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India's Gaganyaan Project: मानवरहित क्रू मॉड्यूल अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए भेजा गया

Posted: Sat Jan 25, 2025 7:02 am
by LinkBlogs
गगनयान परियोजना के तहत पहले मानवरहित मिशन के लिए क्रू मॉड्यूल के प्रेषण के साथ मानव अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में भारत की यात्रा ने एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया। बेंगलुरु में लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (LPSC) में एक तरल प्रणोदन प्रणाली के साथ एकीकृत मॉड्यूल को श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र भेजा गया है। 21 जनवरी 2025 को प्राप्त यह विकास, मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमताओं को प्राप्त करने के भारत के प्रयासों का हिस्सा है।

तरल प्रोपल्शन सिस्टम विवरण

इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा रिपोर्ट के अनुसार, इसरो के अनुसार, क्रू मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (CMPS) में एक द्वि-प्रणोदक रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम (RCS) शामिल है। यह प्रणाली वंश और पुन: प्रवेश चरणों के दौरान सटीक तीन-अक्ष नियंत्रण—पिच, याव और रोल के लिए आवश्यक है। सेवा मॉड्यूल के पृथक्करण के बाद नियंत्रण संचालन शुरू होगा और तब तक जारी रहेगा जब तक कि पैराशूट-आधारित मंदी प्रणाली तैनात नहीं हो जाती।
प्रणोदन प्रणाली में 12 थ्रस्टर शामिल हैं, प्रत्येक 100 न्यूटन थ्रस्ट प्रदान करता है, साथ ही उच्च दबाव वाली गैस की बोतलें, एक प्रणोदक फ़ीड तंत्र और संबंधित द्रव नियंत्रण घटक शामिल हैं।

असेंबली और एकीकरण

मॉड्यूल के विकास में क्रू मॉड्यूल अपराइटिंग सिस्टम (CMUS) का एकीकरण भी शामिल था, जिसे विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (VSSC) द्वारा डिजाइन किया गया था। मॉड्यूल अब बेंगलुरु में यू आर राव उपग्रह केंद्र में अपने प्रेषण से पहले एवionics स्थापना, विद्युत दोहन और जांच की एक श्रृंखला सहित आगे की असेंबली प्रक्रियाओं से गुजरेगा। अंतिम चरण में क्रू मॉड्यूल को ऑर्बिटल मॉड्यूल के साथ एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

इसरो ने इस बात पर जोर दिया है कि मानवरहित G1 मिशन अंतरिक्ष में मनुष्यों को भेजने के लिए एक तैयारी चरण है, जो गगनयान परियोजना के लिए महत्वपूर्ण प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों के सत्यापन को सक्षम बनाता है। इस मील के पत्थर के साथ, भारत मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमताओं वाले देशों के लीग में शामिल होने के करीब पहुंच गया है।

Re: India's Gaganyaan Project: मानवरहित क्रू मॉड्यूल अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए भेजा गया

Posted: Sat Jan 25, 2025 10:11 am
by Warrior
गगनयान मानव अंतरिक्ष उड़ान क्षमताओं को प्राप्त करने की दिशा में इसरो का पहला प्रयास होगा।

21 जनवरी 2025 को, इसरो के तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र (एलपीएससी) ने तरल प्रणोदन प्रणाली के एकीकरण को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद, गगनयान (जी1) के पहले मानवरहित मिशन के लिए क्रू मॉड्यूल को भेज दिया।

Re: India's Gaganyaan Project: मानवरहित क्रू मॉड्यूल अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए भेजा गया

Posted: Mon Jan 27, 2025 2:01 pm
by johny888
इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि इससे हमें पता चलेगा कि अंतरिक्ष में इंसान को भेजने से पहले कितनी तकनीकी चीजें सही करनी होंगी। जैसे, मॉड्यूल को स्पेस में सुरक्षित भेजना, क्रू के लिए सही माहौल बनाना और इन सबकी तैयारी के लिए जो सिस्टम्स हैं, वो सब चेक करने का मौका मिलेगा। सही मायनो में आने वाले समय में जब हम इंसानों को स्पेस में भेजेंगे, तो ये टेस्ट हमारी मदद करेगा।