पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों 2024 का आज यानी के सोमवार को तीसरा दिन है. पेरिस ओलंपिक में भारत को दूसरे दिन मनु भाकर ने निशानेबाजी में पदक दिलाई थी और तीसरे दिन भी भारत पदक के काफी करीब पहुंच गया था, लेकिन मेन्स शूटर अर्जुन बबूता अंतिम समय में पदक से चूक गए.
मेंस 10 मीटर एयर राइफल के फाइनल में अर्जुन मेडल पर निशाना नहीं लगा और वह करीबी अंतर से पदक से चूक गए. फाइनल में अर्जुन लगातार टॉप-3 में बने हुए थे, लेकिन अंतिम समय में वह अपनी लय खो बैठे और भारत को पदक से वंचित रहना पड़ा. अर्जुन ने चौथे स्थान पर रहकर अपना अभियान समाप्त किया. फाइनल में अर्जुन 208.4 का स्कोर ही कर पाए.
चीन के लिहाओ शेंग ने 252.2 पॉइंट्स हासिल ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल अपने नाम किया. वहीं स्वीडन के विक्टर लिंडग्रेन को 251.4 के स्कोर के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा. इसके अलावा क्रोएशिया के मिरान मेरिसिच ने 230.0 पॉइंट्स के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीता.
अर्जुन ने इससे पहले, क्वालीफाइंग राउंड में कुल 630.1 के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था. इस इवेंट में भारत के एक और निशानेबाज संदीप सिंह 629.3 अंकों के साथ रैंकिंग में 12वें स्थान पर रहे. पंजाब के रहने वाले अर्जुन बाबूता ने एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप 2023 में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर भारत को पेरिस 2024 ओलंपिक का कोटा दिलाया था.
बबूता अगर यहां पदक जीतने में सफल रहते तो ओलंपिक इतिहास में भारत का यह छठा पदक होता. ओलंपिक में निशानेबाजी में अब तक 5 खिलाड़ियों ने ही मेडल जीता है. इनमें मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक, 2012 लंदन ओलंपिक में विजय कुमार ने सिल्वर और गगन नारंग ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था जबकि 2008 बीजिंग ओलंपिक में अभिनव बिंद्रा ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. उनसे पहले 2002 एथेंस ओलंपिक में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने ब्रॉन्ज अपने नाम किया था.