महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
Posted: Wed Jul 31, 2024 3:30 pm
by LinkBlogs
हिन्दी सिनेमा के दिग्गज सिंगर मोहम्मद रफी अपनी करिश्माई आवाज के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके गीत आज भी लोगों का दिल जीत लेते हैं। हर महफिल में मोहम्मद रफी के गाने फिट बैठते हैं और लोगों के दिलों में उतर जाते हैं। वक्त और सरहद की दीवारों को लांघ कर ये गाने आज दुनियाभर में पॉपुलर हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर वर्ग के लोग उनके गानों के फैन हैं। आज मौहम्मद रफी की डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर उन्हें याद करते हुए उनके सदाबहार 5 सबसे खास गानों कि लिस्ट हम आपके लिए लाए हैं, जिन्हें सुनने के बाद आप भी कई भावनाओं का अहसास करेंगे।
बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब
मोहम्मद रफी का एक गाना इतना स्पेशल है कि कोई भी शादी इसके बिना पूरी नहीं होती है। जैसे ही बारात दरवाजे लगती है तो बैंड वाले इस गाने को जरूर बजाते हैं। इस गाने पर आज भी लोग खूब डांस करते हैं और ये एक अलग उत्साह का भाव पैदा करता है। 1966 में रिलीज हुई फिल्म 'सूरज' के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं – बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। 56 साल बाद भी इस गाने का मैजिक वैसा ही है जैसा उस दौर में था।
बाबुल की दुआएं लेती जा
अब शादी का जिक्र आया ही है तो विदाई गीत की भी बात लाजमी है। 'बाबुल की दुआएं लेती जा' भी मोहम्मद रफी ने ही गाया है। इस गाने की रिकॉर्डिंग करते-करते वो खुद रोने लगे थे। ये गाना आज भी लोगों की आंखें नम कर देता है और लोग चाहकर भी अपने आंसू रोक नहीं पाते। राम माहेश्वरी की फिल्म 'नील कमल' के लिए ये गाना तैयार किया गया था। बेटी की विदाई गीत के तौर पर ये गाना पॉपुलर हुआ।
हमको तुमसे हो गया प्यार
एक गीत सबसे खास है और इसके खास होने की खास वजह भी है। 'अमर अकबर एंथनी' के लिए मोहमम्मदी रफी ने दो और दिग्गजों मुकेश कुमार और किशोर कुमार के साथ मिलकर एक गाने को आवाज दी थी। इस गाने का नाम 'हमको तुमसे हो गया प्यार' है। इसमें पहली और आखिरी बार तीनों की जादुई आवाज एक साथ सुनने को मिली थी।
Re: महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
Posted: Sat Oct 05, 2024 6:57 pm
by ritka.sharma
मोहमद रफ़ी हिंदी सिनेमा के दिगज सिंगर है। उनके गाने आज भी लोगों के दिलो पर राज कर रहे है। उनका गाना बहारो फूल बरसाओ मेरा मेहबूब गाने ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।1966 में रिलीज हुई फिल्म 'सूरज' के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। काफी सारे सिंगर उनको अपना इंस्प्रेसन मानते है।
Re: महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
Posted: Mon Dec 16, 2024 7:23 pm
by Suman sharma
ritka.sharma wrote: Sat Oct 05, 2024 6:57 pm
मोहमद रफ़ी हिंदी सिनेमा के दिगज सिंगर है। उनके गाने आज भी लोगों के दिलो पर राज कर रहे है। उनका गाना बहारो फूल बरसाओ मेरा मेहबूब गाने ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।1966 में रिलीज हुई फिल्म 'सूरज' के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। काफी सारे सिंगर उनको अपना इंस्प्रेसन मानते है।
बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब
मोहम्मद रफी का एक गाना इतना स्पेशल है कि कोई भी शादी इसके बिना पूरी नहीं होती है। जैसे ही बारात दरवाजे लगती है तो बैंड वाले इस गाने को जरूर बजाते हैं। इस गाने पर आज भी लोग खूब डांस करते हैं और ये एक अलग उत्साह का भाव पैदा करता है
Re: महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
Posted: Mon Dec 16, 2024 7:25 pm
by Suman sharma
ritka.sharma wrote: Sat Oct 05, 2024 6:57 pm
मोहमद रफ़ी हिंदी सिनेमा के दिगज सिंगर है। उनके गाने आज भी लोगों के दिलो पर राज कर रहे है। उनका गाना बहारो फूल बरसाओ मेरा मेहबूब गाने ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।1966 में रिलीज हुई फिल्म 'सूरज' के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। काफी सारे सिंगर उनको अपना इंस्प्रेसन मानते है।
उनके गीत आज भी लोगों का दिल जीत लेते हैं। हर महफिल में मोहम्मद रफी के गाने फिट बैठते हैं और लोगों के दिलों में उतर जाते हैं। वक्त और सरहद की दीवारों को लांघ कर ये गाने आज दुनियाभर में पॉपुलर हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर वर्ग के लोग उनके गानों के फैन हैं।
Re: महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
हिन्दी सिनेमा के दिग्गज सिंगर मोहम्मद रफी अपनी करिश्माई आवाज के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके गीत आज भी लोगों का दिल जीत लेते हैं। हर महफिल में मोहम्मद रफी के गाने फिट बैठते हैं और लोगों के दिलों में उतर जाते हैं। वक्त और सरहद की दीवारों को लांघ कर ये गाने आज दुनियाभर में पॉपुलर हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर वर्ग के लोग उनके गानों के फैन हैं। आज मौहम्मद रफी की डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर उन्हें याद करते हुए उनके सदाबहार 5 सबसे खास गानों कि लिस्ट हम आपके लिए लाए हैं, जिन्हें सुनने के बाद आप भी कई भावनाओं का अहसास करेंगे।
बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब
मोहम्मद रफी का एक गाना इतना स्पेशल है कि कोई भी शादी इसके बिना पूरी नहीं होती है। जैसे ही बारात दरवाजे लगती है तो बैंड वाले इस गाने को जरूर बजाते हैं। इस गाने पर आज भी लोग खूब डांस करते हैं और ये एक अलग उत्साह का भाव पैदा करता है। 1966 में रिलीज हुई फिल्म 'सूरज' के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं – बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। 56 साल बाद भी इस गाने का मैजिक वैसा ही है जैसा उस दौर में था।
बाबुल की दुआएं लेती जा
अब शादी का जिक्र आया ही है तो विदाई गीत की भी बात लाजमी है। 'बाबुल की दुआएं लेती जा' भी मोहम्मद रफी ने ही गाया है। इस गाने की रिकॉर्डिंग करते-करते वो खुद रोने लगे थे। ये गाना आज भी लोगों की आंखें नम कर देता है और लोग चाहकर भी अपने आंसू रोक नहीं पाते। राम माहेश्वरी की फिल्म 'नील कमल' के लिए ये गाना तैयार किया गया था। बेटी की विदाई गीत के तौर पर ये गाना पॉपुलर हुआ।
हमको तुमसे हो गया प्यार
एक गीत सबसे खास है और इसके खास होने की खास वजह भी है। 'अमर अकबर एंथनी' के लिए मोहमम्मदी रफी ने दो और दिग्गजों मुकेश कुमार और किशोर कुमार के साथ मिलकर एक गाने को आवाज दी थी। इस गाने का नाम 'हमको तुमसे हो गया प्यार' है। इसमें पहली और आखिरी बार तीनों की जादुई आवाज एक साथ सुनने को मिली थी।
मोहम्मद रफी का अमिट प्रभाव
"मोहम्मद रफी का संगीत संसार में ऐसा अद्वितीय स्थान है कि उनके गाने आज भी दिलों को छू जाते हैं। उनकी आवाज में एक खास जादू था जो किसी भी मौके को खास बना देता था। खासकर 'बहारों फूल बरसाओ' और 'बाबुल की दुआएं लेती जा' जैसे गाने तो शादियों और विदाई के फेरे में बेजोड़ रूप से फिट बैठते हैं। यही नहीं, 'हमको तुमसे हो गया प्यार' में रफी का साथ किशोर कुमार और मुकेश के साथ मिलकर जो जादू रचा है, वह हर संगीतप्रेमी के दिल में हमेशा के लिए बस गया है। मोहम्मद रफी का संगीत न केवल फिल्मों में बल्कि हमारे दिलों में भी जीवित रहेगा।"
Re: महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
Posted: Tue Dec 17, 2024 5:24 pm
by Harendra Singh
सदाबहार मोहम्मद रफी
"मोहम्मद रफी का संगीत और उनकी आवाज वाकई में समय की सीमाओं को पार कर गया है। 'बहारों फूल बरसाओ' जैसे गाने शादियों के मौसम में जीवन की उमंगों को जगाते हैं, वहीं 'बाबुल की दुआएं लेती जा' जैसे गाने शांति और भावनाओं की गहराई को दिखाते हैं। रफी की आवाज में एक अजीब सी ताकत थी जो हर भाव को सजीव बना देती थी। 'हमको तुमसे हो गया प्यार' में तीन दिग्गजों की आवाज का संगम एक अद्भुत अनुभव है और रफी की आवाज उसमें सबसे अलग चमकती है। यह सच है कि मोहम्मद रफी ने गीतों को न केवल गाया, बल्कि उन्हें अमर बना दिया।"
Re: महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
Posted: Tue Dec 17, 2024 5:27 pm
by Harendra Singh
रफी साहब का जादू
"मोहम्मद रफी की आवाज के बिना भारतीय संगीत अधूरा सा लगता है। उनके गाने सच्चे दिल से गाए गए थे और वही भावनाएं आज भी हमारे दिलों में उसी रूप में बसी हुई हैं। 'बहारों फूल बरसाओ' ने न केवल शादियों में मस्ती और उत्साह की लहर दौड़ाई, बल्कि 'बाबुल की दुआएं लेती जा' ने विदाई के क्षणों को इतना भावुक बना दिया कि आज भी लोग इसे सुनकर अपनी आंखों के आंसू रोक नहीं पाते। साथ ही, 'हमको तुमसे हो गया प्यार' जैसी रचनाएं जहां रफी के साथ मुकेश और किशोर कुमार की आवाज मिलकर एक नया संगीत जादू रचती हैं, वहीं यह तीनों दिग्गजों के संगम को देखने का दुर्लभ मौका देती हैं। रफी साहब की आवाज हमेशा के लिए अमर रहेगी।"
Re: महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ
Posted: Tue Dec 17, 2024 5:33 pm
by Harendra Singh
रफी साहब का जादू
"मोहम्मद रफी की आवाज के बिना भारतीय संगीत अधूरा सा लगता है। उनके गाने सच्चे दिल से गाए गए थे और वही भावनाएं आज भी हमारे दिलों में उसी रूप में बसी हुई हैं। 'बहारों फूल बरसाओ' ने न केवल शादियों में मस्ती और उत्साह की लहर दौड़ाई, बल्कि 'बाबुल की दुआएं लेती जा' ने विदाई के क्षणों को इतना भावुक बना दिया कि आज भी लोग इसे सुनकर अपनी आंखों के आंसू रोक नहीं पाते। साथ ही, 'हमको तुमसे हो गया प्यार' जैसी रचनाएं जहां रफी के साथ मुकेश और किशोर कुमार की आवाज मिलकर एक नया संगीत जादू रचती हैं, वहीं यह तीनों दिग्गजों के संगम को देखने का दुर्लभ मौका देती हैं। रफी साहब की आवाज हमेशा के लिए अमर रहेगी।"