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Re: SORRY GIRLS; MY WIFE IS VERY ANGRY...
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:14 pm
by Bhaskar.Rajni
Sonal singh wrote: Wed Dec 04, 2024 5:12 pm
Bhaskar.Rajni wrote: Wed Dec 04, 2024 9:25 am
हमारे पड़ोस में एक औरत रहती है भाई क्या गजब की लड़ाकी औरत है। वह सुबह ही शुरू हो जाती है इतना जोर-जोर से बोलती है कि तीन घरों तक वह सुनाई देती है। उसका पति क्या दूसरे भी उससे इतनी कन्नी काटते हैं कि कोई उससे बात ही नहीं करना चाहता या फिर उसकी हां में हां मिला देते हैं। भाई !अब इतनी लड़ाकी औरत से कौन पंगा ले? आ बैल मुझे मार कौन करें!
हर जगह पर एक ऐसी पड़ोसन मिल ही जाएगी पर पता नहीं क्यों आजकल ज्यादातर सब लोग पति-पत्नी पर ही क्यों जोक्स बनाते हैं। कुछ पति-पत्नी तो बहुत अच्छे भी होते हैं और कुछ तो बहुत जबरदस्त खलनायक होते हैं। पर जो आजकल की महिलाएं हैं उन को बहुत डेंजर देखा गया है।
हां तुमने अपनी वाली पड़ोसन का जिक्र नहीं किया? भाई वह भी हमारे वाली पड़ोसन के जैसी ही है। खलनायक तो हर जगह पर मौजूद है। वैसे होने भी चाहिए नायक खलनायक विविधता बनी रहती है।,
तभी तो इस रंग बिरंगी दुनिया कहते हैं।
Re: SORRY GIRLS; MY WIFE IS VERY ANGRY...
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:17 pm
by Bhaskar.Rajni
अरे भाई हालात और वक्त बदल देता है। जैसा परिवेश मिलता है उसे परिवेश में आदमी ढल जाता है फिर वैसा ही बन जाता है। कोई कब तक सहन कर सकता है जब सामर्थ्य खत्म हो जाती है तब आवाज उठाई जाती है और जब आवाज उठाई जाती है तो उसे फिर दबाने की कोशिश में लड़ाई झगड़े होते हैं। साइड इफेक्ट तो हर चीज के ही है फिर शादी ही क्यों ना हो।,
Re: SORRY GIRLS; MY WIFE IS VERY ANGRY...
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:19 pm
by Bhaskar.Rajni
Pinki wrote: Wed Dec 04, 2024 1:38 pm
बेचारी सही ही तो गुस्सा करती है। आप समय से घर नहीं आएंगे तो उसे फ़िक्र होती है तो वह फिक्र गुस्से में बदल जाती है जब कोई और चारा नहीं चलता। कई लोग ऐसे ही होते हैं। सबका गुस्सा करने का अपना-अपना तरीका होता है। नाराज होकर बहुत जोर जोर से बोलने लग जाते हैं कुछ बिल्कुल चुप हो जाते हैं।
Re: SORRY GIRLS; MY WIFE IS VERY ANGRY...
Posted: Wed Dec 04, 2024 9:21 pm
by Bhaskar.Rajni
Sonal singh wrote: Wed Dec 04, 2024 5:12 pm
Bhaskar.Rajni wrote: Wed Dec 04, 2024 9:25 am
हमारे पड़ोस में एक औरत रहती है भाई क्या गजब की लड़ाकी औरत है। वह सुबह ही शुरू हो जाती है इतना जोर-जोर से बोलती है कि तीन घरों तक वह सुनाई देती है। उसका पति क्या दूसरे भी उससे इतनी कन्नी काटते हैं कि कोई उससे बात ही नहीं करना चाहता या फिर उसकी हां में हां मिला देते हैं। भाई !अब इतनी लड़ाकी औरत से कौन पंगा ले? आ बैल मुझे मार कौन करें!
हर जगह पर एक ऐसी पड़ोसन मिल ही जाएगी पर पता नहीं क्यों आजकल ज्यादातर सब लोग पति-पत्नी पर ही क्यों जोक्स बनाते हैं। कुछ पति-पत्नी तो बहुत अच्छे भी होते हैं और कुछ तो बहुत जबरदस्त खलनायक होते हैं। पर जो आजकल की महिलाएं हैं उन को बहुत डेंजर देखा गया है।
हां तुमने अपनी वाली पड़ोसन का जिक्र नहीं किया? भाई वह भी हमारे वाली पड़ोसन के जैसी ही है। खलनायक तो हर जगह पर मौजूद है। वैसे होने भी चाहिए नायक खलनायक विविधता बनी रहती है।,
तभी तो इस रंग बिरंगी दुनिया कहते हैं।