क्‍या इस ग्रह पर खत्‍म होगी एलियंस की तलाश? वैज्ञानिकों ने खोजा पानी से भरपूर एक्‍सोप्‍लैनेट!

विज्ञान एवं तकनीकी डिस्कशन यहां करें।
Post Reply
LinkBlogs
Posts: 1460
Joined: Sat Jul 13, 2024 10:35 am
Contact:

क्‍या इस ग्रह पर खत्‍म होगी एलियंस की तलाश? वैज्ञानिकों ने खोजा पानी से भरपूर एक्‍सोप्‍लैनेट!

Post by LinkBlogs »

पृथ्‍वी के अलावा अंतरिक्ष में और कहां जीवन हो सकता है, वैज्ञानिक बरसों से इस खोज में लगे हैं। अब उनकी ‘सुई' एक्‍सोप्‍लैनेट्स पर जाकर टिक गई है। ऐसे ग्रह जो हमारे सूर्य की नहीं, बल्कि किसी और तारे की परिक्रमा करते हैं, एक्‍सोप्‍लैनेट्स (Exoplanets) कहलाते हैं। इंटरनेशनल रिसर्चर्स की एक टीम ने बड़ी खोज करते हुए ऐसे एक्‍सोप्‍लैनेट का पता लगाया है, जो रहने लायक हो सकता है। स्‍टडी को एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में पब्लिश करने के‍ लिए मंजूरी मिली है।

जिस एक्‍सोप्‍लैनेट की खोज की गई है, उसका नाम एलएचएस 1140 बी (LHS 1140 b) है। यह हमारी पृथ्‍वी से लगभग 48 प्रकाश वर्ष दूर सेटस (Cetus) तारामंडल में स्थित एक एक्‍सोप्‍लैनेट है। दावा है कि यह एक सुपर-अर्थ आइस यानी पानी की दुनिया हो सकता है।

इससे पहले वैज्ञानिकों का मानना था कि LHS 1140 b हाइड्रोजन से भरपूर घने वायुमंडल वाला एक छोटा-नेपच्यून जैसा ग्रह हो सकता है। अब जेम्‍स वेब स्‍पेस टेलीस्‍कोप (JWST) से मिले डेटा ने जानकारी जुटाई कि यह पृथ्‍वी से बड़ा एक्‍सोप्‍लैनेट है जो चट्टानी ढांचे वाला पानी से भरपूर ग्रह हो सकता है।

यह ग्रह एक लाल बौने तारे की परिक्रमा करता है। यह इतनी दूरी से अपने तारे का चक्‍कर लगाता है, जिससे इसका तापमान ऐसा हो सकता है कि वहां लिक्विड वॉटर मौजूद रहे। JWST डेटा से यह संकेत भी मिलता है कि LHS 1140 b में पृथ्वी के समान नाइट्रोजन से भरा हुआ वातावरण हो सकता है।

इस ग्रह को लेकर कई और चौंकाने वाली जान‍का‍रियां मिली हैं। रिसर्चर्स को पता चला है कि ग्रह के द्रव्‍यमान का लगभग 20 फीसदी हिस्‍सा पानी से बना हो सकता है। इस ग्रह में महासागर के होने की उम्‍मीद है और उसके केंद्र का तापमान 20 डिग्री के लगभग हो सकता है, जो पानी को लिक्‍व‍िड फॉर्म में बनाए रखने के लिए काफी है।
Source: https://hindi.gadgets360.com/science/sc ... ws-6074338
manish.bryan
Posts: 718
Joined: Mon Aug 05, 2024 10:21 am
Contact:

Re: क्‍या इस ग्रह पर खत्‍म होगी एलियंस की तलाश? वैज्ञानिकों ने खोजा पानी से भरपूर एक्‍सोप्‍लैनेट!

Post by manish.bryan »

यह ब्रह्माण्ड हमारी सोच से बहुत अधिक गुना बड़ा है| जैसा लोग कहते है की सोच या विचार में अदबुध शक्ति होती है यह बात बिलकुल इस ब्रह्माण्ड के लिए भी सत्य है क्युकी इसमें आनंद गृह, सूर्य, चन्द्र आदि है, जो सूर्य हमें दिख रहा है उस से भी लाख गुना सूर्य और भी है तो कुछ भी निश्चित ही नही है|

एनी गृह पर अगर पानी मिलता है तो यह निश्चित है की वह जीवन की संभावनाए होना अधिक हो जाता है अब वह ऑक्सीजन का स्तर या मौजूदगी देखनी होगी क्युकी मनुष्य के लिए इस भौतिक शरीर को चलाने के लिए भोजन और पानी साथ में हवा की आवश्यकता तो पड़ेगी ही अन्यथा ऐसे ग्रह पर जाने का क्या फायदा|
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
ritka.sharma
Posts: 401
Joined: Fri Aug 16, 2024 1:45 pm

Re: क्‍या इस ग्रह पर खत्‍म होगी एलियंस की तलाश? वैज्ञानिकों ने खोजा पानी से भरपूर एक्‍सोप्‍लैनेट!

Post by ritka.sharma »

जी हां पृथ्वी के अलावा अंतरिक्ष के एक्सोप्लैनेट पर जीवन हो सकता है। वैज्ञानिकों की वर्षों की खोज अब रंग लाने वाली है, उन्होंने कहा है कि एक एक्सोप्लैनेट ऐसा ग्रह है जो सूर्य की ही नहीं और तारे की परिक्रमा करते हैं। वह उनकी परिक्रमा इतनी दूर से करता है कि उसमें लिक्विड वॉटर रह सकता है ।दवा है कि यह एक सुपर अर्थ water की यानी पानी की दुनिया हो सकता है। इसमें समुद्र के होने की भी संभावना जताई जा रही है ।जैसा लोग कहते हैं कि सच या विचार में अद्भुत शक्ति होती है, आज देख भी लिया। कई वर्षों के बाद अब वैज्ञानिकों की मेहनत रंग लाने वाली है, जो समस्त मनुष्य जगत के लिए एक श्रेष्ठता का कार्य है।
manish.bryan
Posts: 718
Joined: Mon Aug 05, 2024 10:21 am
Contact:

Re: क्‍या इस ग्रह पर खत्‍म होगी एलियंस की तलाश? वैज्ञानिकों ने खोजा पानी से भरपूर एक्‍सोप्‍लैनेट!

Post by manish.bryan »

अन्य ग्रहों की अन्य ग्रहों पर जीवन को लेकर विश्व के कई प्रमुख वैज्ञानिकों ने बहुत सारे शोध कार्य किए हुए हैं और यह भी कहा जाता है कि अमेरिका में 351 एरिया जहां एलियंस जाकर वैज्ञानिकों के साथ संपर्क करते हैं जिससे एलियंस होने की भी पुष्टि होती है हालांकि प्रमाणिक सत्य है या इस कथन में कितनी आवश्यकता है जांच का विषय वस्तु है।

अन्य ग्रहों पर जीवन होना कोई बहुत ही आश्चर्य की बात नहीं है क्योंकि हर ग्रह पर कोई ना कोई ऊर्जा मौजूद है अगर आप शनि पर बात करें तो मीथेन गैस का समूह से बने ग्रह है तो शुक्र पर आपको ज्वालामुखी के समूह देखने को मिल जाएंगे। लेकिन उनकी संरचना जो हम आम जनमानस में ऊपर से कटा हुआ आंख बड़ी हाथ पैर पतले पतले तो हमें सबसे पहले एलियंस का नाम लेते ही ऐसे ही कोई मानवी आकृति सामने नजर आ जाती है।
इसकी अधिक जानकारी के लिए आप रितिक रोशन की जादू फिल्म जरूर देखें।
"जो भरा नहीं है भावों से, जिसमें बहती रसधार नहीं, वह हृदय नहीं पत्थर है, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं"
Post Reply

Return to “विज्ञान एवं तकनीक”