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तेरे बिना
Posted: Wed Oct 09, 2024 6:28 pm
by Stayalive
तेरी हंसी से खिलता है मेरा हर दिन,
तेरे बिना अधूरी है मेरी ये जीवन रेखा।
साथ तेरे बिताए लम्हे हैं सबसे प्यारे,
हर पल में बसी है तेरी मोहब्बत की आभा।
तेरी आंखों में छुपा है मेरा सपना,
तेरे साथ हर मुश्किल होती है आसान।
जब तू संग हो, तो हर राह है रोशन,
तेरे बिना ये दिल है जैसे वीरान।
तेरा हाथ थामे, हम चलें संग-संग,
हर सुख-दुख में तेरा हो मेरा हाथ।
तू मेरी धड़कन, तू मेरा विश्वास,
तेरे साथ जियूँ, यही है मेरा अवसाद।
प्यार की ये डोर, कभी ना टूटे,
तेरे संग हर दिन, बस नए रंग भरे।
सात जन्मों का वादा, साथ निभाएंगे,
तेरे साथ जीना, यही ख्वाब सजाएंगे।
तू मेरी रानी, मैं तेरा राजकुमार,
संग तेरे हर घड़ी, प्यार है बेइंतहा।
तेरे बिना अधूरा, मेरा ये सफर,
तेरे साथ ही संपूर्ण, मेरा हर सफर।
– तुम्हारा हमेशा
Re: तेरे बिना
Posted: Fri Oct 11, 2024 8:40 am
by manish.bryan
@Stayalive
सर आप एक बहुत ही अच्छे कविता कर दिख रहे हैं और इससे पहले भी आपकी एक दो कविताएं मैंने पढ़ी जिसकी भूरी भूरी प्रशंसा करना किसी भी तरह से गलत नहीं होगा क्योंकि आपके लेखन को बढ़ावा भी देता है साथ में मार्मिक होकर लिखना एक अच्छी क्रिएटिविटी को भी दर्शाता है।
मेरे पास भी कुछ कविताओं का संग्रह है लेकिन वह अंग्रेजी भाषा में है क्योंकि हिंदी भाषा में मैं लिखना पसंद नहीं करता और काफी कॉम्प्लिकेटेड लिखने से इंग्लिश में कोई भावनाएं मेरी समझ नहीं पता
लेकिन जल्दी ही एक कविता लिखकर मैं इस मंच पर डालूंगा और आपकी समीक्षा और टिप्पणी का मुझे बेहद इंतजार रहेगा मैं आपको टैग करने की कोशिश भी करूंगा।
Re: तेरे बिना
Posted: Tue Oct 22, 2024 7:31 pm
by johny888
तेरे बिना ज़िन्दगी में कुछ नहीं,
जैसे दरिया हो, पर कोई किनारा नहीं।
सांसें तो चलती हैं, पर धड़कन नहीं,
जैसे दिन में हो रौशनी, पर उजाला नहीं।
तेरी हंसी का जादू, दिल को छू जाए,
तेरी आँखों का सपना, हर पल याद आए।
तेरी बातों में बसा है मेरा जहाँ,
तेरे बिना सब कुछ लगता है वीराना।
तू ही है मेरी राहों का कारवाँ,
तेरे बिना मैं हूँ जैसे कोई बेज़ुबाँ।
तेरे साथ ही है हर ख़ुशी मेरी,
वरना ज़िन्दगी बस एक खाली कहानी।
Re: तेरे बिना
Posted: Wed Nov 20, 2024 3:16 pm
by Bhaskar.Rajni
तेरे बिना जीवन जीवन नहीं था
उम्र को काटा है जैसे तैसे
तेरा आना बहार के आने से कम नहीं,
सूखे वृक्षों पर हरियाली छा गई हो जैसे
तेरे बिना नीरस था जीवन
तेरा साथ रस की फुहार जैसे
एक ही दुआ है रब से हरदम
तेरा ही साथ मिले हर जनम।
Re: तेरे बिना
Posted: Wed Nov 20, 2024 8:48 pm
by Sonal singh
Bhaskar.Rajni wrote: ↑Wed Nov 20, 2024 3:16 pm
तेरे बिना जीवन जीवन नहीं था
उम्र को काटा है जैसे तैसे
तेरा आना बहार के आने से कम नहीं,
सूखे वृक्षों पर हरियाली छा गई हो जैसे
तेरे बिना नीरस था जीवन
तेरा साथ रस की फुहार जैसे
एक ही दुआ है रब से हरदम
तेरा ही साथ मिले हर जनम।
तेरे बिना ऐसा लगता है जैसे बिन मौसम बरसात
तेरे बिना तेरे बिना लगता नहीं मेरा जिया
तेरे बिना मैं लूडो किसके साथ खेलेगी। तेरे बिना मेरी बगिया के सारे फूल मुरझा जाते हैं। तेरे बिना गुड भी फीका लगता है
। तेरे बिना जिंदगी जिंदगी नहीं है। क्योंकि मेरे साथ लड़ने वाला कोई नहीं है तेरे बिना। तेरे बिना खाने का स्वाद बदल जाता है.।
Re: तेरे बिना
Posted: Thu Nov 21, 2024 12:35 pm
by Bhaskar.Rajni
Sonal singh wrote: ↑Wed Nov 20, 2024 8:48 pm
Bhaskar.Rajni wrote: ↑Wed Nov 20, 2024 3:16 pm
तेरे बिना जीवन जीवन नहीं था
उम्र को काटा है जैसे तैसे
तेरा आना बहार के आने से कम नहीं,
सूखे वृक्षों पर हरियाली छा गई हो जैसे
तेरे बिना नीरस था जीवन
तेरा साथ रस की फुहार जैसे
एक ही दुआ है रब से हरदम
तेरा ही साथ मिले हर जनम।
तेरे बिना ऐसा लगता है जैसे बिन मौसम बरसात
तेरे बिना तेरे बिना लगता नहीं मेरा जिया
तेरे बिना मैं लूडो किसके साथ खेलेगी। तेरे बिना मेरी बगिया के सारे फूल मुरझा जाते हैं। तेरे बिना गुड भी फीका लगता है
। तेरे बिना जिंदगी जिंदगी नहीं है। क्योंकि मेरे साथ लड़ने वाला कोई नहीं है तेरे बिना। तेरे बिना खाने का स्वाद बदल जाता है.।
कितना प्यार लिखा है सोनल तुमने, सच्ची बात ही तो है तुम्हारे बिना गुड भी फीका लगता है और फिर भला लगे भी तो किस लड़े??
सर्विन की याद दिला दी तुमने तो ऐसा लिखकर,
अब किसको टाइम है जो हमारे लड़ाई करें,उससे तो दिन रात की लड़ाई रहती थी फिर वह शिकायते करता रहता दीदी ऐसा हो गया दीदी वैसा हो गया दीदी ने अब ऐसा कर दिया सोनल सच में सर्विन की याद आ रही है।,