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Re: सोमवार की बेचैनी

Posted: Tue Dec 03, 2024 9:16 pm
by Devendr kumar
सोमवार को हम नहाते तोता खाते पीते रहते हैं हालात हमारे बहुत हुए हैं पढ़ने लिखने का भी काम करते हैं

Re: सोमवार की बेचैनी

Posted: Tue Dec 03, 2024 9:22 pm
by Devendr kumar
रविवार से सोमवार आता है और अपने घर को जाता है हम आते हैं और अपना नाइट रोटी खाते पीते मौज लेते हैं और मौज-मस्ती फुल लेते हैं कोई काम धाम नहीं हम पर फिर भी घर रहते हैं

Re: सोमवार की बेचैनी

Posted: Tue Dec 03, 2024 9:24 pm
by Devendr kumar
और क्या होता है सोमवार को हम आपको बताएंगे हम अपने घर का काम धाम सब कुछ करते हैं पढ़ाई लिखाई पर भी बोल देते हैं और

Re: सोमवार की बेचैनी

Posted: Tue Dec 03, 2024 10:07 pm
by Bhaskar.Rajni
Anil wrote: Mon Dec 02, 2024 8:03 pm शनिवार और संडे खत्म होने के बाद सोमवार के दिन से वीक की नई शुरुआत भी होती है जिससे कि मन में उत्साह रहता है और हमें काम करने की नई ऊर्जा मिलती है
हां यह बात तो आपने बिल्कुल सही कही सप्ताह का पहला दिन होता है और इसके सर्वाधिक सा देखने को मिलता है चाहे वह ऑफिस जाने वाला व्यक्ति हो या फिर स्कूल जाने वाले बच्चे। संडे की छुट्टी के बाद सोमवार अच्छा ही लगता है रिफ्रेशिंग।

Re: सोमवार की बेचैनी

Posted: Wed Dec 04, 2024 9:04 pm
by Sarita
सोमवार की बेचैनी है अगर आप एक छात्र रहे तो सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाने की टीचर को होमवर्क दिखाने की यदि आपने किया नहीं होता है तो आप बोलते हैं कि हम आउट ऑफ स्टेशन संडे में जस्ट मिलता है उसके बाद फिर सोमवार आता है जिसमें सब चीज स्पेशल स्टार्ट करनी पड़ती है इसलिए बेचैनी होती है कि हमें तो यह करना है यह करना है यह करना है बहुत सारी चीज है स्कूल की ड्रेस पैक करनी है लंच पैक करना है बोतल रखती है टाइम टेबल लगाना है स्कूल से आने के बाद ट्यूशन जाना है रेडी होना!!!

Re: सोमवार की बेचैनी

Posted: Wed Dec 04, 2024 10:01 pm
by Bhaskar.Rajni
Anil wrote: Mon Dec 02, 2024 8:05 pm हमें आज भी याद है जब संडे आता था और जब मंडे आता था तो स्कूल जाने के लिए सुबह जल्दी तैयार होना पड़ता था और लगता था पूरा दिन खेलने के बाद मंडे कब आ जाता था पता ही नहीं लगता था वह दिन अलग थे
मुझे तो सोमवार अच्छा लगता है। हफ्ते की शुरुआत, लेकिन उसके बाद पता नहीं चलता की कब सारा हफ्ता बीत गया। सोमवार को रिफ्रेशिंग सा महसूस होता है हमेशा से अच्छा लगता है सोमवार जैसे बारिश के बाद आसमान फिर से खिला आया हो।

Re: सोमवार की बेचैनी

Posted: Wed Dec 04, 2024 10:03 pm
by Bhaskar.Rajni
Sarita wrote: Wed Dec 04, 2024 9:04 pm सोमवार की बेचैनी है अगर आप एक छात्र रहे तो सुबह जल्दी उठकर स्कूल जाने की टीचर को होमवर्क दिखाने की यदि आपने किया नहीं होता है तो आप बोलते हैं कि हम आउट ऑफ स्टेशन संडे में जस्ट मिलता है उसके बाद फिर सोमवार आता है जिसमें सब चीज स्पेशल स्टार्ट करनी पड़ती है इसलिए बेचैनी होती है कि हमें तो यह करना है यह करना है यह करना है बहुत सारी चीज है स्कूल की ड्रेस पैक करनी है लंच पैक करना है बोतल रखती है टाइम टेबल लगाना है स्कूल से आने के बाद ट्यूशन जाना है रेडी होना!!!
मुझे ऐसा लगता है कि रविवार को आराम करके घर रेहकर छुट्टी मना कर जो ऊर्जा प्राप्त की जाती है वह जरूरी भी है सोमवार के लिए क्योंकि सोमवार हफ्ते का पहला दिन है एक नई ऊर्जा के साथ शुरू किया जाए और वह ऊर्जा घर रेहकर संडे में छुट्टी मना कर मिल जाती है।