उत्तर-पश्चिमी इंग्लैंड (ब्रिटेन) के साउथपोर्ट में अभी हाल ही में हुई तीन लड़कियों की हत्या के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है. कई शहरों में तो दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं की पुलिस और नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनकारियों से झड़प भी हुई. इस झड़प में कई ब्रिटिश पुलिस अधिकारी घायल भी हुए, वहीं कई दर्जनों लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.
हमले को लेकर क्या बोले ब्रिटेन PM?
ब्रिटेन सरकार ने उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का वादा किया है, जो तीन लड़कियों की हत्या का फायदा उठाकर अराजकता फैला रहे हैं. खबर आ रही है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने घटना की निंदा की है. उन्होंने शरणार्थियों के लिए बने होटल पर हमले की निंदा की और इस कार्रवाई को ‘दक्षिणपंथी गुंडागर्दी’ करार दिया.
गलत सूचना फैलाई गई तो…
आपको बता दें कि जुलाई के आखिरी दिनों में ब्रिटेन के एक डांस क्लास में चाकू से हमला किया गया था. हमले में तीन लड़कियों की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल बताई गई. घटना के बाद ब्रिटेन के ब्रिस्टल और लिवरपूल शहरों में प्रदर्शनकारी विरोध में सड़कों पर उतर आए. पहले गलत सूचना फैलाई गई कि संदिग्ध एक कट्टरपंथी इस्लामी प्रवासी था. लेकिन बाद में प्रदर्शनकारियों ने उसे पकड़ लिया. ब्रिटेन पुलिस के अनुसार, संदिग्ध हत्यारे का जन्म ब्रिटेन में हुआ था. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि उसका परिवार ईसाई था.
ब्रिटेन PM ने की घृणा फैलाने वालों की निंदा
शनिवार को ब्रिटेन के नए लेबर प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने अपने मंत्रियों के साथ एक संकट बैठक की. उन्होंने पुलिस अधिकारियों पर हमला करने वालों और ‘घृणा फैलाने की कोशिश करने वालों की निंदा की. स्टारमर ने कहा कि सरकार को ऐसे प्रयास करने वाले चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ‘पूरा समर्थन है.
ब्रिटेन में क्यों भड़की हिंसा?
इस सप्ताह की शुरुआत में ब्रिटेन में हिंसा इसलिए भड़की, क्योंकि साउथपोर्ट में चाकू हमला हुआ था. चाकू से किए गए हमले में तीन लड़कियों की मौत के मामले में 17 वर्षीय एक लड़के को गिरफ्तार भी किया गया. मगर ऑनलाइन ये झूठी अफवाह फैलाई गई कि गिरफ्तार युवक मुस्लिम और अप्रवासी था, जिससे लोगों में गुस्सा बढ़ गया. हालांकि, अभी तक गिरफ्तार नाबालिग का नाम नहीं बताया गया है. मामले की सुनवाई कर रहे जज ने युवक की पहचान करने का आदेश दिया, ताकि गलत सूचना के प्रसार को रोका जा सके.