नई दिल्ली. पेरिस ओलंपिक के बाद पुरुष जेवलिन थ्रो में लोगों की जुबान पर एक ही नाम है- अरशद नदीम (Arshad Nadeem) आखिर हो भी क्यों न पाकिस्तान के इस खिलाड़ी ने 92.97 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल पर अपना नाम जो लिखा. वह पहले पाकिस्तानी खिलाड़ी हैं, जिसने ओलंपिक इतिहास में किसी व्यक्तिगत स्पर्धा को गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
अरशद की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि उन्होंने यहां नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए यह गोल्ड मेडल जीता है. उनके बाद सिल्वर पर भारत के नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने अपना कब्जा जमाया. नीरज ने यहां अपना सीजन बेस्ट थ्रो 89.45 मीटर निकालकर सिल्वर अपने नाम किया.
नीरज ने पिछली बार टोक्यो में आयोजित हुए ओलंपिक खेलों में गोल्ड अपने नाम किया था. लेकिन इस बार भले वह सिल्वर मेडल ही जीत पाए लेकिन नीरज की मां सरोज देवी ने इस पर भी खुशी जताते हुए अरशद को गोल्ड जीतने की बधाई दी और उन्हें अपना बेटा जैसा ही करार दिया. अब अरशद ने नीरज की मां को अपना सलाम भेजा है.
अरशद ने पाकिस्तान पहुंचकर मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मां किसी के लिए भी मां ही है, तो वह सभी के प्रार्थना करती हैं. मैं नीरज चोपड़ा की मां के प्रति आभारी हूं. वो भी मेरी मां है. उन्होंने हमारे लिए दुआएं की और दक्षिण एशिया से सिर्फ हम दो ही खिलाड़ी थे, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर प्रदर्शन किया.
बता दें अरशद पाकिस्तान के पहले ऐसे खिलाड़ी बने हैं, जिन्होंने किसी व्यक्तिक स्पर्धा में पाकिस्तान के लिए गोल्ड मेडल जीता हो. इस उपलब्धि के बाद पाकिस्तान सरकार ने हिलाल-ए-इम्तियाज से सम्मानित करने का ऐलान किया है, जो देश का दूसरा सर्वोच्च सम्मान है.
पाकिस्तान सरकार ने अगले सप्ताह देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ‘अज्म-ए-इस्तेहकम’ (स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता) शीर्षक से एक स्मारक डाक टिकट जारी करने का भी ऐलान किया है.