भारत की सबसे प्राचीन साहित्यिक परंपरा वेदों से शुरू होती है, जो लगभग 1500 से 500 ईसा पूर्व के बीच लिखी गई थीं। चार मुख्य वेद हैं: ऋग्वेद, सामवेद, यजुर्वेद, और अथर्ववेद। इन वेदों में धार्मिक hymns, मंत्र, और संस्कृत शास्त्र शामिल हैं।
वेदों के बाद उपनिषदों, पुराणों, और महाकाव्यों का विकास हुआ। उपनिषद दार्शनिक और आध्यात्मिक विचारों का संग्रह हैं, जबकि महाभारत और रामायण जैसे महाकाव्य कथाएँ, नीतियों, और धर्म के सिद्धांतों का वर्णन करते हैं।
इन ग्रंथों ने भारतीय संस्कृति, दर्शन, और साहित्य पर गहरा प्रभाव डाला है और आज भी इनकी प्रासंगिकता बनी हुई है। इनका अध्ययन न केवल धार्मिक बल्कि साहित्यिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।