इस्लामाबाद: पाकिस्तान के शहर गुजरात से ओसामा बिन लादेन के करीबी सहयोगी अमीन अल हक को गिरफ्तार किया गया है। पंजाब के काउंटर टेरिरिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी) ने ये गिरफ्तारी की है। शुक्रवार को सीटीडी की ओर से इसकी जानकारी देते हुए बताया गया कि पंजाब प्रान्त के गुजरात में अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के सहयोगी रहे अमीन हक के होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद एक ऑपरेशन चलाते हुए उसको गिरफ्तार कर लिया गया। अफगान नागरिक अमीन की गिरफ्तारी को काफी अहम माना जा रहा है। ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि अमीन कोई खतरनाक प्लान गुजरात में रहकर बना रहा था।
जियो न्यूज से बात करते हुए डीआइजी सीटीडी उस्मान अकरम गोनाडल ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर चलाए गए ऑपरेशन के दौरान आतंकी अमीन को पकड़ा गया। गुजरात जिले के सराय आलमगीर कस्बे से उसे पकड़ा गया है। सीटीडी का दावा है कि अमीन 1996 से ओसामा बिन लादेन से जुड़ा था और अल कायदा के अहम लड़ाकों में से एक रहा। वह कई आतंकवादी गतिविधियों में भी लादेन के वक्त में शामिल रहा।
पाकिस्तान का आईडी कार्ड बनवा कर रह रहा था अमीन
अमीन अल हक काफी समय तक ओसामा बिन लादेन की सुरक्षा का इंतजाम भी देखता रहा था। हक को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी के रूप में नामित किया गया था। सीटीडी ने बताया है कि हक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। एजेंसी इस पहलू पर खासतौर से ध्यान दे रही है कि उसके पाकिस्तान में रहने के पीछे का क्या मकसद था। सीटीडी अधिकारी ने कहा कि इससे पहले हक को 2021 में अफगानिस्तान में देखा गया था। अब उसको गुजरात में पकड़ा गया है और उसके पास से पाकिस्तान का आईडी कार्ड भी मिला है। ये आईडी कार्ड लाहौर और हरिपुर के एक पते पर बनाया गया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वेबसाइट पर हक के बारे में जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक उसकी पैदाइश 1960 में अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में पैदा हुई थी। अलकायदा और ओसामा से संबंधों के खुलासे के बाद 25 जनवरी 2001 को हक को आतंकवादी के रूप में नामित किया गया था। 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी हमले में बिन लादेन मारा गया था। लादेन के खात्मे के बाद से हक ज्यादातर समय दुनिया के नजर से दूर ही रहा है।