पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने कुश्ती में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया। इसके बाद विनेश कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट में सिल्वर मेडल के लिए अपील की लेकिन वहां भी उन्हें झटका लगा और अपील खारिज हो गई। अब इस पूरे मामले पर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने बयान दिया है। मान ने कहा है कि इस तरह से मेडल चूकना काफी दुखद है।
क्या बोले भगवंत मान?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को लुधियाना में कहा कि खिलाड़ी के कोच और सहायक कर्मचारियों का कर्तव्य है कि वे पहलवानों का वजन निर्धारित मानदंडों के तहत बनाए रखें। मान ने कहा कि उन्हें सरकारी खजाने से भारी वेतन मिलता है। मान ने कहा कि वह कुछ दिन पहले ही चरखी दादरी में स्थित विनेश के घर गए थे।
विनेश की याचिका खारिज
पेरिस ओलंपिक की कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) ने बुधवार को विनेश फोगाट की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ उनकी अपील की था। इसके साथ ही विनेश का ओलंपिक के सिल्वर मेडल का सपना टूट गया है।
इस तरह पदक से चूकना दुखद- मान
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने विनेश की अपील खारिज किए जाने के बाद कहा है कि इस तरह से पदक से चूकना दुखद है। मान ने कोच और अन्य कर्मचारियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे भारी वेतन लेते हैं ताकि खिलाड़ी ओलंपिक खेलों में पदक जीत सकें।