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Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 6:43 pm
by Deepika sharma
कभी कभी सीरियल देखने के बाद उसका कखेल खेलते थे सोनपरी खूब खेला है..... पहले के खेल भी अलग होते थे रात के समय मे छुपन छुपाई.... दीवालो... ईंटो के पर टो चाक से लाइन करते थे फिर दूसरी टीम वाले उनको ढूंढ कर गिनते थे..... अब तो न्यू जनरेशन के बच्चे इन खेलो कोई जानते तक नी है.... ज़ब मोबाइल दे दो उसी मे लगे रहते है.
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 8:21 pm
by Sarita
मैं अलीगढ़ से हूं और यहां के तले बहुत फेमस है यहां की कचौड़ियां भी बहुत फेमस है सुबह के रास्ते के लिए अलीगढ़ की पहचान यूनिवर्सिटी अमु
से है जहां पर बहुत दूर से लोग पढ़ने आते हैं!
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:15 pm
by Achintya soni
Sonal singh wrote: Wed Dec 04, 2024 5:03 pm
मैं भी इसी जमाने से हूं हमारे टाइम पर कैसेट होती थी,वीसीआर होते थे, उसके बाद में सीडी प्लेयर आ गए, फिर डीवीडी आ गई, अब जमाना बदल गया है पुराने जमाने की बात ही कुछ और थी। यह सब चीज हुआ करती थी अब टेक्नोलॉजी का जमाना है जेनरेशन चेंज हो चुकी है। आप तो बहुत कुछ बदल गया है।
सही कहा आप ने दीदी उस टाइम न तो फोन थे और घर के सब लोग टीवी देखा करते थे। जब हम लोगों के घरों मे टीवी नहीं थीं तब हम लोगो दूसरों के घरों मे टीवी देखा करते थे।उस समय की बात ही कुछ ओर है लोगों ने सही बोला कि ओल्ड इज गोल्ड।
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:21 pm
by Achintya soni
मैं भी कानपुर से हूं कानपुर में भी बहुत सी जगह घूमने के लिए जैसे आपका इस्कॉन टेंपल हो गया सिद्धिविनायक मंदिर आनंदेश्वर बहुत ही जाना माना मंदिर है प्लस यहां की 12 देवी माता जो है और यहां का कानपुर में फेमस एक ध्रुव टीला भी है कानपुर में सबसे फेवरेट आपका मिठाई जो है वह ठग्गू के लड्डू में ठग्गू के लड्डू मतलब ऐसा कोई सगा नहीं जिन्होंने इन्हें ठगा नहीं कानपुर में सबसे बड़ा एब्यूजमेंट पार्क ब्लू वर्ल्ड है यहां पर 100 से ज्यादा राइट है अपने बच्चों के लिए बेस्ट मनोरंजन है यहां पर कानपुर में बहुत बड़ा से यहां पर ज़ स्क्वायर मॉल है जहां पर आपको सारी फैंसिटी मिल जाएंगे खाने का प्लस लव क्लास एसेसरीज और गेमिंग जोन पर यहां पर कानपुर में बहुत अच्छे-अच्छे रेस्टोरेंट खुल चुका है इस समय और भी खुलती जा रहे हैं अगर आप लोग कभी कम पर आए तो कम पर सबसे फेमस जगह गंगा बैराज है
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:37 pm
by Bhaskar.Rajni
Realrider wrote: Sun Oct 13, 2024 5:30 pm
"कोई स्मार्टफोन की चिंता नहीं, कोई सोशल मीडिया पर बहस नहीं... हम उस दौर में बस अपनी ज़िंदगी का आनंद लेते थे..."
उसी जीवन में आनंद था। आजकल तो सब आर्टिफिशियल हो गया है। जिसे देखो सोशल मीडिया में घुसा है पास जो बैठा है उसका पता नहीं मीलों दूर आदमी क्या कर रहा है उसके बारे में सब कुछ पता है। बनावटी दुनिया।
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:40 pm
by Bhaskar.Rajni
Achintya soni wrote: Wed Dec 04, 2024 9:21 pm
मैं भी कानपुर से हूं कानपुर में भी बहुत सी जगह घूमने के लिए जैसे आपका इस्कॉन टेंपल हो गया सिद्धिविनायक मंदिर आनंदेश्वर बहुत ही जाना माना मंदिर है प्लस यहां की 12 देवी माता जो है और यहां का कानपुर में फेमस एक ध्रुव टीला भी है कानपुर में सबसे फेवरेट आपका मिठाई जो है वह ठग्गू के लड्डू में ठग्गू के लड्डू मतलब ऐसा कोई सगा नहीं जिन्होंने इन्हें ठगा नहीं कानपुर में सबसे बड़ा एब्यूजमेंट पार्क ब्लू वर्ल्ड है यहां पर 100 से ज्यादा राइट है अपने बच्चों के लिए बेस्ट मनोरंजन है यहां पर कानपुर में बहुत बड़ा से यहां पर ज़ स्क्वायर मॉल है जहां पर आपको सारी फैंसिटी मिल जाएंगे खाने का प्लस लव क्लास एसेसरीज और गेमिंग जोन पर यहां पर कानपुर में बहुत अच्छे-अच्छे रेस्टोरेंट खुल चुका है इस समय और भी खुलती जा रहे हैं अगर आप लोग कभी कम पर आए तो कम पर सबसे फेमस जगह गंगा बैराज है
कानपुर की एक चीज और बहुत मशहूर है यहां पर बंदूके मिलती हैं। बड़े दूर-दूर से लोग कानपुर आते हैं बंदूके लेने के लिए। बंदूकों के शौकीन कानपुर के चक्कर लगाते ही रहते हैं।
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:42 pm
by Bhaskar.Rajni
Sarita wrote: Wed Dec 04, 2024 3:19 pm
मैं अलीगढ़ से हूं और अलीगढ़ का सबसे फेमस चीज तले हैं और खाने के बाद करें तो कचौड़ी यहां की बहुत ही टेस्टी और अच्छी होती है यहां पर एक यूनिवर्सिटी भी है अमु जहां पर लोग पढ़ने आते हैं बहुत दूर-दूर से एएमयू की फीस बी अफॉर्डेबल है हर कोई नॉर्मल इंसान अफोर्ड कर सकता है!!!
मैं भी अलीगढ़ से हूं और मुझसे पूछ कर कोई देखे तो अलीगढ़ से सुंदर शहर कोई दुनिया में नहीं है। यहां के ताले बहुत मशहूर हैं। मैं जब भी अलीगढ़ का जिक्र करती हूं तब वह लोग तालों का जिक्र करते हैं और अक्सर मुझे कहते हैं कि मुझे वहां से ताले ला कर देना और क्यों को मैं लाकर भी दिए हैं। अब कोई इनसे पूछे कि वहां तले क्या मुफ्त में मिल जाते हैं। ताले लेकर रख लेते हैं और पैसे देने के नाम पर सिर्फ थैंक यू,
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:44 pm
by Bhaskar.Rajni
Sonal singh wrote: Wed Dec 04, 2024 5:03 pm
मैं भी इसी जमाने से हूं हमारे टाइम पर कैसेट होती थी,वीसीआर होते थे, उसके बाद में सीडी प्लेयर आ गए, फिर डीवीडी आ गई, अब जमाना बदल गया है पुराने जमाने की बात ही कुछ और थी। यह सब चीज हुआ करती थी अब टेक्नोलॉजी का जमाना है जेनरेशन चेंज हो चुकी है। आप तो बहुत कुछ बदल गया है।
क्या तुम्हारे पास अभी भी वह कैसेट रखी है? मेरे पास रखी है बहुत सारी कैसेट। उस जमाने में एक और रिवाज भी था अपने पसंदीदा गाने एक ब्लैंक कैसेट में रिकॉर्ड करवाना । मुझे गाने बहुत पसंद है और कोई भी मेरी कॉपी ऐसी नहीं होती थी जिसके पीछे गाना ना लिखा हो। रेडियो में गाना बजता और मैं उसे लिख लेती, लिखने की स्पीड बड़ी तेज थी मेरी।,
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:48 pm
by Bhaskar.Rajni
Sonal singh wrote: Wed Dec 04, 2024 5:06 pm
ब्लैक एंड व्हाइट टीवी कलर हो गए., कलर से अब बहुत टीवी बड़े-बड़े हो गए, वरना पहले तो इतने चैनल भी नहीं थे जितने अब चैनल शुरू हो चुके हैं। पुराने जमाने में लोग इसी टीवी पर रामायण, शक्तिमान, चित्रहार, बहुत से प्रोग्राम सब मिलकर देखते थे। अब तो कभी भी टीवी चलाओ कुछ भी देखो अब तो बहुत कुछ बदल गया है।
चित्रहार में मुश्किल से 5- 6 गाने आते थे। कितना बेसब्री से इंतजार रहता था कि बुधवार को और शुक्रवार को चित्रहार आएगा। सब टीवी के आगे सज के बैठ जाते। दूसरे दिन स्कूल में गानों पर चर्चा होती की किसको कौन सा गाना अच्छा लगा। और एक चर्चा होती थी रविवार को जो फिल्म आई थी दूरदर्शन पर। तब हफ्ते में एक फिल्म देखी लेते थे और अब रोज इतनी फिल्में आती हैं एक भी देखने का समय नहीं मिलता।
Re: I am From.....
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:51 pm
by Bhaskar.Rajni
Deepika sharma wrote: Wed Dec 04, 2024 6:35 pm
पहले की बात तो अलग होती है पहले हर घर मे टीवी भी कहा होती थी कुछ देखना होता था तो दुसरो के घर जा कर देखते है जल्दी जल्दी काम कर लो ये सीरियल देखने चलेंगे....पहले सोनपरी,, शक्तिमान.. शकलक बूम बूम बहुत ऐसे सीरियल आते है
हां दूसरों के घर सारे बच्चे मिलकर दूसरे के घर टीवी देखने जाते थे। सोनपरी बहुत अच्छी फिर शक्तिमान। उसमें जो टाइटल सॉन्ग बजाता था वह तो सारा दिन वह ही गुनगुनाया जाता था शक्तिमान शक्तिमान। और जब कोई ज्यादा ही अपनी ताकत दिखाने लगता तो उस पर व्यंग भी कसा जाता था ज्यादा शक्तिमान मत बनो। बड़े ही खूबसूरत दिन थे।