डोनाल्ड ट्रंप पर जिस पेंसिलवेनिया राज्य में हमला हुआ वहां भी ट्रंप को सर्वे पोल में अच्छी बढ़त मिलती दिख रही है। यहां पर ट्रंप 48 फीसदी के औसत से आगे चल रहे हैं। अगर ट्रंप हर उस राज्य में जीत हासिल कर लेते हैं, जहां वे अभी आगे चल रहे हैं, तो उन्हें जीतने के लिए पर्याप्त इलेक्टोरल वोट मिल जाएंगे।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीवार डोनाल्ड ट्रंप पर शनिवार को हुआ हमला राजनीतिक संजीवनी साबित हो सकता है। क्योंकि, हमले के बाद उनके पक्ष में साहनुभूति की जबरदस्त लहर देखने को मिल रही है। हमले से पहले ट्रंप 47 फीसदी के साथ राष्ट्रीय औसत में बाइडन (45 फीसदी) से पहले ही आगे चल रहे हैं। फिलहाल, हमले के बाद पक्ष में बने माहौल को भुनाते हुए ट्रंप 50 फीसदी के राष्ट्रीय औसत को पार करते हुए भारी बहुमत से चुनाव जीत सकते हैं। हालांकि, चुनाव 5 नवंबर को होना है। ऐसे में यह सिर्फ एक काल्पनिक स्थिति है। लेकिन, फिर भी अगर इस सप्ताह में चुनाव हो जाएं, तो इलेक्टोरल कॉलेज के लिहाज से राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए 270 का आंकड़ा हासिल करना होता है, लेकिन तमाम पोल के नतीजे बता रहे हैं कि ट्रंप को 312 तक इलेक्टोरल कॉलेज सीटें मिल सकती हैं।
ट्रंप पर जिस पेंसिलवेनिया राज्य में हमला हुआ वहां भी ट्रंप को सर्वे पोल में अच्छी बढ़त मिलती दिख रही है। यहां पर ट्रंप 48 फीसदी के औसत से आगे चल रहे हैं। अगर ट्रंप हर उस राज्य में जीत हासिल कर लेते हैं, जहां वे अभी आगे चल रहे हैं, तो उन्हें जीतने के लिए पर्याप्त इलेक्टोरल वोट मिल जाएंगे। अमेरिकी चुनावों पर शोध और सर्वे पोल करने वाली 10 एजेंसियों में से 6 एजेंसियों के मुताबिक फिलहाल देश में 44 से 50 फीसदी लोग ट्रंप के पक्ष में मतदान करने के मूड में हैं। इसके अलावा पिछले एक सप्ताह के भीतर 10 में 8 एजेंसियों के नतीजों में ट्रंप के आंकाड़ों में सुधार हुआ है। प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक सोमवार को राष्ट्रीय स्तर पर मतदाताओं के मुड को अगर नतीजों में बदला जाए, तो ट्रंप को 50 फीसदी से ज्यादा मत मिलेंगे, जबकि बाइडन को 47 फीसदी मत मिलेंगे।