तीरंदाज दीपिका कुमारी एक बार फिर से ओलंपिक में पदक जीतने से चूक गई. पेरिस ओलंपिक 2024 में दीपिका क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी लेकिन वहां पर उनको साउथ कोरिया की खिलाड़ी के हाथों हार का सामना करना पड़ा.
लगातार चार ओलंपिक में विफल रही कई बार की विश्व कप पदक विजेता तीरंदाज दीपिका कुमारी ने कहा है कि वह पोडियम पर पहुंचने तक खेल को अलविदा नहीं कहेंगी और उन्हें लगता है कि चार साल बाद लॉस एंजिलिस में वह ऐसा करने में कामयाब रहेंगी. दीपिका खेलों के सबसे बड़े मंच पर दबाव भरे हालात में विफल रही हैं.
तीरंदाज दीपिका कुमारी ने एक इंटरव्यू में कहा की निश्चित रूप से मैं भविष्य में और खेलना चाहती हूं और अपना खेल जारी रखूंगी.मैं ओलंपिक पदक जीतना चाहती हूं और जब तक मैं इसे हासिल नहीं कर लेती, तब तक मैं खेल नहीं छोड़ूंगी.
मैं कड़ी मेहनत करूंगी और मजबूती से वापसी करूंगी.दीपिका ने कहा की मैं और मजबूती से पेश करूंगी। इसमें कई चीजे हैं जैसे तेजी से निशाना लगाना, मुझे इसके बारे में थोड़ा और जानने की जरूरत है और इसके अनुसार खुद को तैयार करना सबसे महत्वपूर्ण है.
मैं ओलंपिक से यही सीखा है कि देर से निशाना लगाना कारगर नहीं होता, आपके पास बड़ी गलतियों की गुंजाइश नहीं होती. आपको इस पर नियंत्रण रखना होता है. मैं यहां से यह सीख लूंगी.
वह पेरिस में अपने लगातार चौथे ओलंपिक में खेलने उतरीं. दिसंबर 2022 में मां बनने के बाद खेल में वापसी की.राष्ट्रीय चयन ट्रायल में शीर्ष स्थान हासिल करने के बाद उन्होंने अप्रैल में शंघाई विश्व कप में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता.
दीपिका कुमारी का प्रदर्शन पेरिस ओलंपिक में काफी ऊपर नीचे रहा है. जिसकी वजह से उनको बिना पदक के घर वापस आना पड़ा है. क्वार्टर फाइनल मैच में दीपिका के दो खराब शॉट उनकी हार की सबसे बड़ी वजह बनी थी. जिससे उनको सबक सीखने की जरुरत है.