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सही कहा दीदी आपने कभी-कभी फनी दुनिया बड़ी अच्छी लगती है लोगों से बातें करना बड़ा अच्छा लगता है चाहे वह पौधे हो खिलौने हो यह किताबें हूं कभी-कभी मनपसंद चीज से ऐसा गहरा रिश्ता हो जाता है निर्जीव चीज भी जीवित लगने लगते हैं। पौधे तो वैसे भी अपने बच्चों के समान होते हैं उनसे जितना बात है करो वह उतना ही करीब आते रहते हैं अकेलापन भी नहीं लगता।Bhaskar.Rajni wrote: Wed Dec 04, 2024 9:09 am हां ऐसा होता है कई लोग अपने खिलौनों से अपनी चीजों से बातें करते हैं। मैं अपने पौधों से बातें करती हूं जब भी पौधा कोई लगती हूं तो उसे रहती हूं अपनी जड़ों से मिट्टी को कस के पकड़ कर रहना मजबूती के साथ रहना और खूब फलना फूलना सुबह-सुबह जब मैं अपने पौधों के पास एक चक्कर लगाकर आता हूं तो सब के पत्तों को छोड़-छोड़ कर देखती हूं और उनसे पूछता हूं तुम कैसे हो? और कुछ पौधों पर जब कोई फूल खिलता है तब मैं उसे शाबाश भी बोल कर आती हूं और तब मुझे ऐसा लगता है कि वह भी खुश हो गए है जैसे कि एक छोटा बच्चा कोई अच्छा काम करता है तो उसे वेलडन मिलता है वैसे ही।
बिलकुल सही कहा आपने! जब मनपसंद चीजों से दिल लग जाता है, तो वो वाकई में अपनी सी लगने लगती हैं। कभी-कभी तो लगता है कि किताबें हमें घूरकर कह रही हों, "अब तो खोल लो यार!" और पौधे ऐसे नखरे दिखाते हैं जैसे पानी न देने पर नाराज़ हो जाएं।Sonal singh wrote: Wed Dec 04, 2024 2:09 pmसही कहा दीदी आपने कभी-कभी फनी दुनिया बड़ी अच्छी लगती है लोगों से बातें करना बड़ा अच्छा लगता है चाहे वह पौधे हो खिलौने हो यह किताबें हूं कभी-कभी मनपसंद चीज से ऐसा गहरा रिश्ता हो जाता है निर्जीव चीज भी जीवित लगने लगते हैं। पौधे तो वैसे भी अपने बच्चों के समान होते हैं उनसे जितना बात है करो वह उतना ही करीब आते रहते हैं अकेलापन भी नहीं लगता।Bhaskar.Rajni wrote: Wed Dec 04, 2024 9:09 am हां ऐसा होता है कई लोग अपने खिलौनों से अपनी चीजों से बातें करते हैं। मैं अपने पौधों से बातें करती हूं जब भी पौधा कोई लगती हूं तो उसे रहती हूं अपनी जड़ों से मिट्टी को कस के पकड़ कर रहना मजबूती के साथ रहना और खूब फलना फूलना सुबह-सुबह जब मैं अपने पौधों के पास एक चक्कर लगाकर आता हूं तो सब के पत्तों को छोड़-छोड़ कर देखती हूं और उनसे पूछता हूं तुम कैसे हो? और कुछ पौधों पर जब कोई फूल खिलता है तब मैं उसे शाबाश भी बोल कर आती हूं और तब मुझे ऐसा लगता है कि वह भी खुश हो गए है जैसे कि एक छोटा बच्चा कोई अच्छा काम करता है तो उसे वेलडन मिलता है वैसे ही।