिसकी भूरी भूरी प्रशंसा करना किसी भी तरह से गलत नहीं होगा क्योंकि आपके लेखन को बढ़ावा भी देता है साथ में मार्मिक होकर लिखना एक अच्छी क्रिएटिविटी को भी दर्शाता है।
मेरे पास भी कुछ कविताओं का संग्रह है लेकिन वह अंग्रेजी भाषा में है क्योंकि हिंदी भाषा में मैं लिखना पसंद नहीं करता और काफी कॉम्प्लिकेटेड लिखने से इंग्लिश में कोई भावनाएं मेरी समझ नहीं पता
लेकिन जल्दी ही एक कविता लिखकर मैं इस मंच पर डालूंगा और आपकी समीक्षा और टिप्पणी का मुझे बेहद इंतजार रहेगा मैं आपको टैग करने की कोशिश भी करूंगा।
पर बिन तेरे, ज़िन्दगी में कोई हमदम भी नहीं