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अगले पांच साल में 1.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी BPCL, जानें- किन सेक्टर में रहेगा जोर?

Posted: Tue Aug 20, 2024 8:21 am
by Realrider
सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) के चेयरमैन जी कृष्ण कुमार ने कहा है कि कंपनी की अगले पांच साल में 1.7 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना है. कंपनी यह निवेश अपने मुख्य कारोबार तेल शोधन और ईंधन मार्केटिंग को बढ़ाने के साथ-साथ पेट्रोरसायन तथा हरित ऊर्जा जैसे नये सेक्टर्स में करेगी.

BPCL के पास वर्तमान में देश की कुल तेल शोधन क्षमता का लगभग 14 प्रतिशत और ईंधन खुदरा नेटवर्क का लगभग एक चौथाई हिस्सा है. कंपनी नये सेक्टर्स में दस्तक देने के साथ अपने मुख्य कारोबार को बढ़ाने की योजना बना रही है.

कंपनी के चेयरमैन ने सालाना रिपोर्ट में कहा है कि BPCL अब ‘प्रोजेक्ट एस्पायर’ के रूप में कई दशक की आकांक्षी यात्रा के पहले चरण को लागू कर रही है. इसका पांच साल का रणनीतिक ढांचा दो मूलभूत स्तंभों पर आधारित है. इसमें मुख्य कारोबार को बढ़ावा और दूसरा भविष्य की परियोजनाओं में निवेश है.

कृष्ण कुमार ने कहा कि हमारी मध्यम अवधि की रणनीति जारी है. इसके तहत एक एक तरफ जहां हम अपने मुख्य कारोबार…पेट्रोलियम उत्पादों की रिफाइनिंग और विपणन… तथा खोज और उत्पादन गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पेट्रोरसायन, गैस, हरित ऊर्जा, गैर-ईंधन खुदरा और डिजिटल जैसे प्रमुख सेक्टर्स पर समान रूप से ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट एस्पायर के तहत पांच साल में लगभग 1.70 लाख करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय किया जाएगा. यह निवेश हमें आने वाली पीढ़ी के लिए वातावरण को संरक्षित रखते हुए हमसे जुड़े विभिन्न पक्षों के लिए दीर्घकालिक मूल्य सृजित करने में मदद करेगा.

कंपनी ने 2040 तक अपने परिचालन से शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखा है..

चेयरमैन ने कहा, ‘‘BPCL ने शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन के लिए खाका तैयार किया है. इसमें नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, कॉम्प्रेस्ड बायोगैस, कार्बन कैप्चर, उपयोग और भंडारण (सीसीयूएस), दक्षता में सुधार आदि शामिल हैं. इसके लिए 2040 तक चरणबद्ध तरीके से लगभग एक लाख रुपये के पूंजी व्यय की आवश्यकता होगी और कंपनी इसके लिए कमर कस ली है.’’

कंपनी की मुख्य कारोबार में निवेश को लेकर रणनीति देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था से ऊर्जा और पेट्रोलियम उत्पादों की खपत में चार से पांच प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के अनुमान पर आधारित है. साथ ही, प्रमुख पेट्रोरसायन उत्पादों की मांग सालाना आधार पर सात से आठ प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है.

उन्होंने कहा, ‘‘यह एकीकृत पेट्रोरसायन परिसरों के विकास के साथ-साथ रिफाइनिंग क्षमता का विस्तार करने का एक रणनीतिक अवसर है.’’

BPCL अपनी तीन तेल रिफाइनरियों में से दो में नई पेट्रोरसायन परियोजनाएं लागू कर रही है. मध्य प्रदेश में बीना रिफाइनरी में 49,000 करोड़ रुपये के निवेश से एथिलीन क्रैकर परियोजना क्रियान्वित की जा रही है. साथ ही 2029 तक तेल शोधन क्षमता को मौजूदा 78 लाख टन से बढ़ाकर 1.1 करोड़ टन सालाना किया जा रहा है. इसके अलावा, केरल में कोच्चि रिफाइनरी में एक पॉलीप्रोपिलीन परियोजना स्थापित की जा रही है. इसके 2027 तक चालू होने की उम्मीद है.
Source: https://www.india.com/hindi-news/busine ... s-7176749/

Re: अगले पांच साल में 1.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी BPCL, जानें- किन सेक्टर में रहेगा जोर?

Posted: Thu Sep 05, 2024 5:46 am
by ritka.sharma
बीसीएल कंपनी के पेपर में जी कृष्ण कुमार काफी संघर्ष एवं इमानदार व्यक्तित्व के पुरुषों उन्होंने कहा है कि कंपनी अगले 5 साल में एक पॉइंट 7 लाख करोड रुपए के निवेश की योजना बना रही है कंपनी को जी कृष्ण कुमार जी के ही तरह कार्यकर्ताओं की आवश्यकता होती है जो अपनी बुद्धि एवं दृढ़ निश्चय से कंपनी को लाभ देने में अपना पूरा योगदान देते हैं यदि इसी प्रकार रहा तो विजल थी BCL कंपनी को चार चांद लगा देंगे।

Re: अगले पांच साल में 1.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी BPCL, जानें- किन सेक्टर में रहेगा जोर?

Posted: Sat Nov 02, 2024 9:06 am
by Sunilupadhyay250
ritka.sharma wrote: Thu Sep 05, 2024 5:46 am बीसीएल कंपनी के पेपर में जी कृष्ण कुमार काफी संघर्ष एवं इमानदार व्यक्तित्व के पुरुषों उन्होंने कहा है कि कंपनी अगले 5 साल में एक पॉइंट 7 लाख करोड रुपए के निवेश की योजना बना रही है कंपनी को जी कृष्ण कुमार जी के ही तरह कार्यकर्ताओं की आवश्यकता होती है जो अपनी बुद्धि एवं दृढ़ निश्चय से कंपनी को लाभ देने में अपना पूरा योगदान देते हैं यदि इसी प्रकार रहा तो विजल थी BCL कंपनी को चार चांद लगा देंगे।
BPCL का भारतीय उद्योग में स्थान है, बीपीसीएल, एक महारत्न पीएसयू है, जिसका लक्ष्य मुंबई, कोच्चि, नुमालीगढ़ और बीना में कार्यनीतिक रूप से अवस्थित रिफायनरियों के माध्यम से 40 एमएमटी की संयुक्त रिफायनिंग क्षमता के साथ हमारे राष्ट्र की ऊर्जा जरूरतों को कुशलतापूर्वक पूरा करना है।