Surajkund Crafts Mela 2025: Date, Timings, Tickets, And More
Posted: Wed Jan 29, 2025 2:48 pm
विश्वभर में प्रसिद्ध सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला, जो अपनी तरह का दुनिया का सबसे बड़ा मेला है, 7 से 23 फरवरी, 2025 तक आयोजित किया जाएगा। हरियाणा पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित इस मेले का समय रोजाना सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक होगा, जिससे आगंतुक विभिन्न हस्तशिल्पों का आनंद ले सकेंगे, जिनमें हथकरघा, आभूषण, एक्सेसरीज, घरेलू सजावट और बहुत कुछ शामिल है। सूरजकुंड परिसर में 1,100 से अधिक स्टॉल और झोपड़ियाँ लगी होंगी, जहां आगंतुक भोजन मंडपों, मनोरंजन क्षेत्रों और बच्चों के लिए मजेदार झूलों का आनंद ले सकेंगे। 20 से अधिक देशों के प्रतिभागी पारंपरिक कौशलों का उत्सव मनाने के इस आयोजन में अपनी कला और वस्त्रों का प्रदर्शन करेंगे।
सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला 2025: आपको जो जानना चाहिए
सूरजकुंड शिल्प मेला 2025 के प्रमुख विवरण निम्नलिखित हैं:
• स्थल: सूरजकुंड परिसर, फरीदाबाद
• निकटतम मेट्रो स्टेशन: बादरपुर मेट्रो स्टेशन
• टिकट की कीमतें: सप्ताह के दिनों में INR 120 और सप्ताहांत में INR 180।
• टिकट कहां से बुक करें: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के सरथी ऐप, चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों और स्थल पर।
मेले के मैदान में ड्राइव करने वालों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्थान उपलब्ध है। सार्वजनिक परिवहन के लिए बादरपुर बॉर्डर से स्थानीय ऑटो-रिक्शा और टैक्सी उपलब्ध हैं, और दिल्ली मेट्रो स्थल तक आसानी से पहुँचने का विकल्प प्रदान करती है।
भारत के कारीगरों, जिनमें हरियाणा, पश्चिम बंगाल और पंजाब शामिल हैं, को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए स्टॉल दिए गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पारंपरिक लोक संगीत, नृत्य और कठपुतली शो दर्शकों का मनोरंजन करेंगे, जबकि रंगमंच प्रदर्शन उन्हें व्यस्त रखेंगे। विभिन्न कार्यशालाएँ भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें बुनाई, मिट्टी के बर्तन और अन्य शिल्प शामिल हैं। फेरिस व्हील, रोलर कोस्टर और अन्य रोमांचक झूले इस आयोजन को एक बेहतरीन अनुभव बनाने के लिए उपलब्ध होंगे।
सूरजकुंड शिल्प मेला 2025 इस बार एक अधिक सतत और पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण अपनाने जा रहा है। यह सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव मनाते हुए पर्यावरणीय संरक्षण पर भी जोर देगा। इस वर्ष, स्टॉल्स को जैव-अपघट्य पैकेजिंग का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए बेहतर सार्वजनिक परिवहन विकल्प प्रदान किए गए हैं, और प्रमुख संकेतों के माध्यम से कचरा कम करने को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो स्थिरता की ओर एक स्वस्थ दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है।
सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला 2025: आपको जो जानना चाहिए
सूरजकुंड शिल्प मेला 2025 के प्रमुख विवरण निम्नलिखित हैं:
• स्थल: सूरजकुंड परिसर, फरीदाबाद
• निकटतम मेट्रो स्टेशन: बादरपुर मेट्रो स्टेशन
• टिकट की कीमतें: सप्ताह के दिनों में INR 120 और सप्ताहांत में INR 180।
• टिकट कहां से बुक करें: दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के सरथी ऐप, चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों और स्थल पर।
मेले के मैदान में ड्राइव करने वालों के लिए पर्याप्त पार्किंग स्थान उपलब्ध है। सार्वजनिक परिवहन के लिए बादरपुर बॉर्डर से स्थानीय ऑटो-रिक्शा और टैक्सी उपलब्ध हैं, और दिल्ली मेट्रो स्थल तक आसानी से पहुँचने का विकल्प प्रदान करती है।
भारत के कारीगरों, जिनमें हरियाणा, पश्चिम बंगाल और पंजाब शामिल हैं, को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने के लिए स्टॉल दिए गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पारंपरिक लोक संगीत, नृत्य और कठपुतली शो दर्शकों का मनोरंजन करेंगे, जबकि रंगमंच प्रदर्शन उन्हें व्यस्त रखेंगे। विभिन्न कार्यशालाएँ भी आयोजित की जाएंगी, जिनमें बुनाई, मिट्टी के बर्तन और अन्य शिल्प शामिल हैं। फेरिस व्हील, रोलर कोस्टर और अन्य रोमांचक झूले इस आयोजन को एक बेहतरीन अनुभव बनाने के लिए उपलब्ध होंगे।
सूरजकुंड शिल्प मेला 2025 इस बार एक अधिक सतत और पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण अपनाने जा रहा है। यह सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव मनाते हुए पर्यावरणीय संरक्षण पर भी जोर देगा। इस वर्ष, स्टॉल्स को जैव-अपघट्य पैकेजिंग का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए बेहतर सार्वजनिक परिवहन विकल्प प्रदान किए गए हैं, और प्रमुख संकेतों के माध्यम से कचरा कम करने को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो स्थिरता की ओर एक स्वस्थ दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है।