Source: https://hindi.gadgets360.com/science/li ... ws-6334838मंगल ग्रह की सतह के नीचे तरल पानी का भंडार हो सकता है। यह पानी ग्रह की सतह के नीचे मौजूद टूटी हुई आग्नेय चट्टानों में होने का अनुमान है। वैज्ञानिकों को लगता है कि इस पानी से एक महासागर भर जाएगा। यह निष्कर्ष नासा के रोबोट इनसाइट लैंडर से मिले भूकंपीय डेटा को टटोलने के बाद निकाले गए हैं। रिसर्चर्स ने कहा है कि मंगल ग्रह की सतह से लगभग 7.2 से 12.4 मील (11.5 से 20 किलोमीटर) नीचे मौजूद यह पानी सूक्ष्मजीवी जीवन (microbial life) को बनाने के लिए अनुकूल परिस्थितियां देता है फिर चाहे हम आज के संदर्भ में बात करें या अतीत की।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह स्टडी जर्नल प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में पब्लिश हुई है। इसमें कहा गया है कि मंगल ग्रह की सतह के नीचे आग्नेय चट्टानें जिस गहराई में मौजूद हैं, वह जगह इतनी गर्म है कि पानी को लिक्विड फॉर्म में रख सकती है। गहराई कम होने पर पानी, बर्फ बन जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, पृथ्वी पर भी एक निश्चित गहराई में सूक्ष्मजीवी जीवन मौजूद है। वहां भी चट्टानों में पर्याप्त पानी है।
नासा के जिस इनसाइट लैंडर के डेटा से यह जानकारी मिली है, वह साल 2018 में धरती पर उतरा था। लैंडर ने ग्रह की कई परतों, उसके लिक्विड मेटल कोर से लेकर मेंटल और क्रस्ट तक के बारे में डेटा जुटाया था। इनसाइट मिशन 2022 में खत्म हो जाएगा।
इनसाइट के डेटा से पता चला है कि लिविक्ड वॉटर का भंडार ग्रह की सबसे बाहरी परत यानी उसकी सतह के नीचे टूटी हुई आग्नेय चट्टानों के अंदर मौजूद है। माना जाता है कि ये चट्टानें लावा के ठंडा होने और जमने से बनी हैं।
वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर उस पानी को निकाला जाए, तो मंगल की पूरी सतह पर एक से दो किलोमीटर गहरा महासागर बन सकता है। वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि शुरुआत में मंगल ग्रह की सतह पर भी पानी हुआ करता होगा। तब वहां की सतह आज की तुलना में ज्यादा गर्म रही होगी। इस रिसर्च से मंगल ग्रह पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाने में मदद मिल सकती है।
मंगल ग्रह पर मिला पानी का भंडार! भर जाएगा एक महासागर, जानें पूरा मामला
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Re: मंगल ग्रह पर मिला पानी का भंडार! भर जाएगा एक महासागर, जानें पूरा मामला
नासा के इनसाइट लैंडर से भेजे गए डेटा के अनुसार, मंगल ग्रह के लगभग 7 से 13 मील की गहराई में भूमिगत महासागर का पता चला है।
मुझे समझ नहीं आता कि [भूमिगत जलाशय] रहने योग्य वातावरण क्यों नहीं है। यह निश्चित रूप से पृथ्वी पर सच है - गहरी-गहरी खदानें जीवन का घर हैं, समुद्र के तल में जीवन है। हमें मंगल ग्रह पर जीवन के कोई सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन कम से कम हमने एक ऐसी जगह की पहचान की है, जो सिद्धांत रूप में जीवन को बनाए रखने में सक्षम होनी चाहिए।
मुझे समझ नहीं आता कि [भूमिगत जलाशय] रहने योग्य वातावरण क्यों नहीं है। यह निश्चित रूप से पृथ्वी पर सच है - गहरी-गहरी खदानें जीवन का घर हैं, समुद्र के तल में जीवन है। हमें मंगल ग्रह पर जीवन के कोई सबूत नहीं मिले हैं, लेकिन कम से कम हमने एक ऐसी जगह की पहचान की है, जो सिद्धांत रूप में जीवन को बनाए रखने में सक्षम होनी चाहिए।
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Re: मंगल ग्रह पर मिला पानी का भंडार! भर जाएगा एक महासागर, जानें पूरा मामला
मंगल ग्रह पर मिला हुआ पानी का भंडार जो एक महासागर के रूप में दिख रहा है यह वाकई वहां पर एक जीवन की पुष्टि करता साबित हो रहा है अब देखना काफी दिलचस्प होगा कि मानव जीवन के लिए दो सबसे मूलभूत सेवाएं हवा और पानी में पानी की उपलब्धता तो दिख रही है क्या ऑक्सीजन की मात्रा वहां पर है क्योंकि मंगल ग्रह पर पूरी तरह से वह कार्बन डाइऑक्साइड से अच्छा अधिक है तो वहां पर जीवन के दूसरे पहले को देखते हुए वहां पर जीवन तलाशना ही संभव है।
पृथ्वी की अपेक्षा वहां गुरुत्वाकर्षण का बाल आधा है जिसे मनुष्य का वजन ऑटोमेटिक वहां पर आधा हो जाएगा और दूसरा तथ्य है की मंगल पर हमारा जीवन काल दोगुना बढ़ भी जाएगा क्योंकि वहां समय की गति पृथ्वी के समय की गति से अलग है तो इस तरह से आयाम में अपने आप को समय में स्थानांतरित कर पाना मनुष्य के लिए सहज नहीं होगा लेकिन वह एक दिन जरूर कर ले जाएगा।
पृथ्वी की अपेक्षा वहां गुरुत्वाकर्षण का बाल आधा है जिसे मनुष्य का वजन ऑटोमेटिक वहां पर आधा हो जाएगा और दूसरा तथ्य है की मंगल पर हमारा जीवन काल दोगुना बढ़ भी जाएगा क्योंकि वहां समय की गति पृथ्वी के समय की गति से अलग है तो इस तरह से आयाम में अपने आप को समय में स्थानांतरित कर पाना मनुष्य के लिए सहज नहीं होगा लेकिन वह एक दिन जरूर कर ले जाएगा।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"