आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी को अगला मुख्यमंत्री घोषित किया है। केजरीवाल ने कहा कि जब तक दिल्ली की जनता उन्हें ईमानदार नहीं घोषित कर देती, तब तक वे मुख्यमंत्री पद पर नहीं आसीन होंगे। यह बात भ्रष्टाचार के एक मामले और मतदाताओं के बीच अविश्वास की स्थिति को दर्शाने वाले आंतरिक सर्वेक्षणों के बीच सामने आई है।
इससे पहले केजरीवाल ने कहा था कि इस्तीफा देने का उनका फैसला उनकी ईमानदारी का "प्रमाणपत्र" होगा। 54 वर्षीय नेता की यह घोषणा कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से रिहा होने के दो दिन बाद आई है।
आतिशी 2020 में पहली बार दिल्ली विधानसभा के लिए चुनी गई थीं। उन्होंने शहर के स्कूलों और शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए सिसोदिया के साथ मिलकर काम किया है। वह AAP की सबसे मुखर नेताओं में से एक हैं।
ऑक्सफोर्ड से इतिहास में मास्टर्स और रोड्स स्कॉलर आतिशी इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के ज़रिए राजनीति में आईं। वे वर्तमान में शिक्षा, उच्च शिक्षा, टीटीई, वित्त, योजना, पीडब्ल्यूडी, जल, बिजली, सेवा, सतर्कता और जनसंपर्क मंत्री हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर अरविंद केजरीवाल की जगह लेंगी आतिशी
Re: दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर अरविंद केजरीवाल की जगह लेंगी आतिशी
ऑक्सफोर्ड से मजबूत शैक्षणिक पृष्ठभूमि और महत्वपूर्ण राजनीतिक उपलब्धियों के साथ, उनके करियर की प्रमुख उपलब्धियों में सार्वजनिक स्कूल प्रणालियों में सुधार, छात्र अधिकारों की वकालत और कई सरकारी विभागों का प्रबंधन शामिल है। आशा है कि अगले चुनाव तक दिल्ली में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा।
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Re: दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर अरविंद केजरीवाल की जगह लेंगी आतिशी
आतिशी मालिनी एक योग्य राजनीतिज्ञ हैं और उनके अंदर एक अच्छे राजनीतिक के सारे गुण हैं अब कम समय अवधि में उनका मुख्यमंत्री पद का कार्यभार देकर अरविंद केजरीवाल कुछ समय के लिए विवादों से बचना चाहते हैं यहां तक की उन्होंने अपना निवास में विधानसभा में कर लिया है।
आतिशी मालिनी इस मौके को एकदम से जाना नहीं देना चाहेंगे क्योंकि राजनेताओं में एक दूसरे की कट और मौका परस्ती सब झलकती है। हाथ सी मल्लिका अभी हाल ही में दिल्ली की रोडो को लेकर आया बयान और उसमें तेजी से सुधार कार्यों में जो निर्माण कार्य करने का जो लक्ष्य रखा है वह आम जनता को काफी पसंद भी आया है।
आतिशी में योग्यता कूट-कूट कर भरी है जो किसी भी कुशल नेता के अंदर होना चाहिए और वह एक अच्छे नेतृत्व का संपादन करने में भी सक्षम है और आम जनता उन्हें शीला दीक्षित के तौर पर भी देख सकती है जो अभी तक किसी भी विवादों से परे हैं।
आतिशी मालिनी इस मौके को एकदम से जाना नहीं देना चाहेंगे क्योंकि राजनेताओं में एक दूसरे की कट और मौका परस्ती सब झलकती है। हाथ सी मल्लिका अभी हाल ही में दिल्ली की रोडो को लेकर आया बयान और उसमें तेजी से सुधार कार्यों में जो निर्माण कार्य करने का जो लक्ष्य रखा है वह आम जनता को काफी पसंद भी आया है।
आतिशी में योग्यता कूट-कूट कर भरी है जो किसी भी कुशल नेता के अंदर होना चाहिए और वह एक अच्छे नेतृत्व का संपादन करने में भी सक्षम है और आम जनता उन्हें शीला दीक्षित के तौर पर भी देख सकती है जो अभी तक किसी भी विवादों से परे हैं।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"